गोरखपुर में नहीं हो रही स्टेडियम की बुकिंग, एक दर्जन से अधिक आवेदन लंबित Gorakhpur News
गाइड लाइन के अनुसार स्टेडियम में वहीं आयोजन किए जाए जो दर्शक विहीन हो लेकिन जिन संस्थाओं द्वारा आवेदन किए गए हैं वह दर्शक विहीन आयोजन को लेकर तैयार नहीं है। जिसके कारण क्षेत्रीय क्रीड़ाधिकारी ने संस्थाओं को स्टेडियम की बुकिंग करने से इंकार कर दिया है।
गोरखपुर, जेएनएन। कोरोना के कारण भले ही कक्षा नौ से बारह तक के स्कूल खुल गए हैं। विश्वविद्यालयों व महाविद्यालयों में पढ़ाई शुरू हो गई है, लेकिन खेल के आयोजन पर कोरोना ब्रेक अभी भी बरकरार है। स्कूल से लेकर कालेजों तक खेलकूद की गतिविधियां शून्य हैं। स्टेडियम में होने वाली खेल प्रतियोगिताएं भी पूरी तरह ठप हैं। खेल प्रतियोगिताओं व अन्य आयोजनों के लिए क्षेत्रीय क्रीड़ांगन बंद हैं। स्कूल-कालेजों व खेल संस्थानों द्वारा हर साल विभिन्न प्रतियोगिताओं के लिए स्टेडियम की बुकिंग होती थी। जबकि इस बार कोरोना के कारण लगभग एक दर्जन से अधिक आवेदन क्षेत्रीय क्रीड़ाधिकारी कार्यालय में लंबित हैं।
सितंबर से लेकर अब तक जनपद के विभिन्न विद्यालयों, महाविद्यालयों व क्लबों से कार्यक्रम व खेल प्रतियोगिताओं के आयोजन को लेकर स्टेडियम बुकिंग के लिए एक दर्जन से अधिक आवेदन आए। शासन की गाइड लाइन के अनुसार स्टेडियम में वहीं आयोजन किए जाए जो दर्शक विहीन हो, लेकिन जिन संस्थाओं द्वारा आवेदन किए गए हैं वह दर्शक विहीन आयोजन को लेकर तैयार नहीं है। जिसके कारण क्षेत्रीय क्रीड़ाधिकारी ने संस्थाओं को स्टेडियम की बुकिंग करने से इंकार कर दिया है।
स्कूलों में शून्य हो चुका है खेल का सत्र
कोरोना के कारण माध्यमिक विद्यालयों में इस वर्ष खेल का सत्र शून्य हो चुका है, जिससे स्कूली खेल व राज्य स्तरीय प्रतियोगिता में छात्र-छात्राओं के शामिल होने की मंशा धूमिल हो चुकी है। राज्य स्तरीय खेलने वाले खिलाडिय़ों को प्रमाण पत्र मिलता है, जिसका सीधा फायदा उन्हें अगली कक्षाओं में नामांकन के साथ ही नौकरी में मिलता है।इस बार अब ऐसा कुछ भी नहीं होगा। क्षेत्रीय क्रीडाधिकारी अरुणेंद्र पांडेय का कहना है कि शासन ने दर्शक विहीन आयोजन का निर्देश दिया है, लेकिन इसको लेकर कोई भी संस्था तैयार नहीं है। अब तक स्टेडियम बुङ्क्षकग के लिए एक दर्जन से अधिक आवेदन आ चुके हैं, जो कार्यालय में लंबित हैं।