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प्रेम विवाह करना संदीप को पड़ा भारी, मिली मौत

एक दर्जी का एक युवती से प्रेम हो गया। दोनो ने शादी कर ली। पुलिस में अपहरण का दर्ज मुकदमा भी खत्म हो गया। बाद में दर्जी की हत्या हो गई।

By Edited By: Published: Tue, 18 Sep 2018 08:08 AM (IST)Updated: Tue, 18 Sep 2018 10:15 AM (IST)
प्रेम विवाह करना संदीप को पड़ा भारी, मिली मौत
प्रेम विवाह करना संदीप को पड़ा भारी, मिली मौत

गोरखपुर, (जेएनएन)। सिलाई का कार्य करने वाले संदीप कुमार विश्वकर्मा को प्रेमिका के साथ घर से भाग कर शादी करना भारी पड़ गया और जान गंवा कर प्रेमिका से शादी की कीमत चुकानी पड़ी। प्यार के दुश्मनों ने बीते नौ सितंबर को संदीप की हत्या कर प्रेम कहानी का अंत कर दिया।

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महराजगंज जिले के निचलौल थाना अंतर्गत ग्राम सभा धमउर निवासी संदीप कुशल दर्जी था और दिल्ली में रहकर वर्ष 2016 से सिलाई कर रहा था। अप्रैल 2018 में संदीप दिल्ली से घर आया तो उसकी मुलाकात दो दिन बाद कोठीभार थाना अंतर्गत सिसवा बाजार में एक युवती से हुई। पहली ही नजर में युवती उसे भा गई और तत्काल संदीप ने प्यार का इजहार कर दिया। युवती सहोदरा ने भी शादी की हामी भर दी।

संदीप ने अपने माता-पिता से सहोदरा से शादी कराने की पहल की पर युवती के परिजन दर्जी से बेटी की शादी को राजी नहीं हुए। प्रतिफल सहोदरा व संदीप ने घर से भाग कर शादी कर ली और पति-पत्नी की तरह रहने लगे। परिजनों ने सहोदरा को नाबालिग बता कर संदीप के मित्र रमाशंकर के खिलाफ कोठीभार थाने में अपहरण का केस दर्ज कराया था। पुलिस ने चार माह बाद पांच सितंबर को संदीप विश्वकर्मा को गिरफ्तार किया था। उसके बाद सहोदरा को भी पुलिस पकड़ लिया।

प्रेमिका सहोदरा ने खुद को बालिग बताया था और अपहरण के आरोप को खारिज कर दिया था। प्रेमिका सहोदरा ने कहा कि संदीप के साथ मर्जी से गई थी और उसके साथ शादी कर चुकी हैं और आगे का जीवन भी संदीप के साथ ही पति-पत्नी की तरह रहूंगी। कोठीभार पुलिस ने जांच की तो जन्म तिथि के आधार पर सहोदरा बालिग निकली। प्रतिफल कोठीभार पुलिस ने अपहरण का केस स्पंज कर दिया और सात सितंबर को सहोदरा को उसके माता-पिता को सौंप दिया। संदीप अगले दिन यानी आठ सितंबर को सहोदरा के गांव पहुंच गया पर प्रेमिका से मिलने में सफल नहीं हुआ तो अपने भाई से मिलने के लिए नौ सितंबर को नेपाल के लिए निकला पर भाई के पास पहुंच नहीं सका।

प्यार के दुश्मनों ने संदीप को नेपाल सीमा से उठा लिया और पीट कर हत्या कर उसकी लाश धमउर ग्राम की सीमा पर स्थित धान के खेत में फेंक कर फरार हो गए थे। हत्या के तीसरे दिन 12 सितंबर को उसकी लाश बरामद हुई थी। परिजनों ने भी संदीप विश्वकर्मा की हत्या की मुख्य वजह प्रेम विवाह बताया है। निचलौल थाने के प्रभारी निरीक्षक हरेंद्र मिश्र ने बताया कि प्रेम प्रपंच व पैसे के लेन देन को केंद्र में रख कर संदीप विश्वकर्मा की हत्या की जांच की जा रही है। शीघ्र ही हत्या करने व कराने वालों की गिरफ्तारी हो जाएगी।


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