गोरखपुर में बाजार से अब आउट होने के कगार पर है एन-95 मास्क
अब जबकि थोक में कीमत घटकर 30 से 50 रुपये व फुटकर में 70 से सौ रुपये है ज्यादातर लोग ढाई से पांच रुपये वाले ओटी मास्क की मांग कर रहे हैं। जब कोरोना का दौर शुरू हुआ तो एन- 95 मास्क चीन व यूरोप के देशों से आता था।
गोरखपुर, जेएनएन। कोरोना के शुरुआती दौर में एन 95 मास्क के तेवर तीखे थे। आपूर्ति रुक जाने से सामान्य दिनों में थोक में 50 रुपये में बिकने वाला यह मास्क 250 रुपये तक बिका। फुटकर में मनमानी कीमत वसूली गई। लॉकडाउन खुलने के बाद जब पर्याप्त मात्रा में आपूर्ति शुरू हो गई, तो इसे पूछने वाले बहुत कम लोग हैं।
पहले आता था विदेश से, अब भारत में होने लगा निर्माण
अब जबकि थोक में कीमत घटकर 30 से 50 रुपये व फुटकर में 70 से सौ रुपये है, ज्यादातर लोग ढाई से पांच रुपये वाले ओटी मास्क की मांग कर रहे हैं। जब कोरोना का दौर शुरू हुआ तो एन- 95 मास्क चीन व यूरोप के देशों से आता था। प्रधानमंत्री के आह्वान पर अनेक कंपनियों ने इसे भारत में बनाना शुरू कर दिया। इससे पर्याप्त उपलब्धता हुई और दाम तेजी से घटे। अब तो केवल अस्पतालों से मांग आ रही है। पहले एक दिन में लगभग पांच सौ मास्क बिक जाते थे। अब मुश्किल से डेढ़ सौ बिकते हैं।
डेढ़ सौ रुपये पैकेट है ओटी मास्क
तीन स्तर वाले ओटी मास्क का पैकेट 130-150 रुपये में मिल रहा है। एक पैकेट में 50 मास्क होते हैं। छह घंटे उपयोग करने के बाद इसे फेंक दिया जाता है।
छह घंटे बाद निकाल देना चाहिए मास्क
जिला अस्पताल के फिजीशियन डॉ. राजेश कुमार ने बताया कि एन-95 मास्क पांच से छह स्तर का होता है। हर स्तर पर इसमें अत्यंत सूक्ष्म छिद्र होते हैं। इनके जरिये हवा तो जा सकती है लेकिन बैक्टीरिया, वायरस नहीं जा सकते। यह ओटी मास्क की अपेक्षा ज्यादा सुरक्षा प्रदान करता है। इसका इस्तेमाल भी छह घंटे से अधिक नहीं करना चाहिए। पांच दिन इसे अलग रखने के बाद पुन: पहना जा सकता है।
क्या कहते हैं कारोबारी
सर्जिकल सामान के थोक व्यापारी राजर्षि बंसल का कहना है कि इधर दो माह से एन-95 मास्क की उपलब्धता बहुत बढ़ गई है। कीमत भी काफी कम हुई है लेकिन मांग घट गई है। कुछ अस्पतालों व डॉक्टरों की तरफ से मांग आ रही है। सामान्य लोग ओटी मास्क पसंद कर रहे हैं। केमिस्ट एंड ड्रगिस्ट एसोसिएशन के अध्यक्ष संजय उपाध्याय के अनुसार बाजार में एन-95 की पर्याप्त उपलब्धता है। मांग को देखते हुए व्यापारियों ने बड़ी संख्या में माल मंगा लिया। लेकिन लोगों का रुझान ओटी मास्क की ओर बढ़ गया है। यह ज्यादा हल्का व आरामदेह है। इसे ही लोग खरीद रहे हैं।