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इस संस्‍थान में आइडीपी खुलते ही आने लगे मरीज, 22 का हुआ आपरेशन

अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में एक महीने में सौ से ज्यादा मरीज भर्ती किए जा चुके हैं। यहां 22 आपरेशन भी हुए हैं। इनमें दो आपरेशन डायबिटिक फुट वाले मरीजों के भी हुए हैं। शुगर के कारण इन मरीजों के पैर के तलवे में घाव बन गया था।

By Rahul SrivastavaEdited By: Published: Sun, 18 Jul 2021 05:45 PM (IST)Updated: Sun, 18 Jul 2021 05:45 PM (IST)
इस संस्‍थान में आइडीपी खुलते ही आने लगे मरीज, 22 का हुआ आपरेशन
एम्‍स में आपरेशन शुरू होने से बढ़ने लगे मरीज। फाइल फोटो

गोरखपुर, जागरण संवाददाता : अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में एक महीने में सौ से ज्यादा मरीज भर्ती किए जा चुके हैं। यहां 22 आपरेशन भी हुए हैं। इनमें दो आपरेशन डायबिटिक फुट वाले मरीजों के भी हुए हैं। शुगर के कारण इन मरीजों के पैर के तलवे में घाव बन गया था। काफी समय से घाव ठीक न होने के बाद मरीजों ने एम्स की सर्जरी ओपीडी में डाक्टर को दिखाया था।

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14 जून को आइपीडी की हुई थी शुरुआत

14 जून को एम्स की कार्यकारी निदेशक डा. सुरेखा किशोर ने इंडोर पेशेंट डिपार्टमेंट (आइपीडी) की शुरुआत की थी। जून के आखिरी सप्ताह से आइपीडी में भर्ती होने वाले मरीजों की संख्या में इजाफा होना शुरू हुआ है। एक महीने में अब तक सौ से ज्यादा मरीज भर्ती भी हो चुके हैं।

तीन महीने में लैप्रोस्कोपिक सर्जरी की तैयारी

एम्स में अभी छोटे आपरेशन हो रहे हैं। उप चिकित्सा अधीक्षक व वरिष्ठ सर्जन डा. गौरव गुप्ता ने बताया कि आने वाले दो-तीन महीने में लैप्रोस्कोपिक सर्जरी की शुरुआत कर दी जाएगी। डा. रवि गुप्ता, डा. धर्मेंद्र पीपल और डा. आशीष जायसवाल की टीम आपरेशन में जुटी है। डा. गौरव गुप्ता ने कहा कि मरीजों की सहूलियत के लिए ओपीडी की भी संख्या बढ़ाई गई है। आइपीडी पूरी तरह संचालित होने के साथ ही पूर्वांचल और आसपास के जिलों के मरीजों के भर्ती और इलाज में काफी आसानी हो जाएगी।

इन विभागों में भर्ती हुए मरीज

त्वचा, नाक कान व गला, सामान्य मेडिसिन, सामान्य सर्जरी, स्त्री एवं प्रसूति रोग, नेत्र रोग, हड्डी रोग, बाल रोग, सांस रोग और रेडियोथेरेपी विभाग में मरीज भर्ती हुए हैं। इसके अलावा ब्रेस्ट क्लीनिक, दंत रोग, फैमिली मेडिसिन, फ्लू क्लीनिक, होम्योपैथी, फिजिकल मेडिसिन एंड रीहैबिलिटेशन विभाग में भी मरीजों को भर्ती करने की सुविधा उपलब्ध है।

28 हजार डोज टीका मिला

जिले को स्वास्थ्य विभाग को कोरोना से बचाव का टीका नहीं मिला। विभाग के पास मौजूद टीका निर्धारित 31 बूथों पर भेजा गया। हालांकि अपर निदेशक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण कार्यालय को टीके की 28 हजार 100 डोज मिली है। इसमें से कुछ डोज सोमवार के टीकाकरण के लिए गोरखपुर को मिलेगी।


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