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एमएमएमयूटी में दूसरे राज्य के लिए आरक्षित होंगी सीटें

मदन मोहन मालवीय प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय में उत्तर प्रदेश के अलावा दूसरे राज्य के युवाओं को भी अवसर देने पर विचार चल रहा है।

By JagranEdited By: Published: Fri, 15 Dec 2017 10:20 PM (IST)Updated: Fri, 15 Dec 2017 10:20 PM (IST)
एमएमएमयूटी में दूसरे राज्य 
के लिए आरक्षित होंगी सीटें
एमएमएमयूटी में दूसरे राज्य के लिए आरक्षित होंगी सीटें

जागरण संवाददाता, गोरखपुर : मदन मोहन मालवीय प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय में उत्तर प्रदेश के अलावा दूसरे प्रांत के युवा भी पढ़ सकेंगे। दूसरे राज्य के निवासियों के लिए विश्वविद्यालय प्रशासन बीटेक में 10 फीसद सीटें आरक्षित करने जा रहा है। इस प्रस्ताव को विश्वविद्यालय के प्रबंध बोर्ड ने मंजूरी दे दी है और अब इसे राज्य सरकार की अनुमति के लिए भेजा जा रहा है।

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पिछले दिनों हुई प्रबंध बोर्ड की बैठक में इस प्रकरण पर विमर्श हुआ। वर्तमान नियमों के मुताबिक विश्वविद्यालय में केवल वही युवा प्रवेश ले सकते हैं जो उत्तर प्रदेश के मूल निवासी हों, अथवा जिनके माता-पिता उत्तर प्रदेश के रहने वाले हों। विद्यार्थियों में विविधता लाने को प्रयासरत कुलपति के इस प्रस्ताव पर कि दूसरे प्रांत के मूल निवासी अभ्यर्थियों के लिए सीटें आरक्षित की जाएं, को बोर्ड ने मंजूरी दे दी, हालांकि नई व्यवस्था पर अमल से पूर्व इसे राज्य सरकार की मंजूरी जरूरी होगी।

जेईई मेन के लिए आरक्षित हैं10 फीसद सीटें : दूसरे राज्यों के मूल निवासियों के लिए सीटें आरक्षित करने के साथ ही प्रबंध बोर्ड ने वर्ष 2018 से बीटेक की 10 फीसद सीटों पर प्रवेश के लिए जेईई मेन के स्कोर के आधार पर प्रवेश लेने को भी मंजूरी दी है। ऐसे में संभव है कि दूसरे प्रांत के अभ्यर्थी भी विश्वविद्यालय में दाखिला लेने को इच्छुक हों। इस संभावना को देखते हुए विश्वविद्यालय प्रशासन ने दूसरे राज्य के डोमिसाइल धारियों के लिए सीटें आरक्षित करने का प्रावधान किया है।


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