सरसों तेल के मूल्य में उछाल, 145 रुपये पहुंचा प्रति लीटर भाव- यह है कारण
बीते दस दिनों में सरसों के तेल व रिफाइंड के दामाें में जबरदस्त उछाल आया है। तेल के दाम जहां 15 से 20 रुपये तक बढ़े हैं वहीं रिफाइंड ने भी पांच से दस रुपये तक महंगे हो गए हैं।
गोरखपुर, काशिफ अली। दाल के बाद अब सरसों के तेल ने रसोई का बजट बिगाड़ दिया है। बीते दस दिनों में सरसों के तेल व रिफाइंड के दामाें में जबरदस्त उछाल आया है। तेल के दाम जहां 15 से 20 रुपये तक बढ़े हैं वहीं रिफाइंड ने भी पांच से दस रुपये तक महंगे हो गए हैं। व्यापारियों का कहना है कि सरसों के दाम बढ़ने के कारण बाहर से ही तेल के दाम बढ़े हुए आ रहे हैं।
128 से 145 रुपये प्रति लीटर पहुंचा दाम
सरसों के तेज में अचानक आए उछाल ने आम ग्राहकों की कमर तोड़नी शुरू कर दी है। किराने की दुकान पर जोे ब्रांडेड सरसों का तेल 128 से 132 रुपये लीटर बिक रहा था वह बुधवार की सुबह 145 रुपये तक पहुंच गया। सिधारीपुर के किराना कारोबारी मो. जावेद ने बताया कि सरसों और पाम तेल में कभी इस तरह इजाफा नहीं हुआ। लाकडाउन के वक्त सरसों का तेल 105 रुपये लीटर था जो अब 150 रुपये पर पहुंचने वाला है। यही हाल पाम आयल का भी है। 85 से बढ़कर 115 पर पहुंच गया है। महेवा मंडी में तेल के थोक विक्रेता संजय सिंहानिया का कहना है कि ओलावृष्टि के कारण सरसों की फसल को काफी नुकसान हुआ है। पैदावार घटने के कारण इसका असर बाजार तक दिखने लगा है।
सरसों का मूल्य भी बढ़ा
इस समय जहां पीली सरसों जहां 4000 से 6500 रुपये प्रति क्विंटल पहुंच चुकी है तो वहीं काली सरसों के दाम 2500 से बढ़कर 3500 से 4000 रुपये प्रति क्विंटल तक पहुंच गए हैं। इस वजह से तेल के दामों में काफी बढ़ोतरी हाे रही है। थाेक व्यापारी प्रमोद कुमार का कहना है कि 15 लीटर वाली सरसों के तेल की टीन इस समय 1850 से 1900 रुपये में पहुंच गई है, एक महीने पहले इसके दाम 1690-1750 तक थे। वहीं 1400-1480 में बिकने वाला रिफाइंड भी 1590 रुपये में मिल रहा है। इसी तरह फुटकर में भी दोंनों पर पांच से बीस रुपये तक की बढ़ोतरी हुई है।