Rainwater : गोरखपुर शहर के कई मकानों-दुकानों में घुसा पानी, व्यवस्था फेल Gorakhpur News
जलभराव के कारण नगर निगम के अफसर भी बेबस दिखे। सुबह से ही नगर निगम के कंट्रोल रूम में सैकड़ों लोगों ने फोन कर जलभराव की समस्या बताई लेकिन अफसर इसका समाधान नहीं करा सके।
गोरखपुर, जेएनएन। गुरुवार रात से शुरू हुई मूसलधार बारिश से नगर निगम की व्यवस्था फेल हो गई। पाश कॉलोनियों से लगायत शहर के आसपास के मोहल्लों में भीषण जलभराव ने लोगों को मुसीबत में डाल दिया। महेवा मंडी में जलभराव से नाराज व्यापारियों ने जमकर प्रदर्शन किया। यहां कई व्यापारियों की दुकानों में पानी घुस जाने के कारण लाखों रुपये का नुकसान हुआ है। पाश कॉलोनी बेतियाहाता में कई घरों में पानी घुस जाने के कारण लोगों को तख्त पर बैठकर पानी निकलने का इंतजार करना पड़ा। आलम यह रहा कि नालों का पानी ओवरफ्लो होकर घरों में पहुंचता रहा। सड़कें नाला बन गईं।
ट्रांसपोर्टनगर से अलहदादपुर को जाने वाली सड़क पर पानी डिवाइडर के ऊपर से बहता रहा। जलभराव में कई लोगों की बाइक बंद हो गई। बेतियाहाता मलिन बस्ती में घरों में पानी घुस गया। सुबह लोग बिस्तर से उतरे तो पानी में पैर पड़ा। कई घरों में जरूरत के सामान भी खराब हो गए, इस कारण भोजन पर भी संकट खड़ा हो गया। राप्ती नदी से सटे जफर कॉलोनी में जलभराव ने लोगों को मुसीबत में डाल दिया। यहां पंप न चलने के कारण देर शाम तक पानी जमा रहा। मेडिकल कॉलेज रोड किनारे के मोहल्लों, तारामंडल रोड, गौतम विहार, गौतम विहार विस्तार, गोरखपुर विकास प्राधिकरण (जीडीए) के उपाध्यक्ष के घर के आसपास, नंदा नगर, प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय समेत पूरा शहर दिनभर जलभराव के बीच घिरा रहा।
बेबस दिखे अफसर
भारी बारिश के बाद जलभराव के कारण नगर निगम के अफसर भी बेबस दिखे। सुबह से ही नगर निगम के कंट्रोल रूम में सैकड़ों लोगों ने फोन कर जलभराव की समस्या बताई लेकिन अफसर इसका समाधान नहीं करा सके। नागरिकों से इंतजार करने को कहा जाता रहा। बताया गया कि बारिश ज्यादा हुई है इसलिए नाले भरे हैं, पानी निकलने में थोड़ा समय लगेगा।
पंपिंग सेट के लिए चलती रही माथापच्ची
शहर में जलभराव वाले इलाकों से पानी निकालने के लिए नगर निगम प्रशासन के पास 76 पंप हैं। इनमें चार बड़े हैं। सभी पंप जलभराव वाले स्थानों पर लगे हैं। गुरुवार रात से हुई बारिश के कारण कई नए इलाकों में भीषण जलभराव हो गया। नागरिकों ने अफसरों को फोन करना शुरू किया तो उन्होंने पंप के लिए माथाप'ची शुरू की। लेकिन पुरानी जगहों से पंप हटाने की किसी की हिम्मत नहीं हुई।
पानी से घिरे दो विधायकों के आवास
दाउदपुर स्थित नगर विधायक डॉ. राधा मोहनदास अग्रवाल और गौतम विहार स्थित सहजनवां के विधायक शीतल पांडेय के आवास के सामने तीन फीट से ज्यादा ऊंचाई पर पानी बहता रहा। गोरखपुर ग्रामीण विधानसभा के विधायक विपिन के आवास के पास भी पानी लगा रहा। महापौर सीताराम जायसवाल के धर्मशाला बाजार स्थित कैंप कार्यालय के सामने दोपहर बाद तक जलभराव रहा।
पंपिंग स्टेशन चलाने में हुई देर
इलाहीबाग, डोमिनगढ़, कटनिया समेत सभी पंपिंग स्टेशनों को चलाने में देर होने के कारण भी भीषण जलभराव हो गया। रात में ही मूसलधार बारिश शुरू हो गई थी लेकिन किसी भी पंपिंग स्टेशन को नहीं चलाया गया। सुबह जब नागरिकों के घरों में पानी घुसने लगा तो पंङ्क्षपग स्टेशन चलाए गए।
पानी में डूबा आलू-प्याज
महेवा मंडी में सबसे ज्यादा तबाही हुई है। आलू-प्याज के आढ़तियों की दुकानों में पानी घुस जाने के कारण सबकुछ डूब गया। यहीं हाल गल्ला मंडी का रहा। यहां व्यापारी नगर निगम और मंडी प्रशासन की व्यवस्था को कोसते रहे। व्यापारियों का कहना है कि लाखों रुपये का नुकसान हुआ है।
दुकान खुलेगी तब पता चलेगा नुकसान
साहबगंज, रेती रोड, गीता प्रेस रोड, लालडिग्गी, चौरहिया गोला आदि इलाके लॉकडाउन के कारण बंद हैं। यहां के व्यापारी घर में हैं। थोक वस्त्र व्यवसायी वेलफेयर सोसाइटी के अध्यक्ष राजेश नेभानी ने कहा कि व्यापारियों ने दुकानों में पानी घुसने की आशंका जताई है। अब अगले हफ्ते दुकानें खुलेंगी तभी पता चला पाएगा कि कितना नुकसान हुआ। चैंबर ऑफ ट्रेडर्स के अध्यक्ष अनूप किशोर अग्रवाल और महामंत्री कमलेश अग्रवाल ने कहा कि दुकानें बंद हैं इसलिए नुकसान का पता नहीं चल पा रहा है।