छात्र जीवन में किया था ऐसा अपराध, तीस साल बाद विधायक बनने के बाद मिली कुर्की की नोटिस
तीस साल पहले दर्ज हुए एक मुकदमे में खड्डा के भाजपा विधायक जटाशंकर त्रिपाठी के विरुद्ध कुर्की का नोटिस जारी हुआ है। पुलिस ने विधायक के घर पर कुर्की का नोटिस चस्पा किया।
गोरखपुर, जेएनएन। गोरखपुर के बांसगांव थाने में दर्ज हुए एक मुकदमे में खड्डा के वर्तमान भाजपा विधायक जटाशंकर त्रिपाठी के विरुद्ध कुर्की का नोटिस जारी हुआ है। सोमवार को पुलिस ने विधायक के पैतृक गांव चतुर वंदुवारी पहुंच कर उनके घर पर कुर्की का नोटिस चस्पा किया। इसमें विधायक को एक माह के अंदर समर्पण करने का आदेश दिया गया है। आदेश की अनदेखी करने पर कुर्की की करने की चेतावनी दी गई है। मामला तीन दशक पहले का है।
बांसगांव थानेदार ने बताया कि वर्ष 1998 में जटाशंकर सहित कई अन्य लोगों के विरुद्ध लोक सेवक के काम में बाधा पहुंचाने, दूसरों की जान खतरे में डालने और बलवा के आरोप मे मुकदमा दर्ज हुआ था। विधायक उस समय भटौली डिग्री कॉलेज में बीए द्वितीय वर्ष के छात्र थे। कालेज में छात्रसंघ गठन कराने की मांग को लेकर छात्रों के साथ उन्होंने आमरण अनशन किया था। उसी मामले में उनके विरुद्ध मुकदमा दर्ज हुआ था। मुकदमे में उन्होंने जमानत नहीं कराई थी। आरोपित का पता न चलने की पुलिस की रिपोर्ट पर कोर्ट से उनके विरुद्ध कुर्की का नोटिस जारी हुई है।
विधायक ने कहा, शासन में उठाऊंगा मामला
पैतृक घर पर कुर्की की नोटिस चस्पा किए जाने पर विधायक ने पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़ा किया है। उन्होंने कहा कि कुर्की की नोटिस जारी होने से पहले सम्मन, इसके बाद वारंट, फिर गैर जमानती वारंट जारी होता है। पुलिस ने यह प्रक्रिया या तो पूरी नहीं की या कागज में इसकी खानापूरी कर सीधे कुर्की की शुरू कर दी। मैं जन प्रतिनिधि हूं, लोगों के बीच रहता हूं। यदि कोई मुकदमा लंबित था तो पुलिस को वैधानिक तरीके से मुङो सूचित करना चाहिए था। पुलिस की शिकायत शासन में करूंगा।’