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जिला अस्पताल में जनरेटर प्लांट से शुरू हुई आक्सीजन की आपूर्ति

990 लीटर प्रति मिनट आक्सीजन उत्पादन की क्षमता वाले इस प्लांट को केंद्र व प्रदेश सरकार की ओर से कोविड की तीसरी लहर का सामना करने के लिए की जा रही तैयारियों में एक बड़े कदम के रूप में देखा जा रहा है। पीएम केयर फंड से यह प्लांट जिला अस्पताल में स्थापित किया गया।

By JagranEdited By: Published: Sun, 20 Jun 2021 06:14 AM (IST)Updated: Sun, 20 Jun 2021 06:14 AM (IST)
जिला अस्पताल में जनरेटर प्लांट से शुरू हुई आक्सीजन की आपूर्ति
जिला अस्पताल में जनरेटर प्लांट से शुरू हुई आक्सीजन की आपूर्ति

बस्ती : जिला अस्पताल में स्थापित आक्सीजन जनरेटर प्लांट ने काम करना शुरू कर दिया है। आक्सीजन प्लांट की सुविधा वाला यह जिले का पहला अस्पताल बन गया है। इस प्लांट से लगभग 160 बेडों पर सीधे मरीजों तक आक्सीजन की आपूर्ति हो सकेगी। सांसद हरीश द्विवेदी ने प्रमुख अधीक्षक जिला अस्पताल डा. आलोक वर्मा के साथ शनिवार को प्लांट का शुभारंभ किया।

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990 लीटर प्रति मिनट आक्सीजन उत्पादन की क्षमता वाले इस प्लांट को केंद्र व प्रदेश सरकार की ओर से कोविड की तीसरी लहर का सामना करने के लिए की जा रही तैयारियों में एक बड़े कदम के रूप में देखा जा रहा है। पीएम केयर फंड से यह प्लांट जिला अस्पताल में स्थापित किया गया। गुणवत्ता को बनाए रखने के लिए प्लांट लगाने की जिम्मेदारी जहां डीआरडीओ को दी गई थी, वहीं प्लांट के लिए बेस व शेड आदि बनाने का जिम्मा राजमार्ग निर्माण करने वाली एजेंसी एनएचएआइ को सौंपी गई थी। टाटा कंपनी के इस प्लांट को इंस्टाल करने की जिम्मेदारी लखनऊ की एक फर्म को सौंपा गया था। कंपनी के कर्मियों ने शुक्रवार शाम तक प्लांट को चालू करने के साथ ही अस्पताल स्टाफ को इसे संचालित करने के लिए प्रशिक्षण भी दे दिया था। इसी के साथ प्लांट को अस्पताल प्रशासन को हैंडओवर करने की प्रक्रिया भी पूरी कर ली गई। अस्पताल प्रशासन द्वारा प्लांट को संचालित करने के लिए शिफ्टवार स्टाफ की ड्यूटी लगाई है। सभी बेड तक आक्सीजन की पाइप लाइन दौड़ाने का काम पहले ही पूरा हो चुका है।

कोविड की दूसरी लहर के दौरान सबसे ज्यादा समस्या आक्सीजन को लेकर थी। आक्सीजन की कमी के कारण कई मरीजों को अपनी जान गंवानी पड़ी थी। समय से व्यवस्था न होने से चिकित्सक लाचार हो गए थे। कोविड के किसी भी संभावित मरीज को सबसे पहले जिला अस्पताल लाया जाता है,यहां पर भर्ती कर जांच की जाती है। जांच में रिपोर्ट पाजिटिव आने के बाद उसे कोविड अस्पताल मेडिकल कालेज के लिए रेफर किया जाता है। यहां ऐसे मरीज जिनमें कोविड के लक्षण तो हैं, लेकिन उनकी कोविड रिपोर्ट निगेटिव है, उन्हें प्रिजेंटिव कोविड मरीज के तौर अस्पताल में भर्ती कर इलाज किया जाता है। इस तरह के मरीजों को आक्सीजन की जरूरत पड़ती है। आक्सीजन की उपलब्धता से अब यहां इलाज में आसानी होगी। जिला अस्पताल के एसआइसी डा. आलोक वर्मा ने बताया कि प्लांट से आक्सीजन की आपूर्ति शुरू हो गई है। विधायक दयाराम चौधरी, संजय प्रताप जायसवाल, भाजपा जिलाध्यक्ष महेश शुक्ल, संजय चौधरी, सीडीओ डा. राजेश कुमार प्रजापति, डा. राम प्रकाश, अनूप खरे, राजेश पाल चौधरी, दुष्यंत विक्रम सिंह, सिद्धार्थ शंकर मिश्र, आदित्य उपाध्याय, डा. रामजी सोनी, डा. विवेक गौरव सचलन, डा. आलोक पांडेय, डा. सरफराज खान आदि मौजूद रहे।


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