गोरखपुर में आठ साल बाद पकड़ा गया ठाणे में दोस्त की हत्या करने वाला
कोलकाता के इरसन टोला निवासी इनामुल हक ठाणे में रहता था। वहीं पर कोलकाता के मालदा मानिल चौक इलाही गोपालपुर टोले का ताजमुल दुक्खी शेख भी रहता था। विवाद होने पर इनामुल हक ने ताजमुल की हत्या कर दी।
गोरखपुर, जेएनएन। ठाणे (महाराष्ट्र) में आठ साल पहले दोस्त की हत्या करने वाले आरोपति को एसटीएफ की मदद से ठाणे पुलिस ने गोरखपुर रेलवे स्टेशन के पास से गिरफ्तार किया। दोपहर बाद उसे सीजेएम कोर्ट में पेश किया गया। ट्रांजिट रिमांड मिलने पर ठाणे पुलिस उसे साथ ले गई। पकड़ा गया आरोपित कोलकाता का रहने वाला है। वारदात के बाद वह सोनौली में नेपाल बार्डर के पास आकर रहने लगा।
प्रभारी निरीक्षक एसटीएफ सत्यप्रकाश सिंह ने बताया कि कोलकाता के इरसन टोला निवासी इनामुल हक ठाणे में रहता था। वहीं पर कोलकाता के मालदा मानिल चौक, इलाही गोपालपुर टोले का ताजमुल दुक्खी शेख भी रहता था। दोनों ठाणे के कोपरी के नगर तिलक रोड में फुटपाथ पर दुकान चलाते थे और एक साथ रहते थे।
पश्चिम बंगाल के रहने वाला आरोपित सोनौली में छिपा था
10 सितंबर 2012 को विवाद होने पर इनामुल हक ने ताजमुल की हत्या कर दी। वारदात के बाद आरोपित फरार हो गया। ठाणे पुलिस छानबीन कर रही थी। आरोपित की तलाश में कई बार कोलकाता गई लेकिन पता नहीं चला। छानबीन में सामने आया कि इनामुल सोनौली में नेपाल बार्डर पर रहता है। उसने दूसरी शादी भी कर ली है। जिसकी जानकारी ठाणे पुलिस ने एसटीएफ को दी। ठाणे पुलिस भी गोरखपुर पहुंच गई। इनामुल की लोकेशन गोरखपुर में रेलवे स्टेशन के पास मिलने पर प्रभारी निरीक्षण एसटीएफ सत्य प्रकाश सिंह, दारोगा एसएन सिंह व आलोक राय ने ठाणे पुलिस के साथ मिलकर गिरफ्तार कर लिया। दोपहर बाद उसे सीजेएम कोर्ट में पेश किया गया।
रिश्तेदार बनकर ले जा रहा था, ग्रामीणों ने पुलिस को सौंपा
बड़हलगंज थाना क्षेत्र में एक व्यक्ति खुद को दूर का रिश्तेदार बताकर बाइक मांग कर ले जा रहा था। लेकिन बाइक में कम तेल होने की वजह से वह पकड़ा गया। ग्रामीणों ने उसे पुलिस को सौंप दिया। पुलिस आरोपित को हिरासत में लेकर जांच में जुटी है। ददरा निवासी जोगिंदर पासवान का रामजानकी मार्ग के सुॢतहवा चौराहे पर उनका मकान है। उन्होंने गोला क्षेत्र के भर्रोह निवासी शेराज अली को एक कमरा किराये पर दे रखा है। वह वहां सिलाई का काम करते हैं। शुक्रवार शाम एक व्यक्ति पिपराइच से वहां पहुंचा और खुद को जोगिंदर का रिश्तेदार बताया। उसने बाजार जाने के लिए बाइक मांगी तो शेराज ने मकान मालिक के कहने पर उन्हें बाइक दे दी। करीब दो घंटे के बाद भी जब वह नहीं लौटा तो उसकी खोजबीन शुरू हुई। बाइक में तेल कम होने से आरोपित महुआपार तक ही जा सका। वह बाइक पैदल लेकर झुमिला की तरफ जा रहा था। इधर जोगिंदर के परिजन व शेराज भी उन्हें ढूंढते हुए पहुंच गए। लोगों ने उसे पकड़कर उसकी पिटाई शुरू कर दी। बाद में इसकी सूचना डायल 112 पर दी। पुलिस आरोपित को हिरासत में लेकर छानबीन कर रही है।