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प्रार्थना और शांति पाठ से याद की जाएगी देश के विभाजन की त्रासदी, स्वतंत्रता पाने के लिए जान गंवाने वाले लाखों बलिदानियों को दी जाएगी श्रद्धांजलि

14 अगस्त को विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस के रूप में मनाया जाएगा। दिवस को मनाए जाने के लिए शासन की ओर से गाइड लाइन जारी हुई है। जिसके बाद जिला प्रशासन ने तैयारी शुरू कर दी है। कार्यक्रमों के आयोजन में मौन जुलूस प्रार्थना सभा शांति पाठ प्रदर्शनी शामिल है।

By Pragati ChandEdited By: Published: Mon, 08 Aug 2022 09:50 AM (IST)Updated: Mon, 08 Aug 2022 09:50 AM (IST)
प्रार्थना और शांति पाठ से याद की जाएगी देश के विभाजन की त्रासदी, स्वतंत्रता पाने के लिए जान गंवाने वाले लाखों बलिदानियों को दी जाएगी श्रद्धांजलि
Partition Horror Memorial Day: विभाजन का चित्र। (फाइल फोटो)

गोरखपुर, जागरण संवाददाता। देश का विभाजन किसी विभीषिका से कम नहीं था। भारत के लाखों लोगों ने बलिदान देकर स्वतंत्रता पाई थी, ऐसे समय में देश के दो टुकड़ों में बंट जाने का दर्द आज भी है। विभाजन के दौरान मिली यातना और वेदना को स्मरण करने और उस विभीषिका में जान गंवाने वाले लोगों को श्रद्धांजलि देने के लिए सरकार ने देश के औपचारिक बंटवारे की तारीख 14 अगस्त को विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस के रूप में मनाने का निर्णय लिया है। शासन की ओर इसे मनाने के लिए बाकायदा गाइड लाइन जारी की गई है। गाइड लाइन मिलने के बाद गोरखपुर जिला प्रशासन ने इसकी तैयारी तैयारी शुरू कर दी है। विभिन्न विभागों की भूमिका इसे लेकर तय कर दी गई है।

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इन कार्यक्रमों के आयोजन का मिला है निर्देश

जिन कार्यक्रमों के आयोजन के लिए शासन की ओर से जिला प्रशासन को निर्देश मिला है, उनमें मौन जुलूस, प्रार्थना सभा, शांति पाठ, प्रदर्शनी शामिल है। इसमें विभाजन के दौरान विस्थापित होकर भारत आए परिवारों की सभी पीढ़ियों को शामिल करने को कहा गया है। यह भी कहा गया है कि मौन जुलूस का मार्ग करीब एक किलोमीटर रखने की सलाह दी गई है। इन आयोजनों उन सामाजिक और गैर सरकारी संगठनों को शामिल करने को भी कहा गया है, जिससे विभाजन की त्रासदी से जुड़े लोग शामिल हों, जैसे- सिंधी काउंसिल आफ इंडिया, सिंधी सभा, सिंधी अकादमी, सनातनी पंजाबी महासभा आदि।

विश्वविद्यालय व महाविद्यालयों में आयोजित होंगी संगोष्ठियां

शासन की ओर से इसे लेकर विश्वविद्यालय और महाविद्यालयों की भी जिम्मेदारी तय की गई है। इन उच्च उच्च शिक्षण संस्थानों से कहा गया है कि वह विभाजन विभीषिका की लोगों को जानकारी देने के लिए संगोष्ठियों का आयोजन करें। भारत के सामाजिक, सांस्कृतिक और आर्थिक विकास में विस्थापितों के योगदान पर परिचर्चा आयोजित करें। इसके अलावा विभीषिका को लेकर बनीं फिल्मों व वृत्तचित्रों का प्रदर्शन शरणार्थी बस्तियों में दिखाना सुनिश्चित किया जाए और विभाजन की विभीषिका से जुड़ी पुस्तकों की प्रदर्शनी लगाई जाए। राजकीय अभिलेखगारों को इस कार्य में मदद के लिए कहा गया है।

डीएम बोले

गोरखपुर के जिलाधिकारी कृष्णा करुणेश ने बताया कि 14 अगस्त को विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस के रूप में मनाने का निर्देश शासन से प्राप्त हुआ है। मनाए जाने को लेकर शासन से मार्गदर्शन भी मिला है। मार्गदर्शन के मुताबिक सभी आयोजनों का होना सुनिश्चित किया जाएगा। इसे लेकर संस्कृृति विभाग सहित अन्य विभागों की जिम्मेदारी तय की जा रही है। उच्च शिक्षण संस्थानों को भी शासन की योजनो से अवगत कराया जा रहा है।


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