Coronavirus in Gorakhpur: गोरखपुर से लखनऊ के लिए आक्सीजन की आपूर्ति, 10 अस्पतालों ने जतायी जरूरत Gorakhpur News
लखनऊ के अस्पताल आक्सीजन की आपूर्ति के लिए अब वहां से बाहर की इकाइयों पर भी निर्भर हो रहे हैं। वहां से कई अस्पतालों की तरफ से आक्सीजन की मांग की गई थी। उन्हें गोरखपुर से उपलब्ध कराया जा रहा है।
गोरखपुर, जेएनएन। प्रदेश की राजधानी लखनऊ में तेजी से बढ़ते कोरोना संक्रमण के कारण आक्सीजन की मांग बढ़ गई है। कोरोना मरीजों का इलाज कर रहे 10 निजी चिकित्सालयों ने गोरखपुर के उद्यमी से आक्सीजन आपूर्ति करने को कहा है। गोरखपुर औद्योगिक विकास प्राधिकरण (गीडा) में स्थापित आक्सीजन बनाने वाली इकाई मोदी आक्सीजन प्राइवेट लिमिटेड से बुधवार की शाम को मेडिकल आक्सीजन के 140 बड़े सिलेंडर भेजे गए हैं।
लखनऊ के अस्पताल बाहर की इकाइयों पर निर्भर
लखनऊ के अस्पताल आक्सीजन की आपूर्ति के लिए अब वहां से बाहर की इकाइयों पर भी निर्भर हो रहे हैं। वहां के अस्पताल न्यू आशीर्वाद हास्पिटल एवं ट्रामा, बजरंग हास्पिटल एवं ट्रामा सेंटर, केडीएम हास्पिटल, ग्लोवल हास्पिटल, कल्पना हास्पिटल, राधास्वामी हास्पिटल, मेडवेल हास्पिटल, बी होप हास्पिटल, श्री बालाजी हास्पिटल एवं ट्रामा सेंटर, लखनऊ हास्पिटल एवं ट्रामा सेंटर की ओर से आक्सीजन आपूर्ति करने की मांग की गई थी। पिछले कुछ दिनों से विचार करने एवं गोरखपुर में पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित होने के बाद इकाई के संचालक प्रवीण मोदी ने लखनऊ आक्सीजन भेजने की हामी भरी।
गीडा में हैं आक्सीजन के दो प्लांट
उद्यमी प्रवीण मोदी आक्सीजन बनाने के दो प्लांट गीडा में संचालित करते हैं। एक प्लांट में लिक्विड आक्सीजन बनाकर उसे सिलेंडर में भरा जाता है जबकि दूसरे प्लांट में बाहर से लिक्विड आक्सीजन मंगाया जाता है। वर्तमान में दोनों प्लांटों से मेडिकल आक्सीजन के करीब 1600 बड़े सिलेंडर तैयार किए जाते हैं।
गोरखपुर में है पर्याप्त उपलब्धता
उद्यमी प्रवीण मोदी ने बताया कि गोरखपुर एवं आसपास के क्षेत्रों में मेडिकल आक्सीजन की पूरी व्यवस्था है। लखनऊ के अस्पतालों से मांग आने के बाद गोरखपुर में उपलब्धता का आकलन किया गया। आकलन में यह बात सामने आयी कि कुछ सिलेंडर लखनऊ भी भेजा जा सकता है। इसी क्रम में वहां 140 बड़े सिलेंडर की आपूर्ति की गई है।