गोरखपुर महोत्सव : ड्रोन व सीसीटीवी कैमरों से होगी निगरनी
गोरखपुर महोत्सव की सुरक्षा-व्यवस्था को लेकर 450 पुलिसकर्मियों की ड्यूटी लगी है। ड्रोन व सीसीटीवी कैमरे से निगरानी होगी। कार्यक्रम स्थल को तीन जोन व सात सेक्टर में बांटा गया है।
गोरखपुर, जेएनएन। गोरखपुर महोत्सव की सुरक्षा-व्यवस्था चाक-चौबंद होगी। गुरुवार शाम तक इसको लेकर मंथन चला। 450 पुलिसकर्मियों की ड्यूटी लगी है। ड्रोन व सीसीटीवी कैमरे से निगरानी होगी। सुरक्षा के लिहाज से कार्यक्रम स्थल को तीन जोन व सात सेक्टर में बांटा गया है। सुरक्षा-व्यवस्था की निगरानी के लिए तीन एएसपी की ड्यूटी लगी है।
उनकी देखरेख में सात सीओ, 12 इंस्पेक्टर, 85 दारोगा, चार महिला दरोगा, 250 सिपाही, 40 महिला सिपाही के साथ दो कम्पनी पीएसी के जवान महोत्सव परिसर में चप्पे-चप्पे पर तैनात रहेंगे। ड्रोन और सीसीटीवी कैमरे से पूरे महोत्सव परिसर की निगरानी की जाएगी। कंट्रोल रूम बनाकर आने-जाने वाले लोगों की निगरानी की जा रही है।
छह गेट से मिलेगा प्रवेश
गोरखपुर महोत्सव में प्रवेश के लिए लिए छह गेट बना है। जिसमें एक गेट से वीआइपी और प्रतिभागी प्रवेश करेंगे। दूसरा गेट पास धारकों के लिए बनाया गया है। आम लोगों के लिए तीसरा गेट बना है। सुरक्षा की दृष्टि से सभी गेट पर डोर मेटल डिटेक्टर लगाया गया है, जहां एलआइयू के इंस्पेक्टर और दारोगा तैनात रहेंगे।
बाहर से मंगाई गई फोर्स
गोरखपुर महोत्सव की सुरक्षा व्यवस्था में गोरखपुर रेंज के अलावा गोंडा, बस्ती, बहराइच और बलरामपुर से फोर्स मंगाई गई है। बाहर से आए पुलिसकर्मियों ने गुरुवार सुबह पुलिस लाइन में अपनी आमद करा ली।
तीन दिन विश्वविद्यालय गेट के रास्ते नहीं जाएंगे भारी वाहन
गोरखपुर महोत्सव के लिए शहर में रूट डायवर्जन किया गया है। 11 से लेकर 13 जनवरी तक यह व्यवस्था प्रभावी होगी। दोपहर दो बजे से लेकर कार्यक्रम समाप्त होने तक विश्वविद्यालय गेट की तरफ कोई वाहन नहीं जाएगा। वीआइवी और पासधारक निर्धारित रूट से कार्यक्रम स्थल पर पहुंचेंगे।
रूट डायवर्जन
- लखनऊ- बस्ती से आने वाली रोडवेज की बसें पैडलेगंज, मोहद्दीपुर, विश्वविद्यालय चौराहा होते हुए रेलवे बस स्टेशन पहुंचेगी। देवरिया से आने वाली बसें भी इसी रूट से आएंगी।
- छात्रसंघ भवन चौराहा से कोई भी चार पहिया वाहन विश्वविद्यालय गेट की तरफ नहीं आएगा। सभी वाहन आंबेडकर चौराहा, कैंट चौराहा होते हुए गंतव्य की ओर जाएंगे।
- आयकर विभाग कार्यालय, आरटीओ की तरफ से वाहनों का आवागमन प्रतिबंधित रहेगा। इन वाहनों का संचालन हरिओम नगर तिराहा, सिटी माल तिराहा के रास्ते होगा।
- छात्रसंघ चौराहा से विश्वविद्यालय की तरफ किसी भी कामर्शियल वाहन की आवाजाही नहीं होगी। सभी वाहन वाहन सिटी माल तिराहा, आरटीओ तिराहा होकर चलाए जाएंगे।
