Manish murder: आरोपित चार पुलिसकर्मियों से सीबीआइ ने की चार घंटे पूछताछ
मनीष गुप्ता हत्याकांड की जांच कर रही सीबीआइ टीम दो दिसंबर को दोपहर बाद जिला कारागार पहुंची।वीडियो कांफ्रेंसिंग हाल में हत्यारोपित चार पुलिसकर्मियों से सीबीआइ की टीम ने चार घंटे पूछताछ की।मुख्य आरोपित जेएन सिंह समेत दो पुलिसकर्मियों से सीबीआइ टीम तीन दिसंबर को पूछताछ करेगी।
गोरखपुर, जागरण संवाददाता। मनीष गुप्ता हत्याकांड की जांच कर रही सीबीआइ टीम दो दिसंबर को दोपहर बाद जिला कारागार पहुंची।वीडियो कांफ्रेंसिंग हाल में हत्यारोपित चार पुलिसकर्मियों से सीबीआइ की टीम ने चार घंटे पूछताछ की।मुख्य आरोपित जेएन सिंह समेत दो पुलिसकर्मियों से सीबीआइ टीम तीन दिसंबर को पूछताछ करेगी।जांच शुरु करने के बाद सीबीआइ की टीम पहली बार आरोपितों से पूछताछ कर रही है।
जिला कारागार पहुंचकर आरोपितों से की पूछताछ
इससे पहले दोपहर 2.30 बजे लखनऊ से सीबीआइ के दो अधिकारी एनेक्सी भवन पहुंचे।यहां पहले से मौजूद इंस्पेक्टर व दारोगा से मामले की जानकारी ली।30 मिनट बाद उन्हें साथ लेकर हत्यारोपित पुलिसकर्मियों से पूछताछ करने जिला कारागार पहुंचे।इससे पहले जेल प्रशासन को इसकी सूचना दे दी गई थी। 3.39 पर सीबीआइ गोरखपुर जेल में दाखिल हुई। जेलर प्रेम सागर शुक्ल से बात करने के बाद टीम वीडियो कांफ्रेंसिंग हाल में पहुंची। जहां हत्यारोपित निलंबित इंस्पेक्टर जेएन सिंह, दारोगा अक्षय मिश्रा, राहुल दुबे, विजय यादव, मुख्य आरक्षी कमलेश यादव आरक्षी प्रशांत को एक साथ बुलाया।
चार घंटे चली पूछताछ
उनसे कुछ मिनटों की बात चीत के बाद पांच को वापस उनके बैरक में भेज दिया। इसके बाद सीबीआइ ने निचले क्रम से पूछताछ की। सबसे पहले आरक्षी प्रशांत कुमार, उसके बाद कमलेश यादव फिर दारोगा विजय यादव व राहुल दुबे को बुलाया गया।चारों आरोपितों से सीबीआइ की टीम ने करीब चार घंटे तक पूछताछ की।शाम 7.50 बजे सीबीआइ जेल से एनेक्सी भवन के लिए निकली।
गोरखपुर में अब तक सीबीबाइ ने कार्रवाई की
- 11 नवंबर : सीबीआइ की टीम जांच करने पहली बार गोरखपुर पहुंची।
- 12 नवंबर : मनीष के दोस्तों से सीबीआई ने पूछताछ की।
- 13 नवंबर : टीम होटल कृष्णा पैलेस और रामगढ़ताल थाने पहुंची।
- 14 नवंबर : एसआइटी, दोस्तों, होटल के गार्ड समेत 10 से पूछताछ की।
- 15 नवंबर : सीओ कैंट, रामगढ़ताल थानेदार व होटल के वेटर से सीबीआइ ने बातचीत की।
- 16 नवंबर : मानसी हास्पिटल के कर्मचारियों से पूछताछ हुई।
- 17 नवंबर : आरोपित पुलिसकर्मियों की रिमांड लेने के बाद टीम लखनऊ लौटी।
- 29 नवंबर : सीबीआइ के अधिकारी व फोरेंसिक टीम गोरखपुर पहुंची।
- 29 नवंबर : शाम को एनेक्सी भवन में होटल मैनेजर व पुलिसकर्मियों से पूछताछ की।
- 30 नवंबर : होटल कृष्णा पैलेस पहुंचकर फोरेंसिक टीम ने जांच शुरु की
- 01 दिसंबर : सीजेएम कोर्ट में अर्जी देकर आरोपितों की रिमांड व जेल में पूछताछ की अनुमति ली।
- 03 दिसंबर : जिला कारागार में सीबीआइ ने हत्यारोपित पुलिसकर्मियों से पूछताछ की।