अब पाकिस्तान नहीं जा सकेंगी आपकी चिट्ठियां, जानें-क्यों लग गई रोक Gorakhpur News
विभाग के अनुसार इसकी शुरूआत पाकिस्तान ने बीते 23 अगस्त को ही डाक के आदान-प्रदान पर रोक लगाते हुए कर दी। उसने भारत सरकार को इसकी जानकारी भी नहीं दी।
गोरखपुर, जेएनएन। डाक विभाग ने पाकिस्तान जाने वाली सभी तरह की डाक पर रोक लगा दी है। केंद्रीय डाक भवन की ओर से जारी निर्देश के बाद पोस्ट मास्टर जनरल कार्यालय ने परिक्षेत्र के सभी डाकघरों को अगले आदेश तक पाकिस्तान के लिए डाक बुक न करने के निर्देश दिए हैं। इससे लोग अब पाकिस्तान में बसे सगे-संबंधियों से पत्राचार नहीं कर सकेंगे।
रोक लगाने की शुरुआत पाकिस्तान ने की
विभाग के अनुसार इसकी शुरूआत पाकिस्तान ने बीते 23 अगस्त को ही डाक के आदान-प्रदान पर रोक लगाते हुए कर दी। उसने भारत सरकार को इसकी जानकारी भी नहीं दी। इसका खुलासा तब हुआ जब भारत से पाकिस्तान जाने वाली डाक बगैर डिलीवरी लौटने लगी।
पाकिस्तान के इस अगंभीर रवैये पर आपत्ति जताते हुए भारत ने वहां डाक न भेजने का फैसला ले लिया, जिस पर डाक भवन ने 18 अक्टूबर को पत्र जारी किया। पीएमजी कार्यालय ने 21 अक्टूबर को परिक्षेत्र में आने वाले गोरखपुर, कुशीनगर, देवरिया, कुशीनगर, महराजगंज, बस्ती, संतकबीर नगर, सिद्घार्थनगर, बहराइच, गोंडा, बलरामपुर, श्रावस्ती, मऊ और आजमगढ़ के सभी डाकघरों को पाकिस्तान के लिए डाक बुक न करने का निर्देश जारी कर दिया।
विदेशी डाक में पाकिस्तान की हिस्सेदारी 18 फीसद
एक रिपोर्ट के अनुसार परिक्षेत्र से प्रति तीन महीने में औसतन 2000 डाक विदेश के लिए बुक होती हैं। इनमें से करीब साढ़े तीन सौ डाक पाकिस्तान की होती हैं। इसमें 80 फीसद रजिस्ट्री होती है।
अगले आदेश तक प्रभावी रहेगी व्यवस्था
गोरखपुर डाक परिक्षेत्र के सहायक निदेशक एचके राव का कहना है कि पाकिस्तान के लिए किसी भी तरह की डाक बुक न करने के निर्देश सभी डाकघरों को दिए गए हैं। अगले आदेश तक यह प्रभावी रहेगा।