कपिलवस्तुु महाेत्सव से मिलेगा कालानमक चावल का नया वैश्विक बाजार
20 नवंबर से होने वाले कपिलवस्तु महोत्सव मेंं कालानमक चावल केंद्र बिंदु होगा। इससे नया वैश्विक बाजार मिलने की संभावना बलवती हो गई है। इंटरनेट मीडिया के माध्यम से कपिलवस्तु महोत्सव ने भी अपनी वैश्विक पहचान कायम की है।
गोरखपुर, जागरण संवाददाता। 20 नवंबर से होने वाले कपिलवस्तु महोत्सव मेंं कालानमक चावल केंद्र बिंदु होगा। इससे नया वैश्विक बाजार मिलने की संभावना बलवती हो गई है। इंटरनेट मीडिया के माध्यम से कपिलवस्तु महोत्सव ने भी अपनी वैश्विक पहचान कायम की है। प्रत्येक कार्यक्रम को ट्विटर, फेसबुक व वाट्सएप के माध्यम से पूरे विश्व में पहुंच रहा है। कृषि विभाग की ओर से कालानमक चावल से संबंधित संगोष्ठी का आयोजन होगा। इसमें प्रतिभाग करने के लिए उच्च संस्थानों से कृषि विशेषज्ञ आएंगे।
पूरी की गई आमंत्रण की प्रक्रिया
जिला प्रशासन ने गोष्ठी में आने वाले कृषि विशेषज्ञों को आमंत्रित करने की औपचारिकता पूरी कर ली है। अधिकांश ने सहमति भी दे दी है। कालानमक की खेती करने वाले किसानों को बुलाया जाएगा। निर्यातक को भी बुलाया जाएगा। इस चावल के लिए वैश्विक पटल पर नया बाजार खोजने पर चर्चा की जाएगी। इंटरनेट मीडिया के माध्यम से इसे विश्व में पहचान मिलेगी।
सांसद हेमा मालिनी व कवि कुमार विश्वास ने काला नमक को बताया बेहतरीन
कालानमक चावल को नया वैश्विक पहचान मिलेगा। कपिलवस्तु महोत्सव ने देश के साथ विश्व में अपनी पहचान बनाई है। इंटरनेट मीडिया पर इसके फालोअर की संख्या लाख में है। विश्व के कई देश में इसके फालोअर हैं, जो यहां होने वाले कार्यक्रम को लाइव देखते हैं। कपिलवस्तु महोत्सव 2020 ने वैश्विक पहचान बनाने में सफलता प्राप्त की थी। उस समय सांसद व अभिनेत्री हेमा मालिनी, कवि कुमार विश्वास आदि ने भी कपिलवस्तु महोत्सव के अधिकृत इंटरनेट मीडिया पर इसे बेहतरीन चावल बताया था। इसके बाद विश्व के कई देश में निर्यात के आर्डर भी मिले।
संगोष्ठी में विशेषज्ञ बताएंगे चावल की विशेषता
कपिलवस्तु महोत्सव में होने वाले संगोष्ठी में आयोजन समिति ने कृषि विशेषज्ञों को आमंत्रित किया है। विश्व चावल अनुसंधान केंद्र (ईरी) वाराणसी के निदेशक को कार्यक्रम में आमंत्रण भेजा गया है। इन्होंने प्रतिभाग करने की स्वीकृत प्रदान की है। इस अनुसंधान केंद्र में कालानमक चावल की विशेषता को कायम रखने पर शोध कार्य हो रहा है। इनके अलावा नरेंद्र कृषि विश्वविद्यालय कुमारगंज अयोध्या, पंतनगर कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति व प्रोफेसर, अपर मुख्य सचिव कृषि व कृषि निदेशक भी इसमें प्रतिभाग करने के लिए आएंगे। इनके अलावा कृषि विज्ञान केंद्र सोनहा के विशेषज्ञ, निर्यातक अभिषेक सिंह, एफीओ के संचालक, कालानमक धान के उत्पादक कृषक भी मौजूद रहेंगे।
ओडीओपी में चयनित है काला नमक
सीडीओ पुलकित गर्ग ने बताया कि ओडीओपी में चयनित होने के बाद वैश्विक स्तर पर कालानमक चावल ने पहचान बनाई है। अन्य राष्ट्र के आयातक इसके संबंध में जानकारी प्राप्त कर रहे हैं। अब इसने बाजार में अपनी पहचान व जगह बना ली है। इस बार के आयोजन से इसके लिए लाभदायक साबित होगा।
इंटरनेट मीडिया पर होगा महोत्सव का सीधा प्रसारण
जिलाधिकारी दीपक मीणा ने बताया कि कपिलवस्तु महोत्सव के सभी कार्यक्रम का इंटरनेट मीडिया के सभी प्लेटफार्म पर सजीव प्रसारण किया जा रहा है। इससे जुड़ी जानकारी प्राप्त करने के लिए विश्व के सभी काेने से लोग संपर्क कर रहे हैं। कालानमक चावल की विशेषता जानने के संबंध में भी लोग रूचि दिखा रहे हैं।