Corona Virus : चीन से सामान आना बंद, उद्योग-धंधे और बाजार प्रभावित Gorakhpur News
कोरोना के संक्रमण से पूर्वांचल व गोरखपुर के बाजार भी अछूते नहीं हैं। उद्योग-धंधे बुरी तरह से प्रभावित हैं। मोबाइल एसेसरीज होली के लिए पिचकारी आदि सबकी आवक बाधित है।
गोरखपुर, जेएनएन। चीन में कोरोना वायरस के कहर से हाहाकार मची है। विश्व के तमाम देश इसको लेकर दहशत में और सतर्क हैं। इसका असर बाजारों पर भी पड़ा है। कोरोना के संक्रमण से पूर्वांचल व गोरखपुर के बाजार भी अछूते नहीं हैं। उद्योग-धंधे बुरी तरह से प्रभावित हैं। मोबाइल एसेसरीज, होली के लिए पिचकारी, खिलौने या फिर विभिन्न उद्योगों के लिए कच्चा माल, सबकी आवक बाधित है। व्यापारियों के अनुसार चीन से आने वाले कंटेनर से माल नहीं उतारा जा रहा है, जिसके कारण धीरे-धीरे वस्तुओं के दाम बढऩे लगे हैं।
महंगी मिलेगी पिचकारी
होली पर चीन से आने वाली डिजाइनदार पिचकारियां बच्चों को खूब लुभाती हैं। आमतौर पर जनवरी के अंत तक नया मॉल थोक व्यापारियों के गोदाम में आ जाता है, लेकिन इस बार ऐसा नहीं है। थोक व्यवसायी सुल्तान कहते हैं, दिल्ली से पुराना माल ही लाना पड़ा है। कीमत में 45 फीसद तक इजाफा हुआ है। स्प्रे कलर के दाम में भी बढ़ोत्तरी होने की पूरी संभावना है।
खिलौनों पर भी पड़ा असर
खिलौनों के बाजार का बड़ा हिस्सा चीन पर निर्भर है। कारोबारी वसीउल्लाह की मानें तो पुराना माल होने के कारण अभी खास असर नहीं पड़ा है। फिलहाल कीमतों में पांच से 10 फीसद की वृद्धि देखने को मिल रही है। यही हालात रहे तो कीमतें और बढ़ेंगी।
खेल के सामान भी आ सकते हैं जद में
कोरोना वायरस का असर भविष्य में खेल सामग्रियों पर भी पडऩे वाला है। कारोबारी वसीउल्लाह के अनुसार निर्माता कंपनी ने मैसेज भेजा है कि कच्चा माल नहीं आ रहा है। इससे आशंका जताई जा रही है कि खेल के सामान भी जल्द ही महंगे हो जाएंगे।
कच्चे माल का संकट
गोरखपुर में चप्पल बनाने वाली फैक्ट्री के अलावा कई अन्य उद्योगों में भी रबर केमिकल का इस्तेमाल होता है। इसका आयात चीन से होता है। यह केमिकल पांच फीसद महंगा हो गया है। चैंबर ऑफ इंडस्ट्रीज के पूर्व अध्यक्ष एसके अग्रवाल ने बताया कि रबर केमिकल के साथ ही प्रॉसेस हाउस में इस्तेमाल होने वाले केमिकल व प्लास्टिक के रा मैटेरियल के दाम भी पांच फीसद तक बढ़े हैं। हालात नहीं सुधरे तो समस्या और बढ़ेगी।
व्यापारी नहीं मंगा रहे डिस्पोजल सामान
डिस्पोजल एसोसिएशन ने चीन से माल न मंगाने का निर्णय लिया है। महामंत्री विशाल गुप्ता के अनुसार हर महीने गोरखपुर में 15 से 20 लाख रुपये का माल आता था, लेकिन कोरोना वायरस के कारण एक महीने से आयात ठप है।
मोबाइल एसेसरीज की कीमतों में 10 फीसद की वृद्धि
भारी मात्रा में मोबाइल एसेसरीज चीन से आती हैं। चार्जर, बैट्री, इयरफोन, कवर, फ्लिप कवर आदि एसेसरीज के दाम में फिलहाल 10 फीसद तक बढ़ोत्तरी हुई है। थोक कारोबारी अनिल टेकड़ीवाल ने बताया कि डेढ़ महीने से नया माल नहीं आया है। मार्च तक प्रोडक्शन की उम्मीद भी नहीं है। भारत में बनने वाली एसेसरीज से बाजार कुछ हद तक संभला है। इलेक्ट्रॉनिक वस्तुओं के दामों में भी धीरे-धीरे इजाफा होने का अनुमान लगाया जा रहा है। भविष्य में ऑनलाइन बाजार भी प्रभावित हो सकता है।
अगले महीने से दवा कारोबार पर दिखेगा असर
कोरोना का असर फिलहाल दवा कारोबार पर नहीं है, लेकिन व्यापारी स्थिति पर नजर गड़ाए हैं। भारत में कई फार्मास्यूटिकल कंपनियां रॉ मैटेरियल चीन से ही मंगाती हैं। फरवरी तक का स्टाक अधिकतर व्यापारियों के पास मौजूद है। इसके बाद उत्पादन में आने वाली दिक्कतों के कारण स्थानीय बाजार में दाम बढ़ सकते हैं। दवा विक्रेता समिति के महामंत्री आलोक चौरसिया ने बताया कि फिलहाल बाजार सामान्य है, लेकिन भविष्य में कोरोना का प्रभाव पडऩा स्वाभाविक है।
नहीं मिल रहा मास्क
चीन में कोरोना वायरस के प्रकोप के कारण पूर्वांचल के दवा बाजार में मास्क एवं सेनेटाइजर की कमी हो गई है। बाहर से भी इन सामानों की मांग आ रही है, लेकिन किसी के पास आपूर्ति के लिए स्टाक नहीं है।