अब सकरे रास्ते नहीं रोक पाएंगे पुलिस का रास्ता, जानें यूपी पुलिस की यह नई व्यवस्था
शहरों के भीड़भाड़ वाले क्षेत्रों में इनोवा, बोलेरो से पहुंचने में पुलिस को होने वाली परेशानी को देखते हुए छोटी कारों को खरीदने की तैयारी हो रही है।
By Pradeep SrivastavaEdited By: Published: Thu, 20 Sep 2018 12:25 PM (IST)Updated: Thu, 20 Sep 2018 03:55 PM (IST)
गोरखपुर (नवनीत प्रकाश त्रिपाठी)। किसी घटना या दुर्घटना की सूचना पर तत्काल मौके पर पहुंचने की पीआरवी (पुलिस रिस्पांस व्हीकल) की रफ्तार पर सकरे रास्ते ब्रेक लगा देते हैं। खासकर घनी आबादी वाले इलाकों में खासी मुश्किल पेश आती है। तब जबकि सूचना मिलने पर पीआरवी के लिए मौके पर पहुंचने का समय (रिस्पांस टाइम) निर्धारित है। डायल 100 को जल्दी ही इस समस्या से निजात मिल जाएगी। सकरे रास्तों की दिक्कत के बारे में बताने पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शहर में पीआरवी के लिए छोटी कारों का इस्तेमाल करने की मंजूरी दे दी है। उन्होंने आइजी को इसके लिए प्रस्ताव तैयार कर भेजने का निर्देश दिया है। ताकि छोटी कारें उपलब्ध कराई जा सकें।
अभी पुलिस के पास हैं इनोवा, बोलेरो
डायल 100 के लिए सभी जिलों को बड़ी संख्या में इनोवा और बोलेरो गाडिय़ां मिली हुई हैं। इन गाडिय़ों का संचलन लखनऊ स्थित कंट्रोल रूम से होता है। 100 नंबर पर कोई सूचना देने पर फोन लखनऊ स्थित कंट्रोल रूम में अटेंड किया जाता है। आपरेटर जीपीएस की मदद से सूचना देने वाले की लोकेशन ट्रेस कर उसके सबसे करीब मौजूद डायल 100 की पीआरवी को मौके पर पहुंचने का निर्देश देता हैं। शहर में पीआरवी के मौके पर पहुंचने की समय सीमा 15 मिनट और ग्रामीण इलाकों में 25 मिनट निर्धारित है।
घनी आबादी में होती है परेशानी
गोरखपुर में कोतवाली, राजघाट, तिवारीपुर, गोरखनाथ और कैंट थाने के कई पुराने मोहल्ले काफी घनी आबादी वाले हैं। इन मोहल्लों में इनोवा या बोलेरो गाड़ी से जाने में खासी मुश्किल आती है। पिछले दिनों गोरखपुर दौरे पर आए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को आइजी निलाब्जा चौधरी ने इस समस्या से अवगत कराया और घनी आबादी तथा सकरे रास्तों के लिए छोटी कारों की जरूरत बतायी। मुख्यमंत्री ने छोटी कारों के इस्तेमाल करने की सहमति देते हुए, इनकी खरीद के लिए अविलंब प्रस्ताव भेजने का निर्देश दिया है। कारों को पीआरवी के बेड़े में शामिल करने के बाद अभी तक इस्तेमाल हो रही इनोवा और बोलेरो को ग्रामीण क्षेत्र में शिफ्ट कर दिया जाएगा।
गोरखपुर में 49 इनोवा व बोलेरो शामिल हैं पीआरवी बेड़े में
- गोरापुर में 39 इनोवा से गश्त करती है पुलिस
- 10 बोलेरो का भी पीआरवी में हैं शामिल
- 49 छोटी कारों को खरीदने का भेजा जाएगा प्रस्ताव
सीएम दे चुके है अनुमति
आइजी गोरखपुर निलाब्जा चौधरी का कहना है कि सकरे रास्तों पर इनोवा या बोलेरो की जगह कार का इस्तेमाल करने की अनुमति मुख्यमंत्री ने दे दी है। उनके निर्देश पर जल्द ही प्रस्ताव बनाकर भेजा जाएगा।
गोरखपुर पुलिस को मिलेंगी दो बड़ी बसें
गोरखपुर पुलिस को बहुत जल्दी दो बड़ी बसें मिल जाएंगी। शासन ने इसका प्रस्ताव मंजूर कर लिया है। आइजी निलाब्जा चौधरी ने बताया कि जिले में महत्वपूर्ण व्यक्तियों का दौरा होने की वजह से बड़ी संख्या में पुलिसकर्मियों को सुरक्षा में लगाया जाता है। इनको एक जगह से दूसरी जगह ले जाने में खासी दिक्कत पेश आ रही थी। इस समस्या से निजात पाने के लिए चार बड़ी बसों के लिए प्रस्ताव बनाकर भेजा गया था। शासन ने दो बस उपलब्ध कराने की मंजूरी दे दी है। बहुत जल्दी ये बसें जनपद पुलिस को मिल जाएंगी।
अभी पुलिस के पास हैं इनोवा, बोलेरो
डायल 100 के लिए सभी जिलों को बड़ी संख्या में इनोवा और बोलेरो गाडिय़ां मिली हुई हैं। इन गाडिय़ों का संचलन लखनऊ स्थित कंट्रोल रूम से होता है। 100 नंबर पर कोई सूचना देने पर फोन लखनऊ स्थित कंट्रोल रूम में अटेंड किया जाता है। आपरेटर जीपीएस की मदद से सूचना देने वाले की लोकेशन ट्रेस कर उसके सबसे करीब मौजूद डायल 100 की पीआरवी को मौके पर पहुंचने का निर्देश देता हैं। शहर में पीआरवी के मौके पर पहुंचने की समय सीमा 15 मिनट और ग्रामीण इलाकों में 25 मिनट निर्धारित है।
घनी आबादी में होती है परेशानी
गोरखपुर में कोतवाली, राजघाट, तिवारीपुर, गोरखनाथ और कैंट थाने के कई पुराने मोहल्ले काफी घनी आबादी वाले हैं। इन मोहल्लों में इनोवा या बोलेरो गाड़ी से जाने में खासी मुश्किल आती है। पिछले दिनों गोरखपुर दौरे पर आए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को आइजी निलाब्जा चौधरी ने इस समस्या से अवगत कराया और घनी आबादी तथा सकरे रास्तों के लिए छोटी कारों की जरूरत बतायी। मुख्यमंत्री ने छोटी कारों के इस्तेमाल करने की सहमति देते हुए, इनकी खरीद के लिए अविलंब प्रस्ताव भेजने का निर्देश दिया है। कारों को पीआरवी के बेड़े में शामिल करने के बाद अभी तक इस्तेमाल हो रही इनोवा और बोलेरो को ग्रामीण क्षेत्र में शिफ्ट कर दिया जाएगा।
गोरखपुर में 49 इनोवा व बोलेरो शामिल हैं पीआरवी बेड़े में
- गोरापुर में 39 इनोवा से गश्त करती है पुलिस
- 10 बोलेरो का भी पीआरवी में हैं शामिल
- 49 छोटी कारों को खरीदने का भेजा जाएगा प्रस्ताव
सीएम दे चुके है अनुमति
आइजी गोरखपुर निलाब्जा चौधरी का कहना है कि सकरे रास्तों पर इनोवा या बोलेरो की जगह कार का इस्तेमाल करने की अनुमति मुख्यमंत्री ने दे दी है। उनके निर्देश पर जल्द ही प्रस्ताव बनाकर भेजा जाएगा।
गोरखपुर पुलिस को मिलेंगी दो बड़ी बसें
गोरखपुर पुलिस को बहुत जल्दी दो बड़ी बसें मिल जाएंगी। शासन ने इसका प्रस्ताव मंजूर कर लिया है। आइजी निलाब्जा चौधरी ने बताया कि जिले में महत्वपूर्ण व्यक्तियों का दौरा होने की वजह से बड़ी संख्या में पुलिसकर्मियों को सुरक्षा में लगाया जाता है। इनको एक जगह से दूसरी जगह ले जाने में खासी दिक्कत पेश आ रही थी। इस समस्या से निजात पाने के लिए चार बड़ी बसों के लिए प्रस्ताव बनाकर भेजा गया था। शासन ने दो बस उपलब्ध कराने की मंजूरी दे दी है। बहुत जल्दी ये बसें जनपद पुलिस को मिल जाएंगी।
Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें