Coronavirus Lockdown Day 34: निजी लैब में कोरोना जांच बंद, जानें-क्या है कारण Gorakhpur News
पैथकाइंड के डॉ. संतोष चौरसिया ने बताया कि रेट को लेकर कंपनी ने सैंपल लेने से मना कर दिया है। यही वजह है कि तीन दिनों से सैंपल नहीं लिए जा रहे हैं। जानकारी सीएमओ को दी गई है।
गोरखपुर, जेएनएन। कोरोना जांच के लिए नमूनों को निजी लैब लेने से मना कर रहे हैं। तीन दिन से निजी लैब में जांच बंद है। इंडियन काउंसिल आफ मेडिकल रिसर्च (आइसीएमआर) ने पहले इस जांच के लिए 4500 रुपये तय किया था, बाद में शासन ने घटाकर शुल्क 2500 रुपये कर दिया। दिल्ली व गुरुग्राम की दो लैब डॉ.लाल पैथलैब व पैथकाइंड को जांच की अनुमति मिली है। उनके कलेक्शन सेंटर गोरखपुर में हैं। वे 2500 रुपये में नमूने लेने को तैयार नहीं हैं।
4500 रुपये मिलने पर हुई थी जांच
निजी डॉक्टरों ने इसकी शिकायत कमिश्नर व सीएमओ से की है। लैब के कलेक्शन सेंटरों ने भी सीएमओ को पत्र भेजकर कहा है कि कंपनी ने 4500 रुपये दर तय किया है, हम 2500 रुपये में जांच कैसे कर सकते हैं। जब शुल्क 4500 रुपये था तो पैथकाइंड ने 21 नमूने लेकर जांच के लिए गुरुग्राम भेजा था, सभी की जांच रिपोर्ट निगेटिव आई थी।
दाम घटा तो सैंपल लेना बंद
शुक्रवार को शासन की तरफ से कोरोना जांच के लिए 2500 रुपये शुल्क तय कर दिया गया। इसके बाद से सैंपल नहीं लिए गए। इसके बाद मामला कमिश्नर और सीएमओ की बैठक में पहुंचा। निजी डॉक्टरों ने लैब संचालकों की शिकायत की।
शासन को दी गई जानकारी
सीएमओ डॉ. श्रीकांत तिवारी ने बताया कि इसकी जानकारी शासन को दी गई है, जो भी दिशा निर्देश मिलेंगे उनका पालन किया जाएगा। पैथकाइंड के डॉ. संतोष चौरसिया ने बताया कि रेट को लेकर कंपनी ने सैंपल लेने से मना कर दिया है। यही वजह है कि तीन दिनों से सैंपल नहीं लिए जा रहे हैं। जानकारी सीएमओ को दी गई है।
बढऩे लगी कुशीनगर के पीपीई किट की मांग
कुशीनगर में तैयार पीपीई (पर्सनल प्रोटेक्शन इक्यूपमेंट) किट की मांग बढऩे लगी है। रंगोली टेक्सटाइल्स ने इसका निर्माण किया है। मात्र 95 रुपये की इस किट के लिए गोरखपुर-बस्ती मंडल के कई जिलों से बैंकों, पुलिस विभाग, अस्पतालों व डॉक्टरों ने आर्डर दिए हैं। फर्म के संचालक सुभाष अग्रवाल और अंकित अग्रवाल ने कहा कि यह किट सस्ते दामों में अच्छी गुणवत्ता के साथ उपलब्ध है। उन्होंने बताया कि गोरखपुर में मेडिकल कॉलेज, जिला अस्पताल सहित अनेक अस्पतालों को किट की आपूर्ति की गई। मांग झारखंड व दिल्ली से भी आई है।