गोरखधाम एक्सप्रेस में आज से तौलिया नहीं, नैपकीन मिलेगा
गोरखधाम एक्सप्रेस में आज से तौलिया की जगह नेपकीन मिलेगा। यह प्रयोग एसी सेकेंड क्लास शुरू होगा। प्रयोग यदि सफल रहा तो इसे अन्य ट्रेनों में भी लागू किया जाएगा।
By Pradeep SrivastavaEdited By: Published: Mon, 22 Oct 2018 09:51 AM (IST)Updated: Mon, 22 Oct 2018 03:50 PM (IST)
गोरखपुर, (जेएनएन)। ट्रेन के एसी कोच में यात्रा करने वाले यात्रियों को अब तौलिये की जगह इकोफ्रेंडली नैपकीन दिया जाएगा। प्रयोग के तौर पर इसकी शुरुआत सोमवार से गोरखधाम एक्सप्रेस से होगी। इस ट्रेन के एसी-टू कोच में यात्रा करने वाले यात्रियों को नैपकीन दिए जाएंगे। इसके साथ ही कोच अटेंडेंट यात्रियों से एक प्रोफार्मा भरवाकर फीडबैक भी लेगा।
कोलकाता की फर्म कर रही है सप्लाई
अगर यात्रियों ने इसे सराहा तो अन्य प्रमुख ट्रेनों में भी इसे लागू किया जाएगा। डिस्पोजेबल नैपकीन की सप्लाई कोलकाता की एक फर्म कर रही है। पहले लाट में 20250 नैपकीन रेलवे स्टेशन के मैकेनाइज्ड लॉंड्री में मंगाई गई है।
50 ग्राम है वजन
लांड्री प्रभारी अमन कुमार ने बताया कि नैपकीन को 50 फीसद से ज्यादा कॉटन और बाकी फाइबर से बनाया गया है। वजन 50 ग्राम है और इसका आकार 40 गुणा 30 सेंटीमीटर रखा गया है।
कोलकाता की फर्म कर रही है सप्लाई
अगर यात्रियों ने इसे सराहा तो अन्य प्रमुख ट्रेनों में भी इसे लागू किया जाएगा। डिस्पोजेबल नैपकीन की सप्लाई कोलकाता की एक फर्म कर रही है। पहले लाट में 20250 नैपकीन रेलवे स्टेशन के मैकेनाइज्ड लॉंड्री में मंगाई गई है।
50 ग्राम है वजन
लांड्री प्रभारी अमन कुमार ने बताया कि नैपकीन को 50 फीसद से ज्यादा कॉटन और बाकी फाइबर से बनाया गया है। वजन 50 ग्राम है और इसका आकार 40 गुणा 30 सेंटीमीटर रखा गया है।
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