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UP: इस अस्‍पताल में 16 वर्ष से नहीं हुई किसी चिकित्सक की तैनाती

यूपी के कुशीनगर में एक ऐसा अस्‍पताल है जहां सोलह वर्ष से किसी से किसी चिकित्‍सक की तैनाती नहीं हुई। इस अस्‍पताल में चिकित्सक के अलावा फार्मासिस्ट लैब टेक्निशियन स्टाफ नर्स वार्ड ब्वाय स्वीपर व चौकीदार के एक-एक पद स्वीकृत हैं लेकिन तैनाती केवल दो कर्मचारियों की ही है।

By Pradeep SrivastavaEdited By: Published: Sun, 18 Oct 2020 08:05 AM (IST)Updated: Sun, 18 Oct 2020 08:05 AM (IST)
UP: इस अस्‍पताल में 16 वर्ष से नहीं हुई किसी चिकित्सक की तैनाती
यूपी के कुशीनगर में स्‍वास्‍थ्‍य सेवाओं का बुरा हाल है। - प्रतीकात्‍मक तस्‍वीर

कुशीनगर, जेएनएन। कुशीनगर के खंड विकास दुदही के रामपुर बरहन में स्थित प्राथमिक स्‍वास्‍थ्‍य केंद्र पर बीते सोलह वर्ष से किसी चिकित्‍सक की तैनाती नहीं हुई। नारायणी व बांसी नदी के दियारा के दर्जनों गांवों के लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा मुहैया कराने के लिए वर्ष 2004 में इसकी स्थापना हुयी थी। उसी समय से यहां स्थायी चिकित्सक की तैनाती नहीं हो सकी है। फार्मासिस्ट सुरेंद्र गुप्त व वार्ड ब्वाय नंदलाल इसे चला रहे हैं। इससे मरीजों को इलाज में दिक्कत हो रही है। 

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चिकित्सक के अलावा सात पद स्‍वीकृत, तैनाती केवल दो पर

दो शैया वाले इस अस्पताल में चिकित्सक, फार्मासिस्ट, लैब टेक्निशियन, स्टाफ नर्स, वार्ड ब्वाय, स्वीपर, व चौकीदार के एक-एक पद स्वीकृत हैं। मौजूदा समय में एक फार्मासिस्ट व एक वार्ड ब्वाय की ही तैनाती है। क्षेत्र के सचिंद्र राय, कल्पनाथ कुशवाहा, हरिश्चंद्र मुखिया, विनोद खरवार, पप्पू राय, रामचंद्र, मुन्ना मिश्र, संतोष लाल श्रीवास्तव आदि ने कहा कि अस्पताल से न तो दवा मिलती है और न ही खुलने व बन्द होने का कोई समय निर्धारित है। परिसर झाड़ियों से पटा है, अस्पताल जाने वाले रास्ते में पानी व कीचड़ भरा रहता है। इंडिया मार्का टू हैंडपंप भी खराब है। अस्पताल व दुदही सीएचसी के प्रभारी चिकित्साधिकारी डा. एके पांडेय ने कहा कि मामले से उच्चाधिकारियों को अवगत कराया गया है। सीएमओ डा. एनके गुप्ता ने कहा कि चिकित्सकों की कमी की वजह से दिक्कत आ रही है। चिकित्सक मिलते ही स्थायी तैनाती कर दी जाएगी।

एएनएम सेंटर बदहाल, लोग स्वास्थ्य सुविधा से वंचित

कुशीनगर कुुुुुुुुशीनगर के कसया ब्लाक के गांव सिरसिया खोहिया में लगभग तीन दशक पूर्व बना एएनएम केंद्र का भवन जर्जर हो गया है। यहां पर गर्भवती महिलाओं की देखभाल व बच्चों की टीकाकरण के लिए दो एएनएम तैनात हैं, लेकिन उन्हें गांव में बैठकर कार्य संपादित करना पड़ता है। इससे गर्भवती व प्रसव पीड़ित महिलाओं को इलाज में काफी परेशानी होती है, स्वजन को उन्हें शहर में ले जाना पड़ता है। क्षेत्र के अशोक चौबे, सुधा रंजन चौबे, गोरख यादव, धनंजय सिंह, संतोष सिंह, अविनाश वर्मा आदि ने भवन की मरम्मत करा आवश्यक संसाधन उपलब्ध कराने की मांग की है। प्रभारी चिकित्साधिकारी मारकंडेय चतुर्वेदी ने कहा कि इस स्थिति से उच्चाधिकारियों को अवगत कराया गया है, शीघ्र ही व्यवस्था में सुधार होगा।


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