गोरखपुर शहर में हुई मॉर्निंग रेड, 21 पर एफआइआर, जानें-क्यों हो रही कार्रवाई Gorakhpur News
अधिशासी अभियंता ई. नवनीत कुमार के नेतृत्व में सुबह सात से गोपलापुर एवं बुद्ध विहार पार्ट ए तारामंडल में सघन जांच की गई। 61 उपभोक्ताओं के कनेक्शन चेक किए गए।
गोरखपुर, जेएनएन। विद्युत बकाएदारों के खिलाफ बिजली निगम की ओर से शहर के कई क्षेत्रों में मॉर्र्निंग रेड की गई। नगरीय विद्युत वितरण खंड प्रथम, तृतीय एवं चतुर्थ के अधिशासी अभियंताओं के नेतृत्व में जांच की गई। इस दौरान बिजली चोरी में 21 लोगों पर एफआइआर दर्ज कराई गई है। 74 लोगों के कनेक्शन बकाए में काटे गए जिनमें से 51 ने आसान किस्त योजना के तहत पंजीकरण करा लिया।
सुबह सात बजे से हुई कार्रवाई
नगरीय विद्युत वितरण खंड प्रथम के अधिशासी अभियंता ई. नवनीत कुमार के नेतृत्व में सुबह सात से गोपलापुर एवं बुद्ध विहार पार्ट ए तारामंडल में सघन जांच की गई। 61 उपभोक्ताओं के कनेक्शन चेक किए गए। बिजली चोरी करते मिले पांच लोगों पर संबंधित थाने में एफआइआर दर्ज कराई गई। छह लोगों का लोड बढ़ाया गया। नौ के कनेक्शन काटे गए। इनपर 6.45 लाख रुपये बकाया हैं। चार मीटर बदले गए। 11 लोगों ने आसान किस्त योजना के तहत पंजीकरण कराया।
यहां पर नौ पर मुकदमा
नगरीय विद्युत वितरण खंड तृतीय के अधिशासी अभियंता ई. वीके चौधरी के नेतृत्व में खोराबार उपकेंद्र के आवास विकास कालोनी झारखंडी में अभियान चलाया गया। इस दौरान 104 उपभोक्ताओं की जांच की गई। नौ लोगों पर बिजली चोरी में एफआइआर दर्ज कराई गई। ये लोग डाइरेक्ट केबल एवं मीटर से पहले केबल काटकर बिजली चोरी कर रहे थे। 30 लोगों का कनेक्शन काटा गया है। अंगद तिवारी के परिसर में घरेलू की जगह व्यवसायिक उपयोग पाया गया। जांच टीम में एसडीओ मुकेश गुप्ता, नीति मिश्रा, अवर अभियंता राजेश कुमार, रामजनक सिंह, विजिलेंस इंसपेक्टर विवेक सिंह शामिल रहे।
यहां पर भी सात लोगों के खिलाफ एफआइआर
नगरीय विद्युत वितरण खंड चार में अधिशासी अभियंता मुदित तिवारी के नेतृत्व में जांच की गई। यहां 112 कनेक्शन चेक किए गए और बिजली चोरी करने वाले सात लोगों पर एफआइआर दर्ज कराई गई है। यहां 34 लोगों की बिजली काटी गई। 19 लोगों का मीटर बदला गया जबकि 26 ने आसान किस्त योजना के तहत पंजीकरण कराया।
आसान किस्त योजना भी जारी रहेगा
अधीक्षण अभियंता ई. यूसी वर्मा का कहना है कि आसान किस्त योजना के तहत अभियान जारी रहेगा। शहर के अधिकतर क्षेत्रों में जांच की गई, जिसमें 21 लोगों पर एफआइआर दर्ज कराई गई है।