गोरखपुर से वंदे भारत एक्सप्रेस चले, सांसद रविकिशन ने रेलमंत्री को लिखा पत्र Gorakhpur News
गोरखपुर के रवि किशन ने रेलमंत्री पीयूष गोयल को पत्र लिखकर लोगों की सुविधा के लिए गोरखपुर से दिल्ली के बीच एक वंदे भारत सुपरफास्ट एक्सप्रेस चलाने की मांग की है।
गोरखपुर, जेएनएन। गोरखपुर सदर के सांसद रवि किशन ने गोरखपुर ही नहीं पूर्वांचल और पड़ोसी मुल्क नेपाल और सीमावर्ती बिहार के आम यात्रियों की सुध लेते हुए उनकी आवाज दिल्ली तक पहुंचाई है। रेलमंत्री पीयूष गोयल को पत्र लिखकर लोगों की सुविधा के लिए गोरखपुर से दिल्ली के बीच एक वंदे भारत सुपरफास्ट एक्सप्रेस चलाने की मांग की है।
गोरखपुर से जोधपुर तक रेल सेवा शुरू करने का आग्रह
सदर सांसद ने अपने पत्र में उल्लेख किया है कि संसदीय क्षेत्र गोरखपुर पूर्वांचल का सबसे बड़ा महानगर है। बिहार और आसपास के लोग आवागमन के लिए गोरखपुर रेलवे स्टेशन का ही उपयोग करते हैं। नेपाल की जनता भी ट्रेन पकडऩे के लिए गोरखपुर ही आती है। ऐसे में वंदे भारत एक्सप्रेस चल जाने से लोगों को राहत मिलेगी। सांसद ने वाराणसी के रास्ते गोरखपुर से जोधपुर तक रेल सेवा शुरू करने का भी आग्रह किया है। राजस्थान से बड़ी संख्या में गोरखपुर और नेपाल तक की यात्रा करते हैं। अधिकतर लोगों का जन्म स्थान राजस्थान में है। ऐसे में अगर गोरखपुर से वाराणसी, इलाहाबाद, दिल्ली, रेवाड़ी, रतनगढ़ के रास्ते जोधपुर के लिए रेल सेवा शुरू हो जाए तो आम जन की राह आसान हो जाएगी। सांसद ने रेलमंत्री के अलावा पूर्वोत्तर रेलवे के महाप्रबंधक राजीव अग्रवाल को भी पत्र भेजा है।
अन्य छह बिंदुओं पर लिखा अलग से पत्र
गोरखपुर से चलने वाली रेलगाडिय़ों में साधारण श्रेणी के कोच बढ़ाए जाएं।
गोरखपुर से पुरी के बीच नई रेलगाड़ी चलाने की आवश्यकता है।
गोरखपुर से मुंबई के बीच एसी सुपरफास्ट चलाई की जरूरत है।
गोरखपुर से देहरादून के बीच चलने वाली दून एक्सप्रेस रोजाना की जाए।
गोरखपुर-पुणे एक्सप्रेस को रोजाना कर इसमें पेंट्रीकार की व्यवस्था की जाए।
गोरखपुर के रास्ते पाटलीपुत्र से दिल्ली के बीच राजधानी एक्सप्रेस चलाई जाए। यह ट्रेन 12553 वैशाली और 12557 सप्तक्रांति एक्सप्रेस के बीच में चलाई जा सकती है।
संसद में भी उठाई थी आम यात्रियों की समस्याएं
जुलाई में सदर सांसद ने संसद में भी आम यात्रियों की समस्याएं उठाई थी। रेलमंत्री से न सिर्फ सवाल पूछे थे, बल्कि आम लोगों की समस्याएं भी गिनाईं थीं। उन्होंने पूर्वांचल, बिहार और नेपाल के लोगों की परेशानियों का जिक्र करते हुए ट्रेनों में जनरल बोगियां बढ़ाने के साथ ही गोरखपुर से दिल्ली, मुंबई, पुणे और पुरी के लिए नई एक्सप्रेस ट्रेनों की मांग की थी।