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गोरखपुर के खाद कारखाना में रोजगार ही रोजगार, स्थाई पदों पर भी भर्ती प्रक्रिया शुरू

एचयूआरएल में मार्केटिंंग का काम देख रहे उमाकांत त्रिपाठी ने बताया कि पूर्वांचल में 14 डीलर बनाए जा चुके हैं। हर डीलर के अधीन तकरीबन दो सौ रिटेलर बने हैं। पूरे उत्तर प्रदेश के साथ ही बिहार में गोरखपुर निर्मित यूरिया की आपूर्ति दी जाएगी।

By Satish chand shuklaEdited By: Published: Mon, 22 Feb 2021 03:07 PM (IST)Updated: Wed, 24 Feb 2021 08:31 AM (IST)
गोरखपुर के खाद कारखाना में रोजगार ही रोजगार, स्थाई पदों पर भी भर्ती प्रक्रिया शुरू
गोरखपुर में खाद कारखाना का फाइल फोटो।

 गोरखपुर, जेएनएन। खाद कारखाना में मशीनों की ठक-ठक से रोजगार का शंखनाद हो रहा है। हिंदुस्तान उर्वरक एवं रसायन लिमिटेड (एचयूआरएल) के खाद कारखाना की शुरुआत होने की उल्टी गिनती शुरू हो गई है। कहीं ब्वायलर की टेस्टिंग चल रही है तो कहीं गैस पाइप लाइन को ठीक करने का काम चल रहा है। खाद कारखाना में रेल बिछाने का काम भी आखिरी दौर में है। हर तरफ काम ही काम के बीच रोजगार की उम्मीदें भी परवान चढ़ रही हैं। खाद कारखाना, कार्यालय और खाद बिक्री के नेटवर्क में प्रत्यक्ष और प्रत्यक्ष रूप से 10 हजार से ज्यादा लोगों को रोजगार मिलेगा। पूर्वांचल के युवाओं को वरीयता देने से बेरोजगारों को रोजगार मिलने के भी अरमान पूरे होंगे।

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इन स्थाई पदों पर निकली भर्ती

वाइस प्रेसीडेंट, चीफ मैनेजर, मैनेजर, असिस्टेंट मैनेजर, इंजीनियर, आफिसर के पदों पर भर्ती निकली है। इसके लिए एचयूआरएल की वेबसाइट पर आवेदन मांगा गया है। साथ ही प्रोसेस, अमोनिया, इंजीनियरिंग सर्विस, आफसाइट व यूटिलिटीज, यूरिया प्रोडक्ट हैंडङ्क्षलग, मैकेनिकल, सिविल, एन्वायरमेंट एंड सेफ्टी, आइटी, एन्वायरमेंट एंड क्वालिटी कंट्रोल, क्वालिटी एश्योरेंस एंड इंस्पेक्शन, एचआर, फाइनेंस, कंपनी सेक्रेटरी, कांट्रेक्ट््स मैटेरियल और मार्केटिंग पदों पर भर्ती होगी। इसके अलावा अस्थाई पदों पर स्थानीय स्तर पर भर्ती की योजना है।

28 सौ मीट्रिक टन यूरिया की हो चुकी है बिक्री

पूर्वांचल के किसानों में पैठ बनाने के लिए खाद कारखाना प्रबंधन ने पिछले साल 28 सौ मीट्रिक टन यूरिया की बिक्री की थी। यह यूरिया किसानों को बहुत पसंद आयी। मुंबई से मंगाई गई इस यूरिया का नाम उज्ज्वला था लेकिन इसकी बिक्री खाद कारखाना गोरखपुर के नाम से की गई थी। रिटेलर को 260 रुपये प्रति 45 किलोग्राम बोरा मिलने वाली इस यूरिया को किसानों ने हाथों-हाथ लिया।

14 डीलर, दो सौ से ज्यादा रिटेलर

एचयूआरएल में मार्केटिंंग का काम देख रहे उमाकांत त्रिपाठी ने बताया कि पूर्वांचल में 14 डीलर बनाए जा चुके हैं। हर डीलर के अधीन तकरीबन दो सौ रिटेलर बने हैं। पूरे उत्तर प्रदेश के साथ ही बिहार में गोरखपुर निर्मित यूरिया की आपूर्ति दी जाएगी। इस काम में हजारों लोगों को रोजगार मिलेगा।

रोजाना 3850 एमटी होगा उत्पादन

एचयूआरएल के खाद कारखाना में रोजाना 3850 मीट्रिक टन यूरिया का उत्पादन होना है। एचयूआरएल ने किसानों को जोडऩे के लिए हैलो हर्ल टोल फ्री नंबर 18002586807 जारी किया है। इस नंबर पर फोन कर कृषि सलाह लेने के साथ ही खाद की उपयोगिता, हाइटेक खेती, जैविक खेती, फसल चक्र, फसल संरक्षण, मौसम की जानकारी, मंडी का भाव, बाजार की जानकारी ली जा सकती है।

फैक्ट फाइल

शिलान्यास - जुलाई 2016

शिलान्यास किया- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने

कार्यदायी संस्था - टोयो जापान

कुल बजट -  7085 करोड़

यूरिया प्रकार - नीम कोटेड

प्रीलिंग टावर - 149.5 मीटर ऊंचा

शुरू होने की तिथि - जुलाई 2021

रबर डैम का बजट- 28 करोड़

रोजगार प्रत्यक्ष-अप्रत्यक्ष - 10 हजार

एचयूआरएल के वरिष्‍ठ प्रबंधक सुबोध दीक्षित का कहना है कि खाद कारखाना में स्थाई पदों के लिए आवेदन मांगे गए हैं। प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से बहुत ज्यादा रोजगार सृजित होंगे। निर्माण में ही हजारों ने काम किया है। पूर्वांचल के साथ ही प्रदेश और देश की आर्थिक समृद्धि और रोजगार देने में यह खाद कारखाना बहुत उपयोगी होगा। यहां की नीम कोटेड यूरिया छोटे दाने की और सर्वश्रेष्ठ होगी।


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