नौकरी भी नहीं मिली घर आ गया 11 लाख की वेतन रिकवरी की नोटिस Gorakhpur News
देवरिया जिले के मईल थाना क्षेत्र के बेलवा बाबू गांव के आनंद शंकर बीएड बीटीसी करने के बाद प्राथमिक व जूनियर हाईस्कूल के लिए होने वाली टेट की परीक्षा पास कर लिए। शिक्षक की नौकरी तो नहीं मिली लेकिन तहसील से 11 लाख रुपये की आरसी आ गई।
गोरखपुर, जेएनएन। बर्खास्त फर्जी शिक्षकों से वेतन की रिकवरी की कार्रवाई का खामियाजा दूसरे को भुगतना पड़ रहा है। बीएड, बीटीसी, टेट पास करने के बाद शिक्षक बनने के लिए काफी मेहनत की। शिक्षक की नौकरी तो नहीं मिली लेकिन तहसील से 11 लाख रुपये की आरसी आ गई। मामला देवरिया जिले के मईल थाना क्षेत्र के बेलवा बाबू गांव का है। यहां के आनंद शंकर बीएड, बीटीसी करने के बाद प्राथमिक व जूनियर हाईस्कूल के लिए होने वाली टेट की परीक्षा पास कर लिए। प्राथमिक विद्यालय में सहायक अध्यापक पद के लिए कई बार आवेदन किए लेकन कम मेरिट की वजह से शिक्षक नहीं बन सके। निराश होकर वह गांव पर ही काम करने लगे। इसी बीच बरहज तहसील से उनके घर अमीन ने 10 लाख 95 हजार 939 रुपये वसूली का नोटिस लेकर पहुंच गया।
नोटिस में लिखा है कि आपने कूटरचित प्रमाण पत्रों के आधार पर गोरखपुर के पूर्व माध्यमिक विद्यालय कुई बाजार में सहायक अध्यापक की नौकरी की है। स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) की जांच में आप फर्जी पाए गए हैं। फर्जीवाड़े के आरोप में आपकी सेवा समाप्त कर दी गई है। शासन के निर्देश के तहत आप से यह धनराशि वसूल की जाएगी। नोटिस मिलते ही आनन्द शंकर परेशान हो गए। उन्होंने जिलाधिकारी व जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी गोरखपुर को पत्र लिखकर मामले से अवगत कराते हुए न्याय की मांग की है।उप जिलाधिकारी बरहज सुनील सिंह ने बताया कि आरसी संबंधित विभाग करता है, जो जिलाधिकारी के माध्यम से मेरे यहां वसूली के लिए आता है। इसका जिम्मेदार संबंधित विभाग ही होता है। जिलाधिकारी अमित किशोर का कहना है कि जो आरसी आई है, वह संबंधित विभाग की ओर से जारी किया गया है। यदि वह व्यक्ति शिक्षक नहीं है और उसके नाम से गलत आरसी जारी हुई है। उनसे प्रतिवेदन लेकर जांच कराई जाएगी।