गोरखपुर में टीबी मरीजों के घर पर पहुंचाई जा रही दवा, घर में भी डबल मास्क लगाने की जरूरत Gorakhpur News
जिला क्षय रोग नियंत्रण अधिकारी डा. रामेश्वर मिश्रा ने बताया कि टीबी मरीजों को इलाज और दवा के लिए घर से निकलने की आवश्यकता नहीं है। विभाग द्वारा एक माह की दवा उनके घर पहुंचायी जा रही है।
गोरखपुर, जेएनएन। टीबी के साथ कोविड होने पर जटिलताएं बढ़ जाती हैं। इसलिए टीबी मरीज व उनके स्वजन को सतर्क रहना होगा। घर में भी डबल मास्क लगाकर ही परिवार के अन्य सदस्यों से बात करनी है। परिवार के किसी भी सदस्य में अगर कोविड का लक्षण नजर आए तो उसे तुरंत कोविड जांच करवानी चाहिए।
टीबी मरीजों को पहुंचाई जा रही एक माह की दवा
जिला क्षय रोग नियंत्रण अधिकारी डा. रामेश्वर मिश्रा ने बताया कि टीबी मरीजों को इलाज और दवा के लिए घर से निकलने की आवश्यकता नहीं है। विभाग द्वारा एक माह की दवा उनके घर पहुंचायी जा रही है। अगर किसी को दवा की समस्या है तो वह क्षेत्र की आशा कार्यकर्ता के माध्यम से सूचना देकर एक माह की दवा प्राप्त कर लें। राष्ट्रीय क्षय उन्मूलन कार्यक्रम (एनटीईपी) से जुड़े 35 कर्मचारी जिले में कोविड की रोकथाम के लिए सक्रिय रैपिड रिस्पांस टीम (आरआरटी) के साथ योगदान दे रहे हैं। इन सभी लोगों को भी दिशा-निर्देशित किया गया है कि यह लोग टीबी मरीजों से टेलीफोन पर हालचाल लें और किसी को दवा संबंधित दिक्कत हो तो यथाशीघ्र उसकी मदद करें। जिले के सभी स्वास्थ्य केंद्रों को यह भी दिशा-निर्देशित किया गया है कि डोर-टू-डोर विजिट में जो भी सांस के गंभीर रोगी और निमोनिया के साथ खांसी के मरीज मिलते हैं उनकी लिस्ट तैयार करके कोविड जांच के साथ-साथ टीबी की जांच अवश्य करवाई जाए।
खांसी बंद न होने पर टीबी जांच जरूरी
अगर कोई कोविड मरीज ठीक हो जाता है और उसकी जांच रिपोर्ट निगेटिव आ जाती है, फिर भी खांसी नहीं रुक रही है तो उसकी टीबी जांच अवश्य कराई जानी चाहिए। कोविड के लक्षण वाले व्यक्ति की जांच कराने पर अगर रिपोर्ट निगेटिव है तब भी टीबी जांच अवश्य करवा लें। टीबी की ट्रूनेट विधि से जांच की सुविधा जिला क्षय रोग केंद्र के अलावा सीएचसी पिपराईच, सीएचसी भटहट, सीएचसी कैंपियरगंज, पीएचसी खोराबार, सीएचसी बड़हलगंज और सीएचसी सहजनवां में भी उपलब्ध है।
इन बातों का रखें ध्यान
टीबी की दवा बंद न करें। मास्क, दो गज की दूरी और हाथों की स्वच्छता के नियम का कड़ाई से पालन करें। घर से बाहर बिल्कुल न निकलें। टीबी के साथ कोविड के लक्षण आ रहे हैं तो तुरंत जांच कराएं। घर के सदस्यों से भी कोविड प्रोटोकाल का पालन करते हुए ही मिलें। दवाओं के साथ चिकित्सक द्वारा बताए गये पौष्टिक भोजन का सेवन करते रहें।