जिसे पुलिस ने मृत घोषित किया, वही किशोरी चार माह बाद मिली, जानें-क्या है रहस्य Gorakhpur News
चौरीचौरा क्षेत्र के एक गांव से छह जुलाई को अपहृत किशोरी के जीवित मिलने पर सवाल उठता है कि अहिरौली गांव के बाहर पोखरे में 18 जुलाई को बरामद शव किस लड़की का था।
गोरखपुर, जेएनएन। चौरीचौरा क्षेत्र स्थित एक गांव से छह जुलाई को अपहृृत किशोरी को पुलिस ने रेलवे स्टेशन गोरखपुर से बरामद कर आरोपित को गिरफ्तार कर लिया। यह जानकारी मंगलवार को प्रेस वार्ता में सीओ चौरीचौरा रचना मिश्रा ने दी।
आरोपित को जेल
सीओ ने बताया कि गिरफ्तार आरोपित हिम्मत सिंह उर्फ भोला ग्राम सरैया, सरदारनगर थाना चौरीचौरा का निवासी है। किशोरी को आशा ज्योति केंद्र की अभिरक्षा में मेडिकल परीक्षण के लिए भेजा गया है। जांच में दुष्कर्म की पुष्टि होने पर अपहरण के मामले में दुष्कर्म व पाक्सो एक्ट की धारा भी जोड़ दी जाएगी। आरोपित को कोर्ट में पेश किया गया। कोर्ट ने आरोपित को जेल भेज दिया।
तब पोखरे मेें मिला शव किसका
चौरीचौरा क्षेत्र के एक गांव से छह जुलाई को अपहृत किशोरी के जीवित मिलने पर सवाल उठता है कि अहिरौली गांव के बाहर पोखरे में 18 जुलाई को बरामद शव किस लड़की का था? बता दें कि किशोरी के अपहरण के 11 दिन बाद 18 जुलाई को अहिरौली गांव के पोखरे में एक नाबालिग लड़की का शव उतराता मिला था। उस समय चौरीचौरा पुलिस ने पोखरे में बरामद शव अपहृत किशोरी का बताया था हालांकि पिता ने बरामद शव को अपनी बेटी का मानने से इंकार कर दिया था। पुलिस अपनी जिद पर अड़ी रही और अपहृत किशोरी के माता-पिता का डीएनए कराया।
शीघ्र होगी शिनाख्त
अब जब चार माह बाद अपहृत किशोरी बरामद हो गई तो 18 जुलाई को गांव के पोखरे से मिले शव को लेकर रहस्य गहरा हो गया है। जिसका शव मिला, वह कौन और कहां की रहने वाली थी?। उसने खुदकुशी की थी या फिर उसकी हत्या की गई? ऐसे तमाम तमाम सवाल अनुत्तरित हैं। सीओ चौरीचौरा रचना मिश्रा ने कहा कि बीते 18 जुलाई को ग्राम अहिरौली के पोखरे से बरामद अज्ञात लड़की के शव की शिनाख्त शीघ्र करा ली जाएगी।