भारत के विरोध में सोनौली बार्डर पर नेपालियों का प्रदर्शन Gorakhpur News
छात्र संगठन और रानीतिक दलों के लोग सोनौली बार्डर के उस पार नेपाल के बेलहिया में एकत्रित हुए और वहां से जुलूस की शक्ल में नारेबाजी करते हुए नेपाल के कस्टम कार्यालय तक पहुंचे।
गोरखपुर, जेएनएन। नेपाल के कुछ हिस्सों का भारतीय नक्शे में दर्शाए जाने का आरोप लगाते हुए नेपाल में भारत विरोधी प्रदर्शन का दौर चल रहा है। शुक्रवार को भारत का विरोध कर रहे प्रदर्शनकारी सोनौली बार्डर से सटे बेलहिया में आए। प्रदर्शन कर रहे लोगों में छात्र संगठन व राजनैतिक दलों के लोग शामिल थे। हालांकि नेपाल पुलिस फोर्स ने प्रदर्शनकारियों को नोमेंस लैंड तक आने की अनुमति नहीं दी।
बार्डर के पास निकाला जुलूस
पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार छात्र संगठन और रानीतिक दलों के लोग सोनौली बार्डर के उस पार नेपाल के बेलहिया कस्बे में एकत्रित हुए और वहां से जुलूस की शक्ल में नारेबाजी करते हुए नेपाल के भंसार (कस्टम) कार्यालय तक पहुंचे। वहां से प्रदर्शनकारी बार्डर की तरफ बढ़ रहे थे, लेकिन बेलहिया पुलिस ने सभी को रोक लिया। उसके बाद बार्डर पर बने अपने गेट के पास प्रदर्शकनकारी बैठ गए। वहीं से भारत विरोधी नारेबाजी करने लगे।
भारत विरोधी पोस्टर-बैनर था हाथ में
प्रदर्शनकारियों के हाथ में पोस्टर-बैनर था। वहां पर करीब दो घंटे तक विरोध प्रदर्शन व जनसभा की । प्रदर्शनकारियों को संबोधित करते हुए वक्ताओं ने कहा कि भारत द्वारा जारी नक्शे में नेपाल के कालापानी, लिपुलेख व लिपियाधुरा क्षेत्र को भारत ने अपने नक्शे में दिखाया गया है, जो अंतरराष्ट्रीय नियम कानून का उल्लंघन है।
भारत का विस्तारवाद स्वीकार नहीं
प्रदर्शनकारियों ने कहा कि भारत का यह विस्तारवाद स्वीकार नहीं किया जाएगा। नेपाल पुलिस के बेलहिया इंस्पेक्टर कमल बेलवासे ने बताया कि भारत के विरुद्ध बेलहिया में कालापानी व लिपुलेक को लेकर छात्र और आम नागरिकों ने प्रदर्शन किया है। उन्हें नोमेंस लैंड तक आने से रोका गया।
चौकन्नी रहीं भारतीय सुरक्षा एजेंसियां
बेलहिया में भारत विरोधी प्रदर्शनकारियों के जमावड़े की सूचना मिलते ही भारतीय सुरक्षा एजेंसियां चौकन्ना हो गईं । पुलिस, एसएसबी व खुफिया विभाग पल - पल का अपडेट लेते रहे और नेपाल पुलिस के संपर्क में रहे।