इस रास्ते से मिलेगा प्रवेश
- महोत्सव में शामिल होने के लिए मुख्य गेट से बस के अलावा सभी प्रकार के वाहनों को प्रवेश दिया जाएगा। अधिकारियों, महोत्सव में शामिल होने वाले कलाकारों और ड्यूटी में तैनात कर्मियों के वाहनों की आवाजाही होगी।
- प्राचीन इतिहास विभाग की तरफ बने गेट से सभी वाहनों की निकासी होगी। कन्वेशन हाल गेट से वीवीआइपी और ब'चों को कार्यक्रम में लेकर आने वाले वाहनों का प्रवेश होगा।
इस गेट से होगी इनकी इंट्री
मंच के पीछे बने गेट से राज्यपाल, मुख्यमंत्री और कार्यक्रम में प्रतिभाग करने वाले कलाकारों को प्रवेश मिलेगा। उत्तर तरफ बने गेट नंबर एक से विशिष्ट जनों का प्रवेश होगा। गेट नंबर दो से अतिविशिष्ट लोगों को प्रवेश मिलेगा। पश्चिम तरफ बने गेट से सामान्य व्यक्ति महोत्सव में शामिल हो सकेंगे।
यहां खड़े होंगे वाहन
राज्यपाल और मुख्यमंत्री का काफिला मंच के पीछे खड़ा होगा। अतिविशिष्ट और विशिष्ट व्यक्तियों के वाहन क्रीड़ा संकुल मैदान के बाहर खड़े किए जाएंगे। स्कूली ब'चों को कार्यक्रम स्थल तक ले जाने वाले वाहन कन्वेशन हाल गेट से प्रवेश करके मूल्यांकन भवन के सामने मैदान में खड़े किए जाएंगे। आम लोगों के चार पहिया वाहन की पार्किंग मिनी स्टेडियम में होगी। बाइक पार्किंग की व्यवस्था विश्वविद्यालय गेट के पास स्थित साइकिल स्टैंड में की गई है।
विवि शिक्षक-कर्मचारियों ने किया गोरखपुर महोत्सव का बहिष्कार
अपने ही परिसर में आयोजित महोत्सव में पर्याप्त आदर, सम्मान न पाने से गोरखपुर विश्वविद्यालय के शिक्षकों-कर्मचारियों ने गोरखपुर महोत्सव का बहिष्कार करने की घोषणा की है। दर्द इस बात का है कि इन्हें शुक्रवार से शुरू हो रहे महोत्सव के लिए कुछ चुनिंदा शिक्षकों को छोड़ ज्यादातर को आमंत्रण पत्र और पास नहीं दिए हैं। यही नहीं वीवीआइपी के लिए निर्धारित आवागमन द्वार से कुलपति को प्रवेश नहीं दिए जाने की व्यवस्था है। महोत्सव आयोजकों की इस व्यवस्था से शिक्षक संघ और कर्मचारी संघ में खासा रोष है। दोनों संगठनों ने शुक्रवार को काली पट्टी बांध कर विरोध दर्ज कराने की घोषणा की है, साथ ही मुख्यमंत्री से शिकायत करने की चेतावनी भी दी है। शिक्षक संघ अध्यक्ष प्रो. विनोद सिंह और कर्मचारी संघ अध्यक्ष महेंद्र नाथ सिंह ने बताया कि महोत्सव अपने व्यापक उद्देश्य को प्रकट करने के सुअवसर से वंचित होता हुआ प्रतीत हो रहा है। पदाधिकारियों ने बताया कि गेट संख्या को अधिकारियों एवं अपने प्रियजनों के लिए सुरक्षित कर रखा गया है, वहीं आम जनमानस के प्रवेश द्वार गेट संख्या-6 से कुलपति प्रो. वीके सिंह के प्रवेश की व्यवस्था दी गई है। निमंत्रण पत्रों की सूची विश्वविद्यालय कुलसचिव द्वारा जिला प्रशासन को नहीं भेजी गई। यह प्रशासकीय अक्षमता का परिचायक है। इसे स्वीकार नहीं किया जा सकता।