मां ने रची थी बेटे को जेल भिजवाने की साजिश
जमीन के एक टुकड़े के लिए मां ने अपने ही बेटे को जेल भिजवाने की साजिश रची। मामले की जानकारी होने पर पुलिस ने मां को गिरफ्तार कर लिया है।
गोरखपुर, जेएनएन। पैतृक जमीन बेचने से रोक रहे बेटे को महिला आर्म्स एक्ट में जेल भिजवाना चाह रही थी। भेद खुलने पर शाहपुर पुलिस ने महिला उसके बहनोई और दो प्रापर्टी डीलरों को गिरफ्तार कर लिया। मुकदमा दर्ज कर उन्हें कोर्ट में पेश किया गया, जहां महिला को जमानत मिल गई।
एसपी सिटी विनय सिंह ने बताया कि गुलरिहा के झुंगिया में स्टेट बैंक के पास 36 डिस्मिल कीमती भूमि है। इस भूमि में आरोपी सुमित्रा देवी पत्नी विंध्याचल निषाद और उसकी दो बहनों का हिस्सा क्रमश : 12-12 डिस्मिल है। सुमित्रा देवी ने अपनी भूमि का सौदा एक प्रापर्टी डीलर से किया था। उसका बेटा श्रवण भूमि का सौदा दूसरे प्रापर्टी डीलर से करना चाह रहा था। इस बात को लेकर मां-बेटे के बीच कई बार विवाद हुआ था।
पुलिस के मुताबिक सुमित्रा ने अपने जानने वाले प्रापर्टी डीलर शाहपुर के शताब्दीपुरम निवासी देशराज पांडेय, राप्तीनगर फेज-चार निवासी जितेंद्र पाठक और बहनोई जंगल धूसड़ निवासी जनार्दन के साथ मिलकर श्रवण को आर्म्स एक्ट में जेल भिजवाने की योजना बना डाली। सोमवार को उसे 315 बोर के तमंचा और कारतूस के साथ पुलिस से पकड़वा दिया। श्रवण से पूछताछ में सच्चाई का पता चलने पर उसकी मां और सहयोगियों को गिरफ्तार किया गया। साजिश में शामिल दो अन्य प्रापर्टी डीलरों की तलाश चल रही है।
बेटे से डील करने वाले का सामने नहीं आया नाम
झुंगिया बाजार में स्थित सुमित्रा की 12 डिस्मिल बेशकीमती जमीन हथियाने के लिए प्रापर्टी डीलरों का दो गुट में विवाद है। एक गुट ने सुमित्रा से बातचीत कर जमीन की बाउंड्री करा ली है। रजिस्ट्री होना शेष है। दूसरा गुट सुमित्रा के बेटे श्रवण से बातचीत कर रहा है। मां से जुड़े प्रापर्टी डीलरों को पुलिस ने बेनकाब कर दिया। लेकिन बेटे से डील करने वाले वालों के नाम पर पुलिस ने चुप्पी साधी है। स्थानीय लोगों की माने तो बेटे से एक माफिया ने डील की है। जमीन मां के नाम होने की वजह से बात नहीं बन रही।