एमएमएमयूटी में सर्टिफिकेट कोर्स शुरू करने की तैयारी, बाहरी विद्यार्थियों को भी मिलेगा मौका
गोरखपुर के मदन मोहन मालवीय प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय में बीटेक के साथ सर्टिफिकेट कोर्स शुरू करने योजना बनाई गई है। इसके तहत हर विभाग को कोर्स का प्रारूप बनाने की जिम्मेदारी दी गई है। इस कोर्स में परिसर के बाहर के विद्यार्थियों को भी लाभ मिलेगा।
गोरखपुर, डॉ. राकेश राय। रोजगारपरक पाठ्यक्रम को बढ़ावा देने के क्रम में मदन मोहन मालवीय प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय ने बीटेक और एमटेक के साथ सर्टिफिकेट कोर्स शुरू करने की योजना बनाई है। योजना का लाभ विश्वविद्यालय के बीटेक विद्यार्थियों के अलावा बाहर के विद्यार्थियों को भी मिलेगा। इसके लिए हर विभाग को कोर्स का प्रस्ताव बनाने की जिम्मेदारी सौंप दी गई है। प्रत्येक विभाग से कम से कम एक सर्टिफिकेट कोर्स शुरू करने की विश्वविद्यालय की योजना है। हर विभाग से दो कोर्स का प्रस्ताव मांगा गया है। इसमें से उपयोगिता के आधार पर एक का चयन विद्या परिषद द्वारा किया जाएगा।
15 जुलाई तक सभी विभागाध्यक्षों को देना होगा अपना प्रस्ताव: विभागाध्यक्षों को अपना-अपना प्रस्ताव 15 जुलाई तक उपलब्ध कराने का निर्देश है, जिससे अगले सत्र से ही कोर्स का संचालन सुनिश्चित हो सके। प्रस्ताव में विभागाध्यक्षों को कोर्स के बाजार मूल्य के अनुसार उपयोगिता बतानी होगी। कोर्स की अवधि उसकी क्षमता के अनुसार आधा या एक वर्ष होगी। विश्वविद्यालय के छात्र इनमें से किसी एक कोर्स को बीटेक करने के दौरान ही कर सकेंगे। छात्रों के लिए अपने विभाग द्वारा शुरू किए गए कोर्स को करने की बाध्यता नहीं होगा।
किसी भी विभाग का सर्टिफिकेट कोर्स कर सकता है कोई भी छात्र: कोई भी छात्र किसी भी विभाग का सर्टिफिकेट कोर्स कर सकता है। कोर्स के लिए उसे दो क्रेडिट अंक मिलेंगे। साथ ही प्रमाण-पत्र भी दिया जाएगा, जिसका लाभ उसे कैंपस सेलेक्शन में मिलेगा। बाहर के विद्यार्थियों को कोर्स के लिए विश्वविद्यालय का सर्टिफिकेट दिया जाएगा, जिसके आधार पर वह रोजगार की तलाश करेंगे। कोर्स का संचालन सेल्फ फाइनेंस मोड में किया जाएगा। विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों से इसके लिए फीस नहीं ली जाएगी।
हर कोर्स में होंगी 100 सीटें, बनेगा दो बैच: हर कोर्स में 100 सीटों पर प्रवेश लेने की विश्वविद्यालय प्रशासन की योजना है। इनमें से 50 सीट पर विश्वविद्यालय के छात्रों को अवसर दिया जाएगा जबकि बाकी की 50 सीटों पर इच्छुक बाहरी विद्यार्थियों का प्रवेश लिया जाएगा। कोर्स की कक्षाओं का संचालन दो बैच में होगा। एक बैच में बीटेक विद्यार्थी पढ़ेंगे तो दूसरे बैच में बाहरी विद्यार्थी। कोर्स का प्रारूप तय होने के बाद उसकी फीस का निर्धारण किया जाएगा।
एमएमयूटी के कुलपति प्रो. जेपी पांडेय ने बताया कि सभी शिक्षण संस्थानों में स्किल डेवलेपमेंट वाले पाठ्यक्रमों के संचालन पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का जोर है। इसे ध्यान में रखकर ही विश्वविद्यालय में सर्टिफिकेट कोर्स शुरू करने की योजना बनाई गई है। कोर्स को इसी सत्र से शुरू करने की दिशा में कार्यवाही शुरू कर दी गई है।