देवरिया में वाट्सएप ग्रुप से होगी मनरेगा कार्यों की निगरानी, ये लोग रहेंगे शामिल
वाट्सएप में ग्राम प्रधान विधायक सांसद समेत अन्य लोग शामिल होंगे। देवरिया जिले में कुल 1185 ग्राम पंचायतों का वाट्सएप ग्रुप बनेगा। यहां 3.20 लाख मनरेगा मजदूरों का पंजीकरण है। ऐसे में मनरेगा कार्यों की गड़बड़ी रोकने के लिए विभाग अत्याधुनिक व्यवस्थाओं का सहारा लेना शुरू किया है।
गोरखपुर, जागरण टीम। देवरिया जिले में मनरेगा कार्यों की निगरानी के लिए अब नई व्यवस्था की जाएगी। वाट्सएप ग्रुप बनाकर ग्राम प्रधान, सांसद, विधायक, एमएलसी समेत अन्य जनप्रतिनिधियों को भी उसमें जोड़ा जाएगा। ग्रुप में 20 से अधिक मजदूरों वाले कार्यस्थल का मस्टरोल साझा किया जाएगा। इससे मनरेगा के कार्यों की निगरानी में पारदर्शिता आएगी।
देवरिया में हैं 16 विकास खंड: जिले में 16 विकास खंड हैं, जिसमें 1185 ग्राम पंचायतें हैं। जिले में 3.20 लाख मनरेगा मजदूरों का पंजीकरण है। मनरेगा के तहत कार्य गांव के विकास के लिए कराए जा रहे हैं। प्रतिदिन मनरेगा श्रमिकों का भुगतान भी किया जाता है। मनरेगा कार्यों की गड़बड़ी रोकने के लिए विभाग अब अत्याधुनिक व्यवस्थाओं का सहारा लेना शुरू कर दिया है।
यह जुड़ेंगे वाट्सएप ग्रुप में: ग्राम पंचायत सचिव, पंचायत सहायक व रोजगार सेवक द्वारा एक ग्रुप बनाया जाएगा। जिसमें जिला पंचायत अध्यक्ष, उनके प्रमुख प्रतिद्वंदी, जिला पंचायत सदस्य व उनके प्रमुख प्रतिद्वंदी, ब्लाक प्रमुख और उनके प्रतिद्वंदी का मोबाइल नंबर जोड़ा जाएगा। इसमें ग्राम प्रधान भी जोड़े जाएंगे। इसके बाद इस ग्रुप में काम करने वाले श्रमिकों की फोटाे साझा किया जाएगा। 20 से अधिक मजदूरों वाले कार्यस्थल के मस्टरोल को भी इस ग्रुप में साझा किया जाएगा।
मनरेगा उपायुक्त विजय शंकर राय ने बताया कि वाट्सएप ग्रुप बनाने का आदेश मुख्यालय से आया है। इसमें सांसद, विधायक, ग्राम प्रधान, जिला पंचायत अध्यक्ष, ब्लाक प्रमुख व चुनाव में उनके प्रतिद्वंदी रहे लोगों के नंबर जोड़े जाएंगे। इससे मनरेगा के कार्यों और भुगतान में पारदर्शिता आएगी।
लार में अतिक्रमण पर चला प्रशासन का बुलडोजर: उपनगर की सड़कों के किनारे किए अतिक्रमण पर शुक्रवार को प्रशासन का बुलडोजर चला। तपती धूप के बीच तीन घंटे तक अभियान चलाया गया। कुछ जगहों पर दुकानदारों ने प्रतिरोध करने का प्रयास किया, हालांकि पुलिस की सख्ती के चलते दुकानदार बैकफुट पर आ गए।
लार उपनगर की सड़कों की पटरी पर अतिक्रमण होने के चलते सड़क सकरी हो गई है। आए दिन जाम की समस्या बनी रहती है। इसको देखते हुए कई बार अतिक्रमण हटाने की योजना तो बनी, लेकिन इसमें सफलता नहीं मिल सकी। इसी बीच शुक्रवार को सीओ सलेमपुर विजय यादव, तहसीलदार शैलेंद्र कुमार, प्रभारी निरीक्षक नवीन कुमार सिंह, ईओ राजननाथ तिवारी पुलिस व नगर पंचायत कर्मचारियों के साथ पुलिस चौकी पहुंचे। इसके बाद जेसीबी लगाकर अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई शुरू हुई। पुलिस चौकी से ओकेएम इंटर कालेज होते हुए गांधी मार्केट से अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई पूरी की गई। सीओ ने बताया कि आगे भी अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई की जाएगी। दुकानदारों को चेतावनी दी गई है कि अगर हटाए गए स्थान पर अतिक्रमण करते हैं तो उनके विरुद्ध कानूनी कार्रवाई की जाएगी।