अब बिजली बिल निकालने के साथ जमा करेंगे मीटर रीडर
जिले में सवार चार लाख बिजली उपभोक्ता हैं। तीन लाख 80 हजार उपभोक्ताओं के यहां मीटर लग गए हैं। मीटर रीडिंग निकालने की जिम्मेदारी क्वेस क्राप कंपनी को दी गई है। एक नवंबर से ही इस कंपनी को यह जिम्मेदारी दी गई है।
गोरखपुर, जागरण संवाददाता। देवरिया जिले में बिजली बिल जमा करने की व्यवस्था जनवरी माह में बदल गई। अब दरवाजे पर मीटर रीडिंग निकालने के साथ ही बिजली बिल जमा करने की भी मीटर रीडरों को सुविधा दी गई है। हालांकि कुछ ही मीटर रीडरों को यह सुविधा दी गई है। जल्द ही जिले के 252 मीटर रीडरों को भी इसकी जिम्मेदारी दे दी जाएगी।
जिले में हैं सवा चार लाख बिजली उपभोक्ता
जिले में सवार चार लाख बिजली उपभोक्ता हैं। तीन लाख 80 हजार उपभोक्ताओं के यहां मीटर लग गए हैं। मीटर रीडिंग निकालने की जिम्मेदारी क्वेस क्राप कंपनी को दी गई है। एक नवंबर से ही इस कंपनी को यह जिम्मेदारी दी गई है। कंपनी ने जनपद में मीटर रीडिंग निकालने के लिए 252 मीटर रीडर रखा है। ऐसे तो इस कंपनी को मीटर रीडिंग कराने के साथ ही बिजली बिल जमा करने की भी जिम्मेदारी उसी समय दे दी गई थी, लेकिन सिस्टम अपडेट न होने के चलते यह सुविधा उस समय शुरू नहीं हो सकी थी।
45 मीटर रीडरों को दी गई बिल जमा करने की सुविधा
45 मीटर रीडरों को अब बिजली बिल जमा करने की सुविधा दी गई है। शहर में 20 मीटर रीडर हैं, जिसमें से मात्र एक रीडर को ही यह जिम्मेदारी दी गई है। नए सुविधा के शुरू होने से उपभोक्ताओं के साथ ही बिजली विभाग को भी लाभ होगा। दरवाजे पर ही बिजली बिल जमा हो जाएगा। कभी-कभी बिजली बिल निकलने के बाद लोग जमा करने में सुस्ती दिखाते हैं और बिजली बिल बकाया होता चला जाता है। जबकि बिजली विभाग को बिजली बिल वसूली में भी तेजी आ जाएगी।
इनको भी मिलेगी सुविधा
जिले में स्वयं सहायता समूह से जुड़ी 272 महिलाओं को विद्युत सखी बनाया गया है। यह महिलाएं भी बिजली बिल जमा करती हैं। अब एनआरएलएम की तरफ से इन महिलाओं के वैलेट में 30-30 हजार रुपये देने की तैयारी है, ताकि यह महिलाएं अधिक से अधिक बिजली बिल जमा कर सकें।
इस महीने बिजली बिल जमा करने की दी गई जिम्मेदारी
अधीक्षण अभियंता जीसी यादव बताते हैं कि इस महीने से मीटर रीडरों को भी बिजली बिल जमा करने की जिम्मेदारी दे दी गई है। अभी 45 मीटर रीडरों के बैलेट में यह सुविधा दी गई है। जल्द ही अन्य को भी इसकी जिम्मेदारी दे दी जाएगी। स्वयं सहायता समूह से जुड़ी महिलाएं भी बिजली बिल जमा करने में अहम भूमिका निभा रही हैं।