UP, Deoria Assembly By Election 2020: नदी के रास्ते पर नजर रखेगी एनडीआरएफ
जिले की पुलिस के साथ ही नदी के रास्तों पर एनडीआरएफ की टीम नजर रखेगी। माना जा रहा है कि चार दिनों के अंदर एनडीआरएफ की टीम जिले में आ जाएगी और अपनी नाव से नदी घाटों पर नजर रखेगी। उनके सहयोग में जिले की पुलिस रहेगी।
गोरखपुर, जेएनएन। पड़ोसी प्रांत बिहार में विधान सभा चुनाव व देवरिया सदर विधान सभा सीट पर हो रहे उप चुनाव को शांति पूर्ण संपन्न कराने के लिए प्रशासन ने अपनी ताकत झोंक दी है। यूपी-बिहार की पगडंडियों के साथ ही नदी के रास्तों पर भी पुलिस का पहरा लगाने की तैयारी है। जिले की पुलिस के साथ ही नदी के रास्तों पर एनडीआरएफ की टीम नजर रखेगी। माना जा रहा है कि चार दिनों के अंदर एनडीआरएफ की टीम जिले में आ जाएगी और अपनी नाव से नदी घाटों पर नजर रखेगी। इतना ही नहीं, उनके सहयोग में जिले की पुलिस रहेगी।
तीन नवंबर को होगा मतदान
पड़ोसी प्रांत बिहार के सिवान जनपद में व देवरिया सदर विधान सभा सीट पर हो रहे उप चुनाव के लिए तीन नवंबर को मतदान होगा। इसको लेकर तैयारी जोरों पर शुरू कर दी गई है। जगह-जगह बैरियर लगा दिए गए हैं, हर वाहनों की चेङ्क्षकग हो रही है। पहली बार नदी के रास्तों पर भी पुलिस का पहरा होगा। प्रशासन ने झरही नदी के बनकटा थाना क्षेत्र का मिश्रौली घाट, बंकुल घाट, छोटी गंडक नदी का लार थाना क्षेत्र का चुरिया घाट, दोगारी घाट, भाटपाररानी थाना क्षेत्र में महुजा से सोहगरा घाट तथा खुनआ नदी के भटनी थाने के चखनी घाट, बलुआ अफगान, झरही नदी पर खामपार थाना के क्षेत्र के भवानी छापर घाट को चिन्हित किया गया है। यहां पुलिस की पिकेट रहेगी। एसपी डा.श्रीपति मिश्र ने कहा कि जनपद की पुलिस के साथ ही नदी घाटों पर एनडीआरएफ की टीम भी रहेगी।
प्रचार वाहन का फाड़ा पोस्टर, पांच लोगों को पुलिस ने उठाया
देवरिया सदर कोतवाली के सबया गांव के समीप प्रचार वाहन पर लगे पोस्टर को सोमवार की रात कुछ अराजक तत्वों ने फाड़ दिया। मौके पर देर रात पहुंची पुलिस ने पांच लोगों को हिरासत में ले लिया। हालांकि मंगलवार की दोपहर बाद युवकों द्वारा माफी मांगने के बाद पुलिस ने सभी को छोड़ दिया। सदर विधान सभा सीट पर उप चुनाव हो रहा है, तीन नवंबर को मतदान होगा। सभी राजनीति दलों ने अपने प्रचार तेज कर दिए हैं और दिग्गज नेताओं को लगातार आना जारी है। एक राजनीति दल के प्रत्याशी का प्रचार वाहन सबया गांव के समीप सोमवार की रात खड़ा था। मूर्ति विसर्जन कर लौट रहे कुछ युवकों ने वाहन पर लगे पोस्टर को फाड़ दिया। विरोध करने पर एक कार्यकर्ता को भी कुछ कह दिया। जिसके बाद मामला तूल पकड़ लिया। कोतवाल चंद्रभान ङ्क्षसह का कहना है कि दोनों पक्षों में आपस में सुलह कर लिया है। साथ ही युवकों ने माफी मांगी है। जिसके बाद उन्हें छोड़ दिया गया है।