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मोबाइल में नेटवर्क नहीं, फिर भी इस एप से बेफिक्र होकर करिए काल

बीएसएनएल ने अपने ग्राहकों को तोहफा देते हुए विंग्स नाम का एक मोबाइल एप लांच किया है। मोबाइल नेटवर्क के बिना चलने वाले इस एप से ग्राहक कहीं भी बात कर सकेंगे।

By Pradeep SrivastavaEdited By: Published: Mon, 01 Apr 2019 10:54 AM (IST)Updated: Tue, 02 Apr 2019 09:42 AM (IST)
मोबाइल में नेटवर्क नहीं, फिर भी इस एप से बेफिक्र होकर करिए काल
मोबाइल में नेटवर्क नहीं, फिर भी इस एप से बेफिक्र होकर करिए काल

गोरखपुर, जेएनएन। बीएसएनएल ने अपने ग्राहकों को शानदार तोहफा देते हुए विंग्स नाम का एक मोबाइल एप लांच किया है। मोबाइल नेटवर्क के बिना चलने वाले इस एप से ग्राहक कहीं भी बात कर सकेंगे, इसके लिए इंटरनेट का होना जरूरी होगा। बीएसएनएल की यह सेवा वीओआइपी (वायस ओवर इंटरनेट प्रोटोकाल) पर आधारित है। इसमें ग्राहक के पास इंटरनेट (वाई-फाई) है, लेकिन मोबाइल में नेटवर्क नहीं है तो भी आसानी से कालिंग हो सकेगी।

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यह सामान्य कालिंग एप जैसा ही है। ग्राहक इसे अपने फोन में मौजूद सभी संपर्क नंबर को सिंक कर सकेंगे। ऐसे में बार-बार लोगों के नंबर सेव नहीं करने पड़ेंगे। विंग्स एप को गूगल प्ले-स्टोर से डाउनलोड किया जा सकता है। एप डाउनलोड करने के बाद ग्राहक को बीएसएनएल की वेबसाइट https://sancharaadhaar.bsnl.co.in/Wings/Login.do पर जाकर फोटो के साथ एक फार्म भरना होगा। इसके बाद ग्राहक को एक पिन मिलेगा जिसे विंग्स एप में डालना होगा। इसके बाद सेवा शुरू हो जाएगी और ग्राहक सालभर कालिंग कर सकेंगे।

एक महीने मुफ्त सेवा

बीएसएनएल के प्रधान महाप्रबंधक देवेंद्र सिंह के अनुसार बीएसएनएल विंग्स एक तरह से व्हाट्सएप की तरह ही है लेकिन इसमें चैटिंग की सुविधा नहीं है। यह बेसमेंट या बड़ी बिल्डिंग में कारगर साबित होगा जहां नेटवर्क नहीं रहता हैं या कम आता है। विंग्स एप को इस्तेमाल करने के लिए एक साल के लिए 1099 रुपये देने होंगे। बीएसएनएल लांचिंग आफर के तहत एक महीने की सेवा मुफ्त दे रहा है।

अब गांवों में भी लीजिए ब्राडबैंड का मजा

भारत संचार निगम लिमिटेड (बीएसएनएल) गोरखपुर मंडल के सभी गांवों को ब्रांड बैंड से जोडऩे की महत्वाकांक्षी योजना पर तेजी से कदम बढ़ा रहा है। पहले फेज में गोरखपुर के सात व महराजगंज के दो ब्लाकों में आप्टिकल फाइबर डालने का कार्य पूरा कर लिया गया है। पहले चरण में 594 ग्राम पंचायतों को कनेक्टिविटी दी जा चुकी है। कौड़ीराम, बांसगांव व परतावल में 44 जगहों पर कामन सर्विस सेंटर ने कार्य करना भी शुरू कर दिया है। इसी तरह दूसरे चरण के तहत गोरखपुर व महराजगंज के 23 ब्लाकों में फाइबर डालने का कार्य तेजी से चल रहा है। केबिल बिछाने का कार्य जल्द ही पूरा कर लिया जाएगा।

गोरखपुर के 20 ब्लाकों के 1233 ग्राम पंचायतों के पंचायत भवन तक आप्टिकल फाइबर पहुंचाया जाना है। महराजगंज के 12 ब्लाकों के 777 ग्राम पंचायतों में भी इस महत्वाकांक्षी योजना का क्रियान्वयन होना है। पहले चरण में गोरखपुर के बड़हलगंज, गोला, उरुवा, कौड़ीराम, बांसगांव, पिपरौली, सरदारनगर व महराजगंज के परतावल व महराजगंज शामिल हैं। कौड़ीराम में 12, बांसगांव में 10 व परतावल में 22 जगहों पर कामन सर्विस सेंटर ने कार्य करना शुरू कर दिया है। शेष बचे ग्राम पंचायतों में सेवा दिए जाने का कार्य चल रहा है।


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