अब विवाह का होगा रजिस्ट्रेशन, समारोह स्थल पर खुद पहुंचेंगे अधिकारी Gorakhpur News
अब वैवाहिक स्थल पर ही दंपती के विवाह पंजीकरण प्रक्रिया पूरी कर ली जाएगी। शासन स्तर पर एक प्राइवेट बैंक को इसकी जिम्मेदारी देने की तैयारी चल रही है।
गोरखपुर, जेएनएन। नवविवाहित दंपती को विवाह पंजीकरण के लिए रजिस्ट्री विभाग का चक्कर नहीं लगाना पड़ेगा। अब वैवाहिक स्थल पर ही दंपती के विवाह पंजीकरण प्रक्रिया पूरी कर ली जाएगी। शासन स्तर पर एक प्राइवेट बैंक को इसकी जिम्मेदारी देने की तैयारी चल रही है। बैंककर्मी लैपटाप लेकर आयोजन स्थल पर जाएंगे और रजिस्ट्रेशन की सारी प्रक्रिया मौके पर ही पूरी कर लेंगे। शादी का डाटा सुरक्षित रखने की जिम्मेदारी भी प्राइवेट बैंक की ही होगी। गांव हो या शहर, विवाह स्थल पर ही पंजीकरण का कार्य पूरा कर लिया जाएगा।
प्राइवेट बैंक को दी जाएगी विवाह पंजीकरण की जिम्मेदारी
दरअसल, कुछ माह पहले एक प्राइवेट बैंक ने शासन को प्रस्ताव दिया था कि वह विवाह पंजीकरण करने के लिए तैयार है। बैंक ने इसको लेकर कई महत्वपूर्ण सुझाव भी दिए थे। शासन स्तर पर बैंक के सुझावों पर गंभीरता से अमल शुरू हो गया है। शासन का मानना है कि विवाह पंजीकरण में अब भी बड़ी संख्या में लोग रुचि नहीं ले रहे हैं। शहरी क्षेत्रों में तो पंजीकरण लोग करा लेते हैं लेकिन ग्रामीण इलाकों में पंजीकरण की संख्या बहुत कम है। यही कारण है कि सरकार ने इवेंट रजिस्ट्रेशन कराने के निर्देश दिया है। इसके लिए एक प्राइवेट बैंक का चयन भी कर लिया गया है। प्राइवेट बैंक ही यह जिम्मेदारी होगी कि जहां भी शादियां हो रही हैं वहां पर जाएं और विवाह का पंजीकरण करें।
औसतन 250 शादियों का होता है प्रतिमाह पंजीकरण
निबंधन विभाग के मुताबिक जनपद में प्रतिमाह औसतन 250 विवाह पंजीकरण होते हैं। इसमें सदर तहसील में आधे से अधिक विवाह पंजीकरण होते हैं। जिस वर्ष शादी हुई है अगर उसी वर्ष विवाह पंजीकरण कराया जाता है तो मात्र 10 रुपये पंजीकरण शुल्क देना होता है। विवाह के एक वर्ष बाद प्रति वर्ष 50 रुपये के हिसाब से पंजीकरण शुल्क देय होगा।
विवाह पंजीकरण के लिए ये है जरूरी शर्त
वर-वधू के पास आधार का होना अनिवार्य, विवाह संपन्न होने का शपथ पत्र देना होगा, राजपत्रित अधिकारी या स्थानीय निकाय जनप्रतिनिधि द्वारा विवाह प्रमाण पत्र जारी किया जाएगा। दो गवाह व उनके पहचान पत्र के साथ जन्म प्रमाण पत्र भी लगेगा।
रुकेगा फर्जीवाड़ा
इवेंट रजिस्ट्रेशन से फर्जी शादियों के मामले रुक जाएंगे। चूंकि बैंक कर्मचारी विवाह के दौरान मौजूद रहेंगे। उनके द्वारा शादी की रिकार्डिंग और फोटोग्राफी भी की जाएगी ऐसी स्थिति में फर्जीवाड़े की संभावना पूरी तरह खत्म हो जाएगी। चोरी छिपे या भागकर शादी करने वालों की भी समस्याएं बढ़ेंगी क्योंकि ऐसे लोगों का इवेंट रजिस्ट्रेशन नहीं हो पाएगा। इससे अभिभावकों की चिंताएं भी कम होंगी। लोग बहला-फुसला कर शादियां नहीं कर पाएंगे।
कितनी होगी फीस इस पर चल रहा मंथन
इवेंट रजिस्ट्रेशन की कितनी फीस होगी इस पर शासन स्तर पर मंथन चल रहा है। शासन स्तर के एक अधिकारी मुताबिक फीस इवेंट के मुताबिक ही तय की जाएगी। विवाह पंजीकरण कराने वाली फर्म को यह तय करने का अधिकार दिया जाएगा। इवेंट रजिस्ट्रेशन की फीस आम जनता की पहुंच में हो इसका भी ध्यान रखा जाएगा।
एचडीएफसी बैंक का मिला सशर्त प्रस्ताव
इस संबंध में महानिरीक्षक स्टांप मिनिस्ती एस.का कहना है कि एचडीएफसी बैंक का सशर्त प्रस्ताव मिला है। अभी यह प्राथमिक चरण में है। इसकी गहनता से समीक्षा की जा रही है। बैंक ने वित्तीय और गैर वित्तीय एमओयू के तौर पर पंजीकरण को बढ़ाने समेत कुछ अन्य महत्वपूर्ण सुझाव दिए हैं। इसे भी गंभीरता से देखा जा रहा है। जल्द ही इस पर निर्णय लिया जाएगा।