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दो लाख से अधिक बेरोजगार, रोजगार सिर्फ 13 हजार लोगों को, जानें-रोजगार मेलों की हकीकत Gorakhpur News

पिछले तीन वर्षों में पंजीकृत बेरोजगारों की संख्या दो लाख से अधिक हो चुकी है। इसकी तुलना में करीब 13 हजार ही बेरोजगार नौकरी पा सके हैं।

By Satish ShuklaEdited By: Published: Wed, 11 Mar 2020 09:45 AM (IST)Updated: Wed, 11 Mar 2020 09:45 AM (IST)
दो लाख से अधिक बेरोजगार, रोजगार सिर्फ 13 हजार लोगों को, जानें-रोजगार मेलों की हकीकत  Gorakhpur News
दो लाख से अधिक बेरोजगार, रोजगार सिर्फ 13 हजार लोगों को, जानें-रोजगार मेलों की हकीकत Gorakhpur News

गोरखपुर, जेएनएन। युवाओं को रोजगार से जोडऩे की पहल नाकाफी साबित हो रही है। सेवायोजन विभाग के आंकड़े कुछ यही कहते हैं। हालांकि विभाग प्रतिवर्ष अधिक से अधिक रोजगार मेलों का आयोजन करता है। बावजूद इसके पंजीकृत बेरोजगारों की संख्या में लगातार वृद्धि हो रही है। पिछले तीन वर्षों में पंजीकृत बेरोजगारों की संख्या दो लाख से अधिक हो चुकी है। इसकी तुलना में करीब 13 हजार ही बेरोजगार नौकरी पा सके हैं।

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प्रति वर्ष 12 रोजगार मेला आयोजित कराने का है नियम

क्षेत्रीय सेवायोजन कार्यालय की ओर से प्रतिवर्ष 12 रोजगार मेले आयोजित कराने का नियम है। हालांकि विभाग ने पिछले तीन वर्षों में 48 रोजगार मेलों का आयोजन किया है। रोजगार मेलों में वही बेरोजगार प्रतिभाग कर सकते हैं, जिन्होंने सेवायोजन कार्यालय में पंजीयन कराया है। नवीनीकरण न कराने पर पंजीकरण स्वत: निरस्त हो जाता है।

वर्षवार रोजगार मेले व नौकरी पाने वाले युवाओं की संख्या

वर्ष      मेलों की संख्या   कंपनियों की संख्या   अभ्यथियों की संख्या  चयनित अभ्यर्थी

2017-18    17       47      4211      1719

2018-19      16      182    34756    8039

2019-20      15      140    12822    4037

प्रतिवर्ष पंजीयन कराने वाले युवा

वर्ष      कुल      पुरुष        महिला

2017-18 82971 63739    19232

2018-19 57246 37879    19367

2019-20 67548 45345     22203

युवाओं को तकनीकि रूप से दक्ष होने की जरूरत

सेवायोजन विभाग के सहायक निदेशक अवधेंद्र प्रताप वर्मा का कहना है कि युवाओं को तकनीकि रूप से दक्ष होने की जरूरत है। विभाग प्रतिवर्ष मेलों का आयोजन कराता है। लक्ष्य से बढ़कर मेलों का आयोजन कराया गया। रिक्तियों की संख्या अधिक रही है। लोगों को तकनीकि रूप से दक्ष होना पड़ेगा। कौशल विकास के लिए भी विभाग लगातार युवाओं को प्रशिक्षण दिलाता है। युवाओं को गंभीरता से चीजें सीखनी होंगी। अन्यथा मेलों में कंपनियां उन्हें चयनित नहीं करेंगी। 


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