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सिर्फ ऊर्जा पर खर्च होती है रेलवे की 27 फीसद आमदनी Gorakhpur News

भारत विश्व के सबसे अधिक ऊर्जा खपत वाले देशों में से एक है।प्रमुख मुख्य विद्युत इंजीनियर बेचू राय ने कहा कि बिजली की बर्बादी को रोककर हम उत्पादन एवं खपत के अंतर कम किया जा सकता है

By Satish ShuklaEdited By: Published: Wed, 18 Dec 2019 08:00 PM (IST)Updated: Thu, 19 Dec 2019 11:57 AM (IST)
सिर्फ ऊर्जा पर खर्च होती है रेलवे की 27 फीसद आमदनी Gorakhpur News
सिर्फ ऊर्जा पर खर्च होती है रेलवे की 27 फीसद आमदनी Gorakhpur News

गोरखपुर, जेएनएन। रेलवे की आय का लगभग 27 फीसद हिस्सा बिजली एवं डीजल के रूप में ऊर्जा पर खर्च होता है। इसे कम करना समय की मांग है। फिलहाल, रेल खंडों का विद्युतीकरण कर ऊर्जा के क्षेत्र में होने वाले व्यय को कम किया जा रहा है। डीजल से विद्युत में परिवर्तन होने पर प्रति वर्ष प्रति रेक करीब दो करोड़ रुपये की बचत होती है। यह बातें पूर्वोत्तर रेलवे के महाप्रबंधक राजीव अग्रवाल ने कही। वह महाप्रबंधक सभागार में ऊर्जा संरक्षण विषय पर आयोजित सेमिनार को संबोधित कर रहे थे।

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भारत सबसे अधिक ऊर्जा खपत करने वाले देशों में

उन्होंने कहा कि भारत विश्व के सबसे अधिक ऊर्जा खपत वाले देशों में से एक है। स्वागत संबोधन में प्रमुख मुख्य विद्युत इंजीनियर बेचू राय ने कहा कि बिजली की बर्बादी को रोककर हम उत्पादन एवं खपत के अंतर को कम कर सकते हैं। भारत में प्रति वर्ष विद्युत खपत में करीब दस फीसद की वृद्धि हो रही है। पिछले वर्ष की तुलना में इस वर्ष 8.4 फीसद ईंधन की बचत हुई है। मुख्य विद्युत सर्विस इंजीनियर पंकज जायसवाल ने पावर प्वाइंट प्रेजेंटेशन के माध्यम से ऊर्जा संरक्षण के क्षेत्र में किए जा रहे प्रयासों पर विस्तार से चर्चा की। इस मौके पर वरिष्ठ उपमहाप्रबंधक अमिताभ ओझा सहित समस्त प्रमुख विभागाध्यक्ष और संबंधित इंजीनियर मौजूद थे।

ऊर्जा संरक्षण के लिए महत्वपूर्ण है स्मार्ट एनर्जी सिस्टम

एमएमएमयूटी के कुलपति प्रो. श्रीनिवास सिंह ने स्मार्ट एनर्जी सिस्टम को ऊर्जा संरक्षण के लिए महत्वपूर्ण बताया। एमएमएमयूटी में विद्युत अभियंत्रण विभाग व सरदार वल्लभ भाई राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान सूरत की ओर से संयुक्त रूप से लघुकालिक पाठयक्रम का शुभारंभ करते हुए उन्‍होंने इस पर विशेष जानकारी दी। यहां पर एनर्जी सिस्टम ऑपरेशन एंड कंट्रोल विषयक लघु कालिक पाठ्यक्रम 22 दिसंबर तक चलेगा। मौलाना आजाद राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान भोपाल की प्रोफेसर डॉ. तृप्ता ठाकुर ने ऊर्जा के क्षेत्र में नए पहलुओं पर जानकारी दी। नेताजी सुभाष प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय दिल्ली की प्रोफेसर डॉ. प्रेरणा गौर व एसवीएनआईटी सूरत के एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. राकेश मौर्या ने इलेक्ट्रिक व्हीकल में बैटरी चार्जिंग की चुनौतियों पर प्रकाश डाला। इस दौरान डॉ. एके पाण्डेय, डॉ. प्रभाकर तिवारी, डॉ. नवदीप सिंह, डॉ. शेखर यादव आदि उपस्थित रहे।


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