Gorakhpur: लखनऊ के परिवार को तीन लाख में बच्चा देने की हुई थी डील, पुलिस ने ऐसे खोली अपराधियों की पोल
कुशीनगर जिले के रहने वाले अंकित मिश्रा के जरिए बात हुई थी। मामले को लेकर पूछताछ के लिए तिवारीपुर पुलिस ने लखनऊ में रहने वाले परिवार को गोरखपुर बुलाया था। अब फरार आरोपितों की तलाश की जा रही है।
गोरखपुर, जागरण संवाददाता। मऊ जिले के रहने वाले अनाथ आश्रम संचालक और उसके साथियों ने लखनऊ के एक परिवार को तीन लाख रुपये में बच्चा देने की डील की थी। परिवार को बताया गया था कि विधिक प्रक्रिया के अनुसार उनको बच्चा मिल जाएगा। गुरुवार को लखनऊ से गोरखपुर पहुंचे परिवार के लोगों से तिवारीपुर थाना पुलिस ने बात की। आरोपितों ने उसी परिवार की मदद से गाड़ी भी बुक की गई थी। फरार चल रहे आठ आरोपितों की तलाश में पुलिस छापेमारी कर रही है।
पांच लाख में लड़का दिलाने की कही बात
पुलिस की छानबीन में पता चला कि कुशीनगर जिले के हाटा कोतवाली थानाक्षेत्र स्थित मठिया गांव का रहने वाला अंकित मिश्रा स्वयं सेवी संस्था चलाता है। लखनऊ के रहने वाले एक व्यक्ति के परिवार में केवल लड़कियां है। अंकित ने परिवार के लोगों को बताया था कि पांच लाख रुपये में विधिक प्रकिया से लड़का दिलवा देगा। बातचीत होने पर परिवार के लोग तीन लाख रुपये देने को तैयार हो गए।
आर्थिक तंगी से जूझ रही महिला को बनाया शिकार
इसके बाद अंकित ने मऊ जिले के मोहम्मदाबाद थानाक्षेत्र स्थित सेखवारा निवासी अनाथ आश्रम संचालक शेखर तिवारी को बताया। जिसके बाद अपने साथियों संग मिलकर इन लोगों ने आर्थिक तंगी से जूझ रही शायदा उर्फ गुड़िया से ठगी कर बच्चे को बेचने का प्लान बनाया लेकिन पुलिस के हत्थे चढ़ गए।
पुलिस ने इनको भेजा था जेल
तिवारीपुर थाना पुलिस ने बुधवार को अनाथ आश्रम संचालक शेखर तिवारी के साथ ही उसके गिरोह के सदस्य चिलुआताल के नैतन झुंगिया निवासी अनिल पासवान, गोरखनाथ के राजेंद्र नगर पश्चिमी निवासी जीतेंद्र भारती, बांसगांव के भैसवा बाजार निवासी अनुराधा मिश्रा उर्फ गोल्डी, हाल मुकाम एम्स के पीछे थाना कैंट, उसकी मां संतकबीरनगर जिले के महुली थानाक्षेत्र चंदापार निवासी पुष्पा देवी, कुशीनगर जिले के हाटा थानाक्षेत्र स्थित मठिया गांव निवासी अंकित मिश्रा और गगहा के सिहाइचपार निवासी इलियास खां को जेल भेजा था।घटना में शामिल गोरखनाथ के राजेंद्र नगर निवासी अंकुर सिंह उसके साथी मनीष मिश्रा, रवि, टुनटुन, छोटू व तीन अन्य की तलाश चल रही है।
क्या कहते हैं अधिकारी
एसपी सिटी कृष्ण कुमार विश्नोई ने बताया कि पकड़े गए गिरोह के संचालक ने लखनऊ के एक परिवार विधिक तरीके से बच्चा दिलाने का भरोसा दिया था। परिवार के लोगों को गोरखपुर बुलाया गया है। मुकदमें में उनका भी बयान दर्ज कर किया जाएगा। गिरोह के फरार सदस्यों की तलाश चल रही है।