एमबीबीएस छात्र के पिता ने दी हत्या की तहरीर
गोरखपुर : बाबा राघवदास मेडिकल कालेज के एमबीबीएस तृतीय वर्ष के छात्र सुमित सिद्धार्थ की मौत के म
गोरखपुर : बाबा राघवदास मेडिकल कालेज के एमबीबीएस तृतीय वर्ष के छात्र सुमित सिद्धार्थ की मौत के मामले में पिता ने हत्या की आशका जताई है। जिलाधिकारी और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक से मिलकर उन्होंने बेटे की हत्या किए जाने की बात कही। इस संबंध में दी गई तहरीर में उन्होंने कई गंभीर सवाल खड़ा किया है।
एमबीबीएस तृतीय वर्ष के छात्र सुमित कालेज परिसर में स्थित न्यू यूजी 151 छात्रावास के कमरा नंबर 119 में रहते थे। एक अपै्रल की रात को साथी छात्रों ने कमरे में उनको आखिरी बार देखा था। उनके ठीक सामने स्थित कमरा नंबर 128 में रहने वाले छात्र बलवंत सिंह ने तीन अपै्रल को सुमित के कमरे से उठ रही दुर्गंध महसूस की। इसकी वजह जानने के लिए बलवंत, सुमित के कमरे के पास गए तो दरवाजा अंदर से बंद मिला। बाहर से उन्होंने सुमित को कई बार आवाज लगाई लेकिन दरवाजा नहीं खुला। इस बीच छात्रावास में रहने वाले अन्य छात्र भी एकत्र हो गए।
उन्होंने दरवाजे के ऊपर लगी जाली से अंदर झाक कर देखा तो कमरे में छत के कुंडे से बंधी रस्सी में लटक रहा सुमित का शव दिखाई दिया। इसकी सूचना पर कालेज प्रशासन के लोग मौके पर पहुंचे। इस बीच छात्रों ने दरवाजे के ऊपर लगी जाली उखाडऩे के बाद अंदर हाथ डालकर दरवाजे की कुंडी खोल दी थी। छत में बंधी रस्सी का एक सिरा सुमित के गले में था। उनका पैर फर्श घुटनों से मुड़ हुआ था और कमर के नीचे का हिस्सा फर्श के बेहद करीब था। शव हटाए जाने पर फर्श पर गिरा सूखा हुआ खून दिखाई दिया।
पुलिस घटना को खुदकुशी मानकर छानबीन कर रही थी। इसी बीच सुमित के पिता गोरखपुर आए। उन्होंने जिलाधिकारी और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक से मिलकर बेटे की हत्या की आशका जताई और मुकदमा दर्ज करने के लिए तहरीर दिया।
तहरीर में पिता ने उठाए ये सवाल
- पुलिस के पहुंचने से पहले छात्रों ने दरवाजा क्यों खोल दिया?
- बाहर से हाथ डालकर यदि दरवाजा खोला जा सकता है तो बाहर से बंद भी किया जा सकता है।
- शव फंदे में बंधे होने के बावजूद बैठी हुई अवस्था में क्यों था?
- शव के नीचे बड़ी मात्रा में खून क्यों पसरा हुआ था?
- बेटे के मुंह व नाक पर चोट के निशान कैसे आए थे?
- पोस्टमार्टम रिपोर्ट में सिर में चोट लगने की बात कही गई है। यह चोट कैसे आई?