गोरखपुर में अब कोटे की दुकानों से जमा होंगे बिजली बिल, उपभोक्ताओं को किया जाएगा प्रेरित Gorakhpur News
बिजली निगम ने शनिवार और रविवार को शहर के विभिन्न उपकेंद्रों और कार्यालयों में लगने वाले शिविर में शहर के 248 कोटेदारों को ई पाश मशीन के साथ बुलाया है। इसके लिए जिला पूॢत अधिकारी से भी अफसरों की बात हो गई है।
गोरखपुर, जेएनएन। कोटे की दुकानों पर भी बिजली का बिल जमा करने की सुविधा है लेकिन उपभोक्ता रुचि नहीं ले रहे हैं। अब कोटे की दुकानों पर बिजली का बिल जमा करने के लिए उपभोक्ताओं को प्रेरित किया जाएगा। इसके लिए बिजली निगम के शिविरों में कोटेदारों को भी बुलाया जा रहा है। निगम की ओर से शनिवार और रविवार को शहरी क्षेत्र में लगाए जा रहे शिविर में कोटेदारों को भी ई पाश मशीनों के साथ बुलाया गया है।
सुविधाओं के बाद भी नहीं जमा कर रहे बिजली बिल
बिजली उपभोक्ताओं की सहूलियत और बकायेदारी कम करने के लिए निगम लगातार नई-नई योजनाएं बना रहा है। आनलाइन पेमेंट और सीएससी केंद्र में बिजली का बिल जमा करने की सुविधा पहले ही दी जा चुकी है। इसके बाद भी भारी संख्या में उपभोक्ता नियमित बिजली का बिल नहीं जमा करते हैं। ऐसे उपभोक्ताओं को उनके घर के पास बिजली का बिल जमा करने के लिए कोटे की दुकानों को भी पिछले साल अधिकृत किया गया था लेकिन उपभोक्ता यहां भी बिल जमा करने में रुचि नहीं ले रहे हैं।
248 कोटेदारों को बुलाया गया
बिजली निगम ने शनिवार और रविवार को शहर के विभिन्न उपकेंद्रों और कार्यालयों में लगने वाले शिविर में शहर के 248 कोटेदारों को ई पाश मशीन के साथ बुलाया है। इसके लिए जिला पूॢत अधिकारी से भी अफसरों की बात हो गई है। शिविर में ही कोटेदारों को बिजली का बिल जमा करने के तरीके के बारे में जानकारी दी जाएगी।
आज से शुरू होगा दो दिवसीय शिविर
बिजली निगम का शिविर शनिवार और रविवार को लगाया जाएगा। इसमें बिजली बिल सुधार, इलेक्ट्रानिक व स्मार्ट मीटर की गड़बड़ी समेत उपभोक्ताओं से जुड़ी सभी दिक्कतों का समाधान किया जाएगा। शिविर के लिए अफसरों को जिम्मेदारी भी दी जा चुकी है। अधीक्षण अभियंता यूसी वर्मा का कहना है कि शनिवार और रविवार को लगने वाले शिविर में शहर के 248 कोटेदारों को भी बुलाया गया है। इसके लिए जिला पूॢत अधिकारी से बात हो गई है। कोटे की दुकानों पर बिजली का बिल जमा करने की सुविधा मिलने के बाद उपभोक्ताओं को सहूलियत होगी और बिजली निगम का राजस्व बढ़ेगा।