सीएम सिटी में एक लाख लोगों को नही मिल पा रही बिजली, जानें-क्या है कारण Gorakhpur News
गोरखपुर में तीन दिन के भीतर एक बार फिर दुर्गाबाड़ी और सूरजकुंड उपकेंद्र बंद हो गए हैं। इससे एक लाख लोगों को बिजली नहीं मिल पा रही है।
गोरखपुर, जेएनएन। गोरखपुर में तीन दिन के भीतर एक बार फिर दुर्गाबाड़ी और सूरजकुंड उपकेंद्र बंद हो गए हैं। फर्टिलाइजर से आने वाली 33 हजार की लाइन पर तिवारीपुर क्षेत्र में पेड़ टूटकर गिर जाने से शनिवार रात तीन बजे से आपूर्ति ठप है। न तो नगर निगम के नलकूप चल सके हैं और न ही लोगों के घरों के मोटर ही। पानी के लिए एक लाख से ज्यादा लोग परेशान हैं।
132 केवी ट्रांसमिशन उपकेंद्र फर्टिलाइजर से दुर्गाबाड़ी और सूरजकुंड उपकेंद्रों को बिजली दी जाती है। तीन दिन पहले फर्टिलाइजर उपकेंद्र में गड़बड़ी के कारण दोनों उपकेंद्र 12 घंटे से ज्यादा बंद रहे। अभी आपूर्ति सामान्य भी नहीं हो सकी कि शनिवार रात तीन बजे 33 हजार की लाइन पर पेड़ टूटकर गिर गया।
अधीक्षण अभियंता शहर यूसी वर्मा ने कहा कि सुबह जानकारी होने के बाद पेड़ को कटवाया जा रहा है। दोपहर 12 बजे तक आपूर्ति बहाल होने की उम्मीद है।
बारिश में नहीं रुक रहे फाल्ट
बारिश में बिजली के फाल्ट लगातार बढ़ते जा रहे हैं। शाहपुर, तारामंडल, बक्शीपुर, लालडिग्गी, मोहद्दीपुर, खोराबार, इंजीनियरिंग कॉलेज, रुस्तमपुर, रानीबाग आदि इलाकों में बिजली की आवाजाही सुबह से ही जारी है।
बरहुआ से आपूर्ति ठप
रुस्तमपुर, चौरीचौरा आदि उपकेंद्रों में बारिश का पानी इकट्ठा हो जाने के कारण आपूर्ति में व्यवधान पड़ा। शाम होते ही बरहुआ ट्रांसमिशन से आपूर्ति ठप हो गई। रात तकरीबन एक बजे तारामंडल उपकेंद्र से जुड़े इलाकों की आपूर्ति ठप हो गई। उपकेंद्र के एसएसओ ने बताया कि मोहद्दीपुर ट्रांसमिशन से बिजली नहीं मिल रही है। तीन बजे लोगों के इन्वर्टर भी जवाब दे गए। मच्छरों के कारण नींद खुल गई तो उमस से बुरा हाल रहा। खोराबार, तारामंडल, सर्किट हाउस, मोहद्दीपुर, यूनिवर्सिटी, बक्शीपुर, रुस्तमपुर, नार्मल, लालडिग्गी, राप्तीनगर, शाहपुर, धर्मशाला उपकेंद्रों की 33 केवी की लाइन में ट्रिपिंग के कारण इनसे जुड़े इलाकों बिजली गुल हो गई।
सूचना के बाद रात में ही लाइन ठीक करने का काम शुरू कराया लेकिन बारिश के कारण इसमें दिक्कत हुई। तारामंडल उपकेंद्र की आपूर्ति सुबह तकरीबन छह बजे बहाल हो सकी। हालांकि बिजली की आंख-मिचौली जारी रही। अन्य इलाकों में फाल्ट दुरुस्त कर उपकेंद्र तक आपूर्ति शुरू कराई गई लेकिन फीडर नहीं होल्ड रहे थे। पेट्रोलिंग करने पर कहीं इंसुलेटर पंक्चर तो कहीं तार पर पेड़ की डालियां व जंपर कटा मिला।
बाल-बाल बचे अभियंता
मोहद्दीपुर ओल्ड ट्रांसमिशन उपकेंद्र का ब्रेकर फट जाने के कारण अभियंता और एसएसओ बाल-बाल बचे। इसके साथ ही एम्स उपकेंद्र, रेलवे उपकेंद्र, तारामंडल, बक्शीपुर, सर्किट हाउस व खोराबार उपकेंद्रों की आपूर्ति ठप हो गई। ब्रेकर बदल कर दोपहर 12 बजे आपूर्ति बहाल कराई जा सकी। खोराबार उपकेन्द्र के दिव्यनगर फीडर क्षेत्र में कर्मचारी दोपहर बाद तक फाल्ट तलाशते रहे। एसडीओ अमितेश्वर गोस्वामी ने कहा कि एक फाल्ट ठीक कराने के बाद दूसरी जगह फाल्ट का पता चल रहा है। रात से ही कर्मचारी गड़बडिय़ां दूर कराने में जुटे हुए हैं।
दगने लगे अंडरग्राउंड केबिल के बाक्स
बक्शीपुर क्षेत्र में शनिवार दोपहर अंडरग्राउंड केबिल के बॉक्स में आग लगने से अफरातफरी मच गई। इस बॉक्स से जुड़े उपभोक्ताओं को घंटों बिजली नहीं मिली। विकास नगर उपकेन्द्र के हेचरी फीडर क्षेत्र में अंडरग्राउंड केबिल का बाक्स दगने से शनिवार की भोर में हेचरी फीडर से जुड़े मोहल्लों में बिजली ठप हो गई। यहां काम कार्यदायी फर्म एनसीसी ने कराया है। कर्मचारियों के प्रयास से दोपहर में केबिल बाक्स बदला गया। शाम चार बजे आपूर्ति बहाल हो सकी। इसके साथ ही ग्रीन सिटी व अन्य फीडर क्षेत्रों में भी बिजली का संकट पूरे दिन बना रहा।