एमएमएमयूटी की ऑनलाइन कक्षाएं 30 अगस्त से चलेंगी Gorakhpur News
वेबेक्स मीङ्क्षटग साफ्टवेयर इस्तेमाल करने की वजह यह है कि इसमें एक साथ 500 छात्र एक साथ जुड़ सकेंगे।
गोरखपुर, जेएनएन। मदन मोहन मालवीय प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय प्रशासन ने बीते दिनों हुई स्टीयरिंग कमेटी की बैठक में लिए गए निर्णय के मुताबिक ऑनलाइन कक्षाओं की तैयारी शुरू कर दी है। यह भी तय कर लिया गया है कि 30 अगस्त से कक्षाओं का संचालन वेबेक्स वीडियो कान्फ्रेंसिंग सॉफ्टवेयर से किया जाएगा। इस साफ्टवेयर का इस्तेमाल ऑनलाइन मीटिंग के लिए किया जाता है।
सभी विभागों को उपलब्ध कराया जाएगा साफ्टवेयर
विश्वविद्यालय की योजना है कि यह साफ्टवेयर सभी विभागों को उपलब्ध करा दिया जाएगा, विभाग अपने-अपने स्तर से कक्षाओं का संचालन सुनिश्चित करेंगे। विभाग कक्षा संचालन के लिए अपनी-अपनी सुविधा के मुताबिक क्लास की समय-सारिणी तैयार करेंगे और विश्वविद्यालय की वेबसाइट में मौजूद अपने-अपने पेज से इसे छात्रों के साथ साझा करेंगे। निर्धारित समय पर सभी छात्र विभाग की ओर से उपलब्ध कराए गए आईडी और पॉसवर्ड के माध्यम से ऑनलाइन कक्षा से जुड़ेंगे।
एक सप्ताह पहले ही उपलब्ध होगा ई-कंटेंट
कक्षा का ई-कन्टेंट उन्हें करीब एक सप्ताह पहले ही उपलब्ध करा दिया जाएगा, जिससे कि वह विषय को समझने और उससे जुड़े सवालों को पूछने की तैयारी पहले से कर सकें। प्रायोगिक कक्षाओं के स्थान पर हर सप्ताह अपेक्षानुसार एक से दो घंटे का ई-संवाद कार्यक्रम आयोजित होगा, जिसमें छात्र अपनी समस्याओं का समाधान कर सकेंगे।
ऑफलाइन परीक्षा के लिए छात्रों को दिसंबर बुलाने की व्यवस्था
ऑफलाइन सेमेस्टर परीक्षा देने के लिए छात्रों को सीधे दिसंबर में विश्वविद्यालय परिसर बुलाया जाएगा। मिड सेमेस्टर परीक्षाएं आयोजित नहीं होंगी। उसके स्थान पर छात्रों का मूल्यांकन ऑनलाइन क्विज, टर्म पेपर और मौखिक परीक्षा के आधार पर किया जाएगा। ऑनलाइन कक्षाओं के संचालन में कोई दिक्कत न आए, इसके लिए एक मॉनिटङ्क्षरग कमेटी भी गठित की जाएगी, लगभग सभी विभागों के शिक्षकों को शामिल किया जाएगा। इस कमेटी के गठन सुझाव स्टीयङ्क्षरग कमेटी की बैठक में परीक्षा समिति ने दिया था।
इसलिए इस्तेमाल करेंगे वेबेक्स
वेबेक्स मीङ्क्षटग साफ्टवेयर इस्तेमाल करने की वजह यह है कि इसमें एक साथ 500 छात्र एक साथ जुड़ सकेंगे। ऐसे में विश्वविद्यालय को छात्रों अधिकता के चलते एक विषय की एक से अधिक क्लास नहीं चलानी पड़ेगी। इसके अलावा इस साफ्टवेयर में पॉवर प्वाइंट प्रेजेंटेशन और वीडियो शेयर करने की भी सुविधा है, जो तकनीकी विषयों की कक्षाओं के लिए बेहद जरूरी है।