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UP Police: अब अफसर के रूप में जाने जाएंगे बीट कांस्टेबल, एडीजी ने जारी किया आदेश

गोरखपुर जोन के बीट कांस्टेबल अब बीट पुलिस अफसर के रूप में जाने जाएंगे। इसके लिए एडीजी ने जोन के सभी पुलिस अधिकारियों को निर्देशित भी किया है। एडीजी ने कहा कि बीट पुलिसिंग को महत्वपूर्ण बनाने के उद्देश्य से ऐसा किया जा रहा है।

By Pradeep SrivastavaEdited By: Published: Wed, 30 Jun 2021 09:10 AM (IST)Updated: Wed, 30 Jun 2021 09:27 AM (IST)
UP Police: अब अफसर के रूप में जाने जाएंगे बीट कांस्टेबल, एडीजी ने जारी किया आदेश
गोरखपुर जोन के एडीजी अखिल कुमार। - फाइल फोटो

गोरखपुर, जागरण संवाददाता। जोन के बीट कांस्टेबल अब बीट पुलिस अफसर के रूप में जाने जाएंगे। विभाग उनकी रिपोर्ट को भी अब गंभीरता से लेगा। अधिकारी उनकी रिपोर्ट को देखेंगे और उस पर कार्रवाई भी करेंगे। इसके लिए एडीजी ने जोन के सभी पुलिस अधिकारियों को निर्देशित भी किया है।

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बीट क्षेत्र के सक्रिय अपराधियों पर रखेंगे नजर-बीट क्षेत्र की रिपोर्ट को गंभीरता से लेंगे अधिकारी

बीट कांस्टेबल का कद बढ़ाने व बीट पुलिसिंग को मजबूत करने के उद्देश्य से एडीजी अखिल कुमार ने यह कदम उठाया है। एडीजी ने जोन के सभी पुलिस महानिरीक्षक, उप पुलिस महानिरीक्षक, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, पुलिस अधीक्षकों को निर्देशित किया है कि जोन में तैनात बीट कांस्टेबलों को बीट पुलिस अफसर कहा जाए। क्षेत्र के सार्वजनिक स्थलों पर उनके पोस्टर लगाए जाएं। जिस पर बीट पुलिस अफसर का नंबर अंकित रहे। ताकि लोग अपने क्षेत्र के बीट पुलिस अफसर को जान सकें और जरूरत पड़ने पर उनसे संपर्क स्थापित कर सकें।

मजबूत होगी बीट पुलिसिंग

बीट क्षेत्र से संंबंधित शिकायतों को सर्वप्रथम बीट पुलिस अफसर देखेंगे और उस अपनी रिपोर्ट वह उच्चाधिकारियों को भेजेंगे। एडीजी ने कहा कि बीट पुलिसिंग को महत्वपूर्ण बनाने के उद्देश्य से ऐसा किया जा रहा है। इससे एक सिपाही में भी जिम्मेदारी का भाव जगेगा। बीट पुलिस अफसर अपने क्षेत्र के सक्रिय अपराधियों की सूची तैयार करेंगे और उन पर नजर रखेंगे। क्षेत्र के हिस्ट्रीशीटरों की निगरानी आदि इनका प्रमुख कार्य होगा। इतना ही नहीं बीट क्षेत्र में किसी भी वारदात के लिए वह सीधे तौर पर जिम्मेदार होंगे।

क्षेत्र के संभ्रांत नागरिकों का भी तैयार करेंगे डेटा

बीट पुलिस अफसर क्षेत्र के संभ्रांत नागरिकों का डेटा भी तैयार करेंगे। वाट्सएप ग्रुप के जरिये उनसे निरंतर संवाद करेंगे। वह रोजाना अपने बीट क्षेत्र में जाकर वहां की प्रत्येक गतिविधि को नोट करेंगे और इससे थानाध्यक्ष को भी अवगत कराएंगे।

भ्रष्टाचार के आरोपित दारोगा को मिली जमानत

गोला से भ्रष्टाचार के आरोप में फरार चल रहे दारोगा विवेक चतुर्वेदी को हाईकोर्ट से जमानत मिल गई है। पुलिस अधीक्षक दक्षिणी एके सिंह ने यह जानकारी देते हुए बताया कि दारोगा हाईकोर्ट से इस आधार पर जमानत मिली है कि वह विदेश नहीं जाएगा। मुकदमें की जांच में विवेचक का सहयोग करेगा।


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