Monsoon Update 2022: गोरखपुर में झूम कर बरसे बदरा, सात घंटे में 84 मिमी हुई बारिश
Gorakhpur Weather News गोरखपुर में बुधवार को मानसून की इंट्री हो गई। जिले में मात्र सात घंटे में 84 मिमी बारिश हुई। इससे शहर के कई हिस्सों में भारी जलभराव हो गया। लोगों को गर्मी से राहत मिली लेकिन जलभराव से लोगों को काफी परेशानी का भी सामना करना पड़ा।
गोरखपुर, जागरण संवाददाता। गोरखपुर में मानसून देर से आया, लेकिन उसकी एंट्री जोरदार ढंग से हुई। पिछले सात घंटे में जिले में 84 मिलीमीटर वर्षा हो चुकी है। मौसम वैज्ञानिक कैलाश पांडेय ने पहले ही पूर्वानुमान जता दिया था कि बुधवार से लेकर शुक्रवार तक झमाझम वर्षा होगी। सुबह जोरदार वर्षा ने उनके दावे पर अपनी मुहर लगा दी है। झमाझम वर्षा के चलते तापमान में भी भारी गिरावट आई है। सुबह का न्यूनतम तापमान 24 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया है। दिन का तापमान 32 डिग्री सेल्सियस से नीचे रहा। पूरे दिन रुक रुककर बारिश होती रही। इससे लोगों को भीषण गर्मी से राहत मिली।
गर्मी से मिली राहत
बता दें मौसम विभाग वर्षा की रीडिंग सुबह 8:30 बजे से लेकर दूसरे दिन सुबह 8:30 बजे तक करता है। मौसम विभाग की रीडिंग के अनुसार मंगलवार सुबह 8:30 बजे से लेकर बुधवार सुबह 8:30 बजे( पिछले 24 घंटे में ) तक जिले में कुल 84 मिलीमीटर वर्षा हो चुकी है। जबकि मंगलवार की वर्षा सुबह 8:30 बजे के पहले हुई थी। सुबह 8:30 बजे के बाद वर्षा लगभग थम सी गई थी। इसके बाद आसमान में दिनभर बादल बनते रहे। रात डेढ़ बजे से अचानक झमाझम बरसा का क्रम शुरू हुआ। मौसम विशेषज्ञ कैलाश पांडेय ने बताया की यह स्थिति अभी शुक्रवार तक बनी रहेगी। झमाझम वर्षा ने प्रचंड गर्मी से परेशान लोगों को भारी राहत दी है।
जारी रहेगा बारिश का सिलसिला
पिछले कई दिनों से लोग वर्षा की प्रतीक्षा कर रहे थे। उनकी यह प्रतीक्षा मंगलवार की रात जोरदार वर्षा के साथ समाप्त हुई। रात डेढ़ बजे से लगातार वर्षा हो रही है। कुछ स्थानों पर गर्मी से बेहाल लोग मौसम का लुत्फ उठाते भी नजर आए हैं। मौसम विशेषज्ञ ने पूर्वानुमान जताया था कि मंगलवार से बारिश का सिलसिला शुरू हो जाएगा। शुक्रवार तक लगातार अच्छी वर्षा होगी।
चार साल बाद देर हुआ मानसून
मौसम विज्ञानी ने बताया कि चार साल बाद मानसून आने में इतनी देर हुई है। इससे पहले 2018 में मानसून की दस्तक 27 जून को हुई थी। बीते वर्ष 17 जून का मानसूनी बारिश की शुरुआत हो गई थी। बीते तीन वर्ष में मानसून आने में उत्तरोत्तर देर हुई है। पूर्वी उत्तर प्रदेश में मानसूनी बारिश की आदर्श तिथि 15 जून है।
बीते वर्षों में मानसून आने की तिथि
वर्ष - तिथि
2021 17 जून
2020 19 जून
2019 23 जून
2018 27 जून।