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सौर ऊर्जा से जगमगा रहे NER के समपार फाटक Gorakhpur News

सौर ऊर्जा से जगमगा रहे NER के समपार फाटक दो साल में तैयार हुई 67 लाख यूनिट बिजली

By Pradeep SrivastavaEdited By: Published: Mon, 06 Jul 2020 01:56 PM (IST)Updated: Mon, 06 Jul 2020 01:56 PM (IST)
सौर ऊर्जा से जगमगा रहे NER के समपार फाटक Gorakhpur News
सौर ऊर्जा से जगमगा रहे NER के समपार फाटक Gorakhpur News

गोरखपुर, जेएनएन। ऊर्जा संरक्षण की तरफ पूर्वोत्तर रेलवे ने अहम कदम बढ़ाया है। लखनऊ, वाराणसी और इज्जतनगर मंडल के 543 समफार फाटक सौर ऊर्जा से जगमगाने लगे हैं। गोरखपुर सहित तीनों मंडल के 81 रेलवे स्टेशनों पर साेलर लाइट लगा दिए गए हैं।

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पिछले वर्ष हुई 3.21 करोड़ के रेल राजस्व की बचत

पूर्वोत्तर रेलवे के गोरखपुर मुख्यालय गोरखपुर में तो बड़े पैमाने पर सौर ऊर्जा का उपयोग कर बिजली बचाई जा रही है। गोरखपुर के रेलवे स्टेशन, यांत्रिक कारखाना, प्रमुख मुख्य यांत्रिक इंजीनियर कार्यालय, प्रमुख मुख्य चिकित्सा निदेशक दफ्तर भवन पर सोलर लाइट लगे हैं। लखनऊ, इज्जतनगर और वाराणसी मंडल में मंडल रेल प्रबंधक कार्यालय, वाराणसी स्थित कोचिंग डिपो, लखनऊ मण्डल चिकित्सालय बादशाहनगर तथा बस्ती रेलवे स्टेशन पर भी सोलर लाइट लगे हैं। विभिन्न स्थलों पर सोलर ऊर्जा के प्रयोग से वर्ष 2018-19 में 30 लाख यूनिट तथा वर्ष 2019-20 में 37.30 लाख यूनिट ऊर्जा का उत्पादन हुआ। फलस्वरूप वर्ष 2018-19 में 2.32 करोड़ रुपये तथा वर्ष 2019-20 में 3.21 करोड़ के रेल राजस्व की बचत हुई।

पूर्वोत्तर रेलवे को मिल चुका है राष्ट्रीय ऊर्जा संरक्षण अवार्ड

ऊर्जा संरक्षण के क्षेत्र में उल्लेखनीय प्रदर्शन से पूर्वोत्तर रेलवे को राष्ट्रीय ऊर्जा संरक्षण अवार्डग मिल चुका है। इसके अलावा सर्टिफिकेट आफ मेरिट, यूपीनेडा द्वारा प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय पुरस्कार भी शामिल है। यह सभी पुरस्कार विभिन्न कैटेगरी जैसे- कारखाना, स्टेशन, चिकित्सालय और भवनों में लगातार किए जा रहे सोलर लाइट के प्रयोग के तौर पर मिले हैं।

एलईडी लाइट से चमक रहे 421 रेलवे स्टेशन

पूर्वोत्तर रेलवे में 421 रेलवे स्टेशनों पर एलईडी लाइट भी लगाए गए हैं।  मुख्यालय गोरखपुर सहित तीनों मंडल के सभी 339 सर्विस भवनों में भी एलईडी लाइट जल रहे हैं। 20736 आवंटित रेलवे आवासों में भी एलईडी लाइट का उपयोग किया जा रहा है।

परंपरागत ऊर्जा के उत्पादन की सीमा, उसके उपयोग पर होने वाले अत्यधिक व्यय तथा पर्यावरण पर प्रतिकूल प्रभाव को ध्यान में रखकर पूर्वोत्तर रेलवे में ऊर्जा के गैर परंपरागत स्रोत का उपयोग बड़े पैमाने पर किया जा रहा है। इससे रेल राजस्व की बचत हो रही है। - पंकज कुमार सिंह, सीपीआरओ, एनई रेलवे।


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