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दूसरे जोन में समायोजित किए जाएंगे NER के अभ्यर्थी, रेलवे बोर्ड ने जारी किया दिशा निर्देश Gorakhpur News

NER के अभ्यर्थी दूसरे जोन में भी समायोजित किए जाएंगे। रेलवे बोर्ड ने इस आशय का आदेश जारी किया है।

By Pradeep SrivastavaEdited By: Published: Wed, 10 Jun 2020 12:30 PM (IST)Updated: Thu, 11 Jun 2020 08:28 AM (IST)
दूसरे जोन में समायोजित किए जाएंगे NER के अभ्यर्थी, रेलवे बोर्ड ने जारी किया दिशा निर्देश  Gorakhpur News
दूसरे जोन में समायोजित किए जाएंगे NER के अभ्यर्थी, रेलवे बोर्ड ने जारी किया दिशा निर्देश Gorakhpur News

गोरखपुर, जेएनएन। आखिरकार पूर्वोत्तर रेलवे में पिछले दो साल से चल रही सहायक लोको पायलट की भर्ती प्रक्रिया का पटाक्षेप हो ही गया। मामले को संज्ञान में लेते हुए रेलवे बोर्ड ने 1681 पद के सापेक्ष उत्तीर्ण अभ्यर्थियों की नियुक्ति के लिए दिशा-निर्देश जारी कर दिया है।

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पूर्वोत्तर रेलवे जारी की 1579 अभ्यर्थियों की सूची

रेलवे बोर्ड ने कहा है कि पूर्वोत्तर रेलवे में पद के सापेक्ष तैनाती पूरी होने के बाद शेष अभ्यर्थियों को दूसरे जोन में समायोजित किया जाए। दूसरे जोन को भी निर्देशित किया है कि वे पूर्वोत्तर रेलवे को रिक्त पदों की संख्या बता दें। ताकि समायोजन की प्रक्रिया शुरू की जा सके। फिलहाल, पूर्वोत्तर रेलवे प्रशासन ने कुल 1579 अभ्यर्थियों की सूची जारी कर दी है।

पूर्वोत्तर रेलवे में बढ़ गए 447 पद, पता चला तो शुरू हुई जांच 

तीन फरवरी 2018 को 1234 पद पर सहायक लोको पायलटों की तैनाती के लिए विज्ञापन निकला। 20 सितंबर को 447 की संख्या और जुड़ गई। रेलवे ने आंख मूंद कर तीन चरणों में परीक्षा भी पूरी करा ली। मेडिकल के बाद 1377 की सूची जारी कर दी। दूसरे पैनल में 202 अभ्यर्थी जुड़ गए। जब रेलवे को अपनी गलती का अहसास हुआ तो 1099 अभ्यर्थियों का मंडल आवंटित कर हाथ खड़ा कर लिया। पूर्वोत्तर रेलवे प्रशासन का कहना है कि इससे अधिक उसके पास सहायक लोको पायलटों के पद ही नहीं हैं। शेष अभ्यर्थी नियुक्ति के लिए भर्ती बोर्ड का चक्कर लगाने लगे। अंतत: रेलवे बोर्ड को गुहार लगाई तो बात बनी। फिलहाल, मामले की जांच शुरू हो गई है।

अभ्यर्थियों को समायोजित करने के प्रयास किए जा रहे हैं। मामले की जांच भी चल रही है। दोषी के खिलाफ कार्रवाई होगी। - पंकज कुमार सिंह, सीपीआरओ, एनई रेलवे

रेलवे की नई व्‍यवस्‍था: पूरा पता बताइए, कहां जा रहे हैं

रेल यात्रियों को अब यह भी बताना होगा कि वे कहां जा रहे हैं। आरक्षण टिकट के लिए भरे जाने वाले आवेदन पत्र (मांग पत्र) पर मूल पता व मोबाइल नंबर के अलावा जहां जा रहे हैं, वहां का भी पूरा पता भरना होगा। पूर्वोत्तर रेलवे के आरक्षण काउंटरों पर यह नई व्यवस्था शुरू हो गई है। फिलहाल, आवेदन पत्र पर गंतव्य का पूरा पता लिखने को नया कॉलम निर्धारित नहीं किया गया है। ऐसे में यात्रियों को आवेदन पत्र के नीचे ही इसे लिखना पड़ रहा है। हालांकि, सेंटर फार रेलवे इंफार्मेशन सिस्टम (क्रिस) ने टिकट बुकिंग सिस्टम में कॉलम निर्धारित कर दिया है। अगर यात्री आवेदन पत्र पर जाने वाले स्थान का पूरा पता नहीं लिखेंगे तो टिकट बुक नहीं हो पाएगा। जानकारों के अनुसार इस व्यवस्था से आपातकाल में यात्री से संपर्क स्थापित करना आसान होगा। मुख्य जनसंपर्क अधिकारी पंकज कुमार सिंह के अनुसार अब गंतव्य स्थल का पूरा पता लिखना अनिवार्य कर दिया गया है।

एक जुलाई से शुरू हो जाएगी तत्काल आरक्षण की सुविधा

इमरजेंसी (आपात स्थिति) में यात्रा करने वाले लोगों के लिए राहत भरी खबर है। एक जुलाई से स्पेशल ट्रेनों में भी तत्काल टिकटों की सुविधा भी मिलने लगेगी। मुख्य जनसंपर्क अधिकारी के अनुसार यात्री एक दिन पहले 30 जून से तत्काल टिकट बुक करा सकेंगे। देशभर में 30 वातानुकूलित सहित 230 स्पेशल ट्रेनें चल रही हैं। जिसमें गोरखपुर से बनकर चलने वाली पांच ट्रेनें भी शामिल हैं। आरक्षण टिकट काउंटरों पर पहले मिलने वाली सभी सुविधाएं बहाल कर दी गई हैं।


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