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इस एक्ट के खिलाफ बहुसंख्यक जनता में धधक रही आग

एससी एसटी एक्ट के खिलाफ देश की 78 फीसद जनता आ चुकी है। उनके अंदर आग धधक रही है। यह आग आने वाले दिनों में नेस्तानाबूत कर देगी।

By Edited By: Published: Tue, 16 Oct 2018 11:45 AM (IST)Updated: Tue, 16 Oct 2018 02:07 PM (IST)
इस एक्ट के खिलाफ बहुसंख्यक जनता में धधक रही आग
इस एक्ट के खिलाफ बहुसंख्यक जनता में धधक रही आग
गोरखपुर (जेएनएन)। नागरिक मोर्चा के तत्वावधान में निपाल लाज में सवर्ण पिछड़ा एकता प्रतिनिधि सम्मेलन का आयोजन हुआ। वक्ताओं ने एससी-एसटी एक्ट को आजाद हिन्दुस्तान का काला कानून बताते हुए कहा कि यह एक्ट देश की 78 फीसद आबादी के शोषण और दमन का औजार है। इस कानून को बनाने वाले और उनका समर्थन करने वाले सभी राजनीतिक दलों का पुरजोर विरोध किया जाएगा। आने वाले दिन ऐसे लोगों के लिए कतई ठीक नहीं रहेगा। जिला अधिवक्ता एसोसिएशन के अध्यक्ष कृष्ण कुमार त्रिपाठी, रामआसरे त्रिपाठी, रत्नेश्वर शुक्ल, राधेश्याम शुल्क और पदमाकर तिवारी ने कहा कि यह एक्ट संविधान की मूल भावना के खिलाफ है और नागरिक अधिकारों का हनन करने वाला है। इस कानून के विरोध में अधिवक्ता सदैव आगे खड़ा रहेगा।
राजनीतिक लाभ के लिए लागू हुआ एक्‍ट
वक्ताओं ने कहा कि इस तरह का कानून लागू करने वाली सरकार देश की हितैषी नहीं हो सकती है। राजनीतिक लाभ के लिए लागू इस कानून को यदि वापस नहीं लिया गया तो जनता आने वाले दिनों में सरकार को उखाड़ फेंकेगी। यहां की जनता सड़कों पर उतरना भी जानती है। जनता के भीतर इस कानून के खिलाफ आग जल रहा है। यह आग धधकने वाली है। इस काले कानून के माध्यम से एक बड़ी संख्या को सरकार परेशान करने पर तुली हुई है। जनता भी ऐसे सरकार को तबाह करने की तैयारी कर चुकी है। क्षत्रिय महासभा के उपाध्यक्ष डॉ. रघुनाथ चन्द, प्रो. धीरेंद्र सिंह, करणी सेना के संरक्षक तारकेश्वर शाही और दिनेश चन्द श्रीवास्तव ने कहा कि इस दमनकारी कानून के खिलाफ सभी को खड़ा होना पड़ेगा। संचालन डॉ. सर्वेश शुक्ल ने किया। सम्मेलन में प्रमोद सिंह, दिनेश मणि, दिप्तिमान श्रीवास्तव आदि मौजूद रहे।

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