एम्स से अब बगैर इलाज के नहीं लौटेगा कोई मरीज, जानें-क्या हुई है व्यवस्था Gorakhpur News
अब सुबह 1030 बजे तक एम्स पहुंचने वाले सभी मरीजों का रजिस्ट्रेशन होगा ओपीडी पर्चा बनेगा और उन्हें डॉक्टर देखेंगे। समय से पहुंचने वाला कोई मरीज एम्स से निराश होकर नहीं लौटेगा।
गोरखपुर, जेएनएन। एम्स (अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान) ने मरीजों की सुविधा के लिए व्यवस्था में सुधार किया है। अब सुबह 10:30 बजे तक एम्स पहुंचने वाले सभी मरीजों का रजिस्ट्रेशन होगा, ओपीडी पर्चा बनेगा और उन्हें डॉक्टर देखेंगे। समय से पहुंचने वाला कोई मरीज एम्स से निराश होकर नहीं लौटेगा।
गेट पर ही उपलब्ध रहेगा फार्म
एम्स के डिप्टी डायरेक्टर अश्वनी माहौर के अनुसार सुबह आठ से 11 बजे तक मुख्य गेट पर फार्म पर मुहर लगती है। फार्म निश्शुल्क है और अब गेट पर ही उपलब्ध रहेगा। सुबह आठ बजे गेट खुलने के साथ ही उपस्थित मरीजों को फार्म वितरित कर दिया जाएगा। वे वहीं फार्म भरेंगे और गेट पर मुहर लगवाकर एम्स के अंदर आ जाएंगे। जिनके फार्म पर भी मुहर लग गई, उनका रजिस्ट्रेशन कार्ड व ओपीडी पर्चा भी बनेगा और बिना डॉक्टर को दिखाए वे नहीं लौटेंगे। यह व्यवस्था शुरू हो चुकी है।
डॉक्टर तक पहुंचने में लग जाते थे तीन दिन
इससे पहले लोग आठ बजे गेट खुलने के बाद ओपीडी में जाते थे। वहां से फार्म लेकर भरते थे, फिर गेट पर मुहर लगवाने के लिए आते थे। इस प्रक्रिया में आधा घंटा से अधिक समय लग जाता था, तब तक वे लाइन में बहुत पीछे चले जाते थे। उनका नंबर सुबह 11 बजे के अंदर आ गया तो ठीक, नहीं तो उन्हें निराश होकर घर लौटना होता था। दूसरे दिन मुख्य गेट पर फार्म पर मुहर लगवाते थे और रजिस्ट्रेशन के लिए ओपीडी में लाइन लगाते थे। जब तक रजिस्ट्रेशन होता था, तब तक ओपीडी पर्चा बनना बंद हो जाता था। 11 बजे तक ही ओपीडी पर्चा बनता था। इसलिए तीसरे दिन वह ओपीडी पर्चा बनवाकर डॉक्टर को दिखा पाते थे।
ऑनलाइन भी करा सकते हैं रजिस्ट्रेशन
एम्स में रजिस्ट्रेशन कराने की ऑनलाइन व्यवस्था एम्स खुलने के साथ ही शुरू हो गई थी, लेकिन शुल्क जमा करने की ऑनलाइन सुविधा नहीं था। इसलिए उन्हें रजिस्ट्रेशन कार्ड एम्स में जाकर बनवाना होता था। अब पेमेंट पोर्टल लांच हो चुका है। नेट बैंकिंग या डेविट कार्ड से पैसा जमा कर रजिस्ट्रेशन कार्ड डाउनलोड किया जा सकता है। इसके बाद एम्स पहुंचकर सीधे पर्चा बनवाना होगा।