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भगवान बुद्ध का मैत्री व करुणा का संदेश आज भी प्रासंगिक : सीएम

संत रविदास मंदिर में आयोजित संवाद कार्यक्रम में शामिल हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ

By JagranEdited By: Published: Mon, 30 Apr 2018 05:07 PM (IST)Updated: Mon, 30 Apr 2018 05:07 PM (IST)
भगवान बुद्ध का मैत्री व करुणा का संदेश आज भी प्रासंगिक : सीएम
भगवान बुद्ध का मैत्री व करुणा का संदेश आज भी प्रासंगिक : सीएम

गोरखपुर : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि भगवान बुद्ध ने जो मैत्री व करुणा का संदेश दिया, पूरी दुनिया ने उसे अंगीकार किया है। आज भी उनके द्वारा दिया गया शान्ति, सद्भावना, मैत्री व करुणा का संदेश उतना ही प्रासंगिक है जितना ढाई हजार वर्ष पहले था।

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मुख्यमंत्री सोमवार को संत रविदास महासभा के तत्वावधान में रविदास मंदिर, अलवापुर में आयोजित संवाद कार्यक्रम में जनता से मुखातिब थे। उन्होंने कहा कि बुद्ध मूल रूप से तीन संदेश दिए धम्मं शरण गच्छामि, बुद्धम शरणम गच्छामि, संघम शरणम गच्छामि। पहले संदेश का अर्थ है कि धर्म की शरण में जाता हूं।धर्म शाश्वत व्यवस्था है जो हमें नैतिक मूल्यों, सदाचार व कर्तव्य बोध के प्रति सचेत करता है। उन्होंने बुद्धम शरणम गच्छामि कहा इसका अर्थ बिना विवेक के कुछ नहीं हो सकता। ज्ञानवान बनना पड़ेगा, शिक्षा अर्जित करनी पड़ेगी। बाबा साहब भीमराव अंबेडकर ने भी कहा था कि सामाजिक अज्ञानता व भेदभाव के खिलाफ यदि जवाब देना है तो शिक्षित होना होगा। तीसरा संदेश उनका संघम शरणम गच्छामि है जिसका सीधा अर्थ है यदि हम जाति-पात में बैठे रहेंगे, छुआछूत व अस्पृश्यता को महत्व देंगे तो संगठित नहीं हो पाएंगे और पूरे राष्ट्र की स्वाधीनता के समक्ष एक संकट पैदा हो जाएगा। संत रविदास ने कहा था कि मन चंगा तो कठौती में गंगा, मन ही बंधन और मोक्ष का कारण है, इसलिए शुद्ध अंतकरण से मन की बाह्य वृत्तियों को नियंत्रित करके हम इस बंधन से मुक्त हो सकते हैं। संत रविदास ने कर्म को महत्व दिया और उनके द्वारा दी गई इकन्नी गंगा जी ने दो हाथ बढ़ाकर ले लिया तो फिर छुआछूत का क्या अर्थ है। व्यक्ति किस जाति में पैदा हुआ यह महत्वपूर्ण नहीं है, महत्वपूर्ण उसके कर्म है और भारतीय समाज में हमेशा कर्म की महानता को महत्व दिया गया है। बुद्ध पूर्णिमा के दिन ही पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी बाजपेई ने पोखरण में परमाणु विस्फोट कर दुनिया को भारत की ताकत का एहसास करा दिया था। संगठन का मतलब ताकत से है। ऐसी ताकत से जो राष्ट्र के लिए कल्याणकारी हो। प्रधानमंत्री ने बाबा साहब भीम राव अंबेडकर के जन्म दिन 14 अप्रैल से 30 अप्रैल तक ग्राम स्वराज अभियान चलाकर दलित बहुल गाव में शासन की योजनाओं को शत-प्रतिशत पहुंचाने का कार्य किया है। उन्होंने आह्वान किया कि जिनके भी बैंक खाते नहीं है वह जनधन योजना के तहत अपने खाता खुलवाएं और ऑनलाइन बैंकिंग को महत्व दें, इससे भ्रष्टाचार पर लगाम लगेगी। शासन की योजनाओं के बारे में उन्होंने विस्तार से चर्चा की।

मुख्यमंत्री ने कहा कि उज्जवला योजना के तहत अभी तक यदि अनुसूचित जाति, जनजाति का कोई परिवार ऐसा है जिसके पास गैस कनेक्शन नहीं है, उसे गैस कनेक्शन उपलब्ध कराया जाएगा। सौभाग्य योजना के अंतर्गत जिन्हें अभी तक बिजली का कनेक्शन नहीं मिला है, उन्हें कनेक्शन दिया जाएगा और साथ ही उन्हें उजाला योजना के तहत एलईडी बल्ब उपलब्ध कराए जाएंगे। विधवा, वृद्धा, दिव्याग पेंशन, पीएम आवास योजना, शौचालय, जीवन ज्योति बीमा योजना, जीवन ज्योति सुरक्षा योजना पर विस्तार से प्रकाश डाला। प्रधानमंत्री मुद्रा योजना व स्टैंडअप योजना के बारे में विस्तार से जानकारी दी और जिला प्रशासन को निर्देशित किया कि इन योजनाओं के तहत लाभार्थियों का पूरा सहयोग करें। संचालन पूर्णमासी व आभार ज्ञापन सोमई ने किया। स्वागत व अध्यक्षता रविदास महासभा के अध्यक्ष विश्वनाथ ने किया। पूर्व विधायक बेचन राम ने भी संबोधित किया।


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