गोरखपुर में दो बसों की टक्कर में एक की मौत, 11 घायल
गोरखपुर में दो निजी बसों की टक्कर में एक यात्री की मौत हो गई और 11 लोग घायल हो गए। घायलों का अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
गोरखपुर, जेेएनएन। खोराबार क्षेत्र में सिक्टौर के पास दो निजी बसों की टक्कर में एक व्यक्ति की मौत हो गई तथा 11 लोग घायल हो गए। घायलों में तीन की पहचान नहीं हो पाई है। जिला अस्पताल और मेडिकल कालेज में उनका उपचार चल रहा है। एक बस चालक की तहरीर पर पुलिस ने इस मामले में मुकदमा दर्ज कर लिया है।
उत्तराखंड की एक निजी बस बिहार से यात्रियों को लेकर दिल्ली जा रही थी। सवारी भरी एक अन्य बस उसके पीछे चल रही थी। सिक्टौर के पास दिल्ली जा रही बस को ओवरटेक करने के दौरान दूसरी बस ने टक्कर मार दिया। जिससे दिल्ली जा रही बस सड़क के नीचे पलट गई। इसकी सूचना मिलने पर पहुंची पुलिस ने घायलों को खोराबार स्वास्थ्य केंद्र पहुंचाया। जहां से गंभीर रूप से घायल यात्रियों को जिला अस्पताल भेज दिया गया। जिला अस्पताल से कुछ यात्री मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिए गए हैं। पुलिस के मुताबिक मृतक की पहचान समस्तीपुर, बिहार के सुजीत कुमार के रूप में हुई है। दूसरी बस के चालक सुजौला, बिहार निवासी राजेंद्र सिंह की तहरीर पर मुकदमा दर्ज हुआ है।
ये हैं घायल
सिपोला, बिहार निवासी मनोज कुमार मंडल, अजय मंडल, रिजवान सिद्दीकी, नरेशन, अरमान, अताउल्लाह, मधुबनी, बिहार निवासी विनोद व रलकुमार, नथुनी, बिहार निवासी सूरज व सुखनी देवी।
एक-दूसरे से टकराया ट्रक-ट्रेलर व कार, दो घायल
उधर, चौरीचौरा क्षेत्र में बेलवा खुर्द गांव के पास रेलवे क्रासिंग के ट्रक, ट्रेलर व कार एक-दूसरे से टकरा गए। इस हादसे में दो लोग घायल हैं। स्थानीय स्वास्थ्य केंद्र में प्राथमिक उपचार के बाद उनको जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया है। घायलों की पहचान कुशीनगर जिले के त्रिलोकी राव और ऋषिमुनी यादव के रूप में हुई है। अहिरौली, कुशीनगर के पिपरही निवासी ऋषिमुनी, भाई बृजेश यादव के साथ ट्रेलर लेकर कसया जा रहे थे। उनके पीछे कार सवार थे। सुबह आठ बजे के आसपास रेलवे क्रासिंग के पास ट्रेलर सामने खड़े ट्रक से टकरा गई। पीछे से कार भी ट्रेलर से जाकर भिड़ गई। आसपास मौजूद लोगों ने घायलों को बाहर निकालकर अस्पताल पहुंचाया। रेलवे क्रासिंग के पास तीन वाहनों के आपस में टकरा जाने की वजह से जाम लग गया। सूचना पर पहुंची पुलिस ने दुर्घटनाग्रस्त वाहनों को हटवाने में एक घंटे से अधिक का वक्त लग गया। इसके बाद ही आवागमन चालू हो सका